सिंगरौली में रिश्वत लेते कंप्यूटर ऑपरेटर गिरफ्तार, लोकायुक्त ने की कार्रवाई

सिंगरौली के देवसर तहसील में लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई, कंप्यूटर ऑपरेटर ₹2000 की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया | Lokayukt Trap in Singrauli;

Update: 2025-08-07 12:26 GMT

Sidhi MP Lokayukta

सिंगरौली: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले की देवसर तहसील में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रीवा लोकायुक्त की टीम ने एक कंप्यूटर ऑपरेटर प्रेम लाल सिंह को ₹2,000 की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा है।

रिश्वत मांगने की पूरी घटना

कटौली गांव निवासी कमल प्रसाद मिश्रा जमीन के बंटवारे के आदेश के लिए कई बार तहसील कार्यालय का चक्कर काट चुके थे। लेकिन कंप्यूटर ऑपरेटर प्रेम लाल सिंह ने स्पष्ट रूप से ₹4,000 रिश्वत मांगी। मजबूर होकर शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त कार्यालय रीवा से संपर्क किया।

शिकायत और लोकायुक्त की कार्रवाई की शुरुआत

रीवा लोकायुक्त को जब शिकायत प्राप्त हुई, तब डीजीपी योगेश देशमुख के निर्देश पर कार्रवाई शुरू की गई। इंस्पेक्टर संदीप सिंह भदौरिया और उपेंद्र दुबे के नेतृत्व में टीम तैयार हुई। सटीक रणनीति बनाकर 7 अगस्त को जाल बिछाया गया।

₹2000 रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तारी

टीम ने शिकायतकर्ता से ₹2000 रंग लगे नोट दिलवाए। जैसे ही प्रेम लाल सिंह ने पैसे लिए, लोकायुक्त टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ लिया। उसे उसी वक्त देवसर तहसील परिसर में गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपी के खिलाफ केस दर्ज, भ्रष्टाचार अधिनियम लागू

प्रेम लाल सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब आरोपी को पूछताछ के लिए न्यायालय में पेश किया गया है।

लोकायुक्त टीम की सक्रियता और सफलता

रीवा लोकायुक्त टीम ने इस वर्ष कई ऐसे मामलों में तत्परता से कार्रवाई की है, जिनमें छोटे कर्मचारी से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक को पकड़ा गया है। यह घटना बताती है कि आम जनता की आवाज उठाने पर भी सख्त कदम उठाया जा सकता है।

जमीन बंटवारे और राजस्व कार्यालयों में भ्रष्टाचार

राजस्व विभाग में जमीन बंटवारे या नामांतरण के मामलों में रिश्वत मांगने की घटनाएं आम हो गई हैं। छोटे अधिकारी और कंप्यूटर ऑपरेटर जैसे लोग जनता को परेशान करते हैं। इस मामले में की गई कार्रवाई अन्य कर्मचारियों को चेतावनी भी देती है।

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