पाकिस्तान के बाद आतंकियों का दूसरा पनाहगार कनाडा: भारत ने 26 बार आतंकियों के प्रत्यर्पण की अपील की, आतंकी वहां खुले घूम रहें; भारत में आतंक फैला रहें

पाकिस्तान के बाद कनाडा आतंकियों का दूसरा पनाहगार बन गया है। 5 साल में भारत सरकार ने 26 बार आतंकियों के प्रत्यर्पण की अपील कनाडियन सरकार से की है।

Update: 2023-09-21 10:49 GMT

उत्तरी अमेरिकी देश कनाडा पाकिस्तान के बाद आतंकियों का दूसरा सबसे बड़ा पनाहगार बन गया है। 5 साल में भारत सरकार ने 26 बार आतंकियों के प्रत्यर्पण की अपील कनाडियन सरकार से की, लेकिन वहां की सरकार ने कभी भी कोई कार्रवाई नहीं की और न ही सकारात्मक जवाब दिया। अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर मढ़ रहें हैं। 

भारत के प्रतिष्ठित अखबार दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा में अब भी भारत में जघन्य अपराध करने वाले मोस्ट वांटेड 13 आतंकवादी और अपराधी खुलेआम घूम रहें हैं। इनमें से कई खालिस्तानी आतंकी हैं तो कई वहां बैठकर भारत में अपनी गैंग चला रहें हैं और भारतीय सरजमी पर आपराधिक गतिविधियों जैसे हत्या, वसूली, किडनैपिंग जैसी वारदात को अंजाम दिला रहें हैं।

एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल एक पंजाबी गैंगस्टर सुक्खा दुन्नेके की तो आज गुरुवार को कनाडा में हत्या हो गई। दुनेके खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला का राइट हैंड था। दुनेके पर 30 से ज्यादा मामले भारत में दर्ज थे, लेकिन कनाडा की ट्रूडो सरकार ने इसे भारत को सौंपने से मना कर दिया था।

वहीं एनआईए के वांटेड लिस्ट में एक अपराधी संदीप सिंह उर्फ सनी भी है। सनी कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी में सुपरिनटैंडैंट के पद पर काम कर रहा है। ऐसे ही कई ऐसे अपराधी और खालिस्तानी आतंकी कनाडा की सड़कों में खुलेआम घूम रहें हैं और नौकरी व्यापार कर रहें हैं जो भारत की सरजमीं पर आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं और यहाँ से फरार हैं।

कौन था हरदीप सिंह निज्जर? जिसकी हत्या पर इतना बवाल मचा हुआ है... 

जालंधर के भरसिंहपुर में जन्मा हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तानी कमांडो फोर्स का सरगना रहा है। वह भारत के टॉप 40 आतंकियों में शामिल था, जुलाई 2022 में एनआईए ने उसे भगोड़ा घोषित किया और उसके सिर पर 10 लाख का इनाम रखा। 2018 में निज्जर कनाडा के सरे के गुरु नानक सिख गुरुद्वारे का अध्यक्ष बन गया। यह गुरुद्वारा स्थानीय लेवल पर काफी प्रभावशाली है, जिसकी वजह से उसके सिख कम्युनिटी से ही काफी लोग उसके दुश्मन बन गए थे। 18 जून 2023 को सरे शहर में निज्जर की हत्या कर दी गई।

सूत्र बताते हैं कि रॉयल कैनेडियन माउंटेन पुलिस (RCMP) अब तक इस मामले में किसी भी संदिग्ध कि पहचान तक नहीं कर सकी है। जांच अभी जारी है, इसके लिए लोकल और नेशनल पुलिस एजेंसियों से मदद ली जा रही है। सरकार और पुलिस दोनों के हाथ खाली है, फिर भी प्रधानमंत्री ट्रूडो आतंकी की हत्या के पीछे भारत का हाथ होना और उनके पास ठोस सबूत होने का राग अलाप रहें हैं।

आपका इंटेलिजेंस फेल और आरोप भारत पर मढ़ रहें

दरअसल, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तीन माह बाद कनाडा के प्राइम मिनिस्टर जस्टिन ट्रूडो का भारत पर आरोप लगाना एक बचकानी हरकत जैसी लगती है। एक बड़े देश का पीएम ऐसे कैसे बिना किसी ठोस सबूत की दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश पर ऐसे बेबुनियाद आरोप लगा सकता है। आतंक के पनाहगार देश में आतंकी की हत्या हो गई इससे तो यही प्रतीत होता है कि आपके देश का इंटेलिजेंस सिस्टम कितना फेल है। 

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