रीवा: IAS पत्नी-IPS पति, ऐसी है इनकी SUCCESS STORY, जरूर पढ़ें...

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Update: 2021-02-16 05:58 GMT

रीवा। विन्ध्य को इन प्रशासनिक दम्पति पर गर्व है। दोनो वर्तमान में विन्ध्य में ही सेवाएं दे रहे हैं। आज हम बात कर रहें रीवा जिले की कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक एवं उनके पति सीधी एसपी तरूण नायक की। दोनो की सक्सेज स्टोरी ऐसी है, जो हर युवा के लिए प्रेरणास्रोत है।

सिहोर जिले के एक निम्न मध्यम अनारक्षित मैथिल परिवार में पली बढ़ी प्रीति मैथिल जिन्होने यूपीएससी 2009 की परीक्षा में 92वीं रैंक हासिल कर न सिर्फ अपने परिवार का नाम रोशन किया बल्कि सिहोर जिले से पहली आईएएस के तौर पर चयनित हुई।

प्रीति के पिता एक श्रमिक थें, जो स्थानीय सुगर फैक्ट्री में काम करते थें, फैक्ट्री भी प्रीति के चयनित होने के लगभग 10 वर्ष पूर्व बंद हो गई, जिससे उन्हे व उनके परिवार को बेहद आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था। उस वक्त फैक्ट्री बंद होने से हजारों परिवार प्रभावित हुए, कई लोगों ने आत्महत्या कर ली। बावजूद प्रीति के पिता का पूरा ध्यान अपने बच्चों की पढ़ाई पर था। उन्होने प्रीति की मेहनत लगन को परखा और गरीबी को कभी आड़े नही आने दिया, एक पिता होने के दायित्वों का बाखूबी निर्वहन इस पिता ने किया।

प्रीति वर्तमान में रीवा जिले की कलेक्टर हैं, उनकी स्थानांतरण मंडला जिले से रीवा के लिए जून 2017 में हुआ। एक छोटे से जिले की कलेक्टर होने के बाद रीवा जैसा बड़ा जिला सम्हाल पाना कोई आम बात नही थी और ऐसे स्थान पर तो बिलकुल भी नहीं जहां हर कदम पर राजनीतिक दबाव हो। फिर भी प्रीति रीवा जैसे जिले की डीएम बन कर बाखूबी अपने दायित्वों का निर्वहन करती आ रही हैं।

[caption id="attachment_5087" data-align="aligncenter" data-width="585"] सीहोर की प्रीति, UPSC में चयनित होने के उपरांत की फोटो | PHOTO CREDIT : SUBIR SAMVAD[/caption]

प्रीति एक डीएम होने के साथ-साथ मानवता की उदारवादी भी हैं। ऐसे कई उदाहरण उन्होने मण्डला में कलेक्टर होते हुए पेश किया है। रीवा आने के बाद भी उन्होने कई गरीबों की मदद की। हाल में ही कलेक्टर प्रीति मैथिल जब रीवा के समान से अपने निवास सिविल लाईन की ओर लौट रहीं थी, बजरंग नगर के गेट के पास एक युवती एक्सीडेंट का शिकार हो गई, युवती लहूलुहान थी, भीड़ जुटी थी, परंतु किसी ने भी मदद करने के लिए एक पैर भी आंगे न बढ़ाया। डीएम ने वाहन रूकवाया और अपने शासकीय वाहन को युवती के इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया, वहां से डीएम प्रीति मैथिल नायक पैदल चलकर वापस अपने निवास की ओर लौटी। एक डीएम की ऐसी मानवतावादी उदारता देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गएं। आईएएस प्रीति मैथिल का विवाह सतना निवासी डॉ अरूण नायक के आईपीएस पुत्र तरूण नायक के साथ हुआ।

आईपीएस तरूण की भी स्टोरी प्रेरणादायक तरूण नायक 2009 में आईपीएस के पद पर चयनित हुए। इनके पिता सतना जिले के जाने माने चिकित्सक डॉ अरूण नायक हैं। तरूण वर्तमान में सीधी जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर पदस्थ हैं। इनके पिता डॉ अरूण नायक ने भी अपने जीवनकाल में काफी गरीबी देखी है। बताया जा रहा है कि डॉ नायक के पिता ने अपने भाई के साथ नागपुर में थिएटरों की टिकटें तक बेंची है।

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