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1992 में किसकी सरकार थी, अजमेर चिश्ती रेप कांड के वक़्त राजस्थान और केंद्र में किसकी सरकार थी

1992 में किसकी सरकार थी, अजमेर चिश्ती रेप कांड के वक़्त राजस्थान और केंद्र में किसकी सरकार थी
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Ajmer Rape Case Ke Samay Kiski Sarkar Thi: Ajmer 92 फिल्म देखने के बाद पब्लिक यही जानना चाहती है कि आरोपी चिस्ती परिवार को कौन बचा रहा था

1992 Me Kiski Sarkar Thi: Puspendra Singh Dwara निर्देशित अजमेर 92 'अजमेर दरगाह के चिश्ती द्वारा किए गए सेक्स स्कैंडल 1992' पर आधारित है. आप इसे The Ajmer 1992 Files कहें या Ajmer 92 Story लेकिन इस हैवानियत भरी जिहादी घटना को अजमेर चिश्ती सेक्स स्कैंडल 1992 (Ajmer Chishti Sex Scandal 1992) कहा जाता है. अजमेर 1992 घटना (Ajmer 1992 Case) अपने आप में दरंदगी, हैवानियत और घटियापन की पराकष्ठा है. Ajmer Rape Case देश का सबसे बड़ा सेक्स स्कैंडल था जिसमे खुद अजमेर शरीफ दरगाह का चिश्ती शामिल था. इस स्कैंडल के चलते सैंकड़ों लड़कियों ने आत्महत्या कर ली थी. जाहिर है अबतक इस घटना के बारे में मालूम नहीं होगा ठीक वैसे ही जैसे कश्मीर में हुए हिन्दुओं के नरसंहार और केरल में हुए लव जिहाद की घटना आपको मालूम नहीं थी.

अजमेर रेप कांड के वक़्त किसकी सरकार थी

अजमेर रेप कांड के आरोपी कोई और नहीं अजमेर दरगाह का चिश्ती था. जो सत्ताधारियों का खासमखास था और सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा भी था. इतना बड़ा कांड करने के बाद भी उसे बचाने के लिए हर सम्भव कोशिश की थी। अजमेर रेप कांड के वक़्त केंद्र की सत्ता में कांग्रेस का शासन था. पीवी नरसिम्हा राव प्रधान मंत्री थे. अजमेर रेप कांड के आरोपी भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे इसी लिए उन्हें कई सालों तक संरक्षण मिलता रहा.

अजमेर रेप केस के समय राजस्थान में किसकी सरकार थी

साल 1992 में राजस्थान के शहर अजमेर में चिश्ती सेक्स स्कैंडल (Chishti Sex Scandal) का पर्दाफाश हुआ था. इस शहर में रहने वाले लोगों ने अपनी बेटी-बहनों को पेड़ में लाश बनकर लटकते देखा था. मुस्लिम कट्टरपंथियों ने सैंकड़ों हिन्दू लड़कियों का यौन शोषण कर उनका MMS बनाया था। ऐसा सिर्फ मजहबी द्वेष की मंशा से किया गया था. अजमेर रेप कांड में मुसलमानों के सबसे पाक स्थान अजमेर दरगाह का चिश्ती और उसका परिवार शामिल था. ये केस दबा लिया जाता अगर राज्य में भी केंद्र की सत्ताधारी पार्टी की सरकार होती। लेकिन जिस वक़्त इस केस का खुलासा हुआ तब यहां बीजेपी के भैरों सिंह शेखावत मुख्य मंत्री थे.

अजमेर रेप केस के आरोपी कांग्रेस नेता थे

इस जिहादी कांड में अजमेर दरगाह का चिश्ती मास्टरमाइंड था. जिसका नाम फारुख चिश्ती था. और उसके साथ नफीस चिश्ती और अनवर चिश्ती इस घिनौने कांड के साथी थे. ये तीनों यूथ कांग्रेस के नेता थे, अजमेर दरगाह का खादिम होने के साथ इनके ऊपर सत्ताधारियों का हाथ था. और इसी के दम पर इन लोगों ने सैंकड़ों हिंदू लड़कियों के साथ रेप किया।

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