जानिए कौन हैं दाऊ साहब के बेटे जिनकी माँ ने लगाया है 'घरेलू हिंसा' का आरोप, बेटा है बॉलीवुड एक्टर

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Update: 2021-02-16 05:54 GMT

रीवा/सीधी/सतना। देश सहित मध्यप्रदेश कांग्रेस की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले एवं विन्ध्य में दाऊ साहब के नाम से विख्यात स्व. अर्जुन सिंह के दोनों बेटों पर हाल में ही उनकी 80 वर्षीय पत्नी और बेटी ने घरेलू हिंसा का आरोप लगाते हुए अदालत की शरण ले ली है। चुनाव के महज कुछ माह पहले स्व. अर्जुन सिंह के बेटों अभिमन्यु सिंह और राहुल सिंह पर माँ और बहन द्वारा लगाए गए आरोप का सीधा फायदा भाजपा को होते दिख रहा है। हांलाकि बड़े बेटे अभिमन्यु का राजनीति से कोई नाता नहीं है परन्तु छोटे बेटे अजय सिंह राहुल जो वर्तमान में दाऊ साहब की राजनीतिक विरासत सम्हाल रहे हैं, जिनके राजनीतिक कैरियर में एक घरेलू हिंसा जैसा आरोप लगना वो आरोप भी उनके मां और बहन द्वारा लगाया जाना, सत्तापक्ष भाजपा के लिए बड़ा मुद्दा है। 

दाऊ साहब अपने कार्यकाल में राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी के साथ देश भर में राजनीति के चाणक्य के तौर पर मशहूर थें, 5 नवंबर 1930 को चुरहट राव घराने में जन्म हुआ था। वर्तमान समय में बेटा अजय सिंह राहुल कांग्रेस की सियासत का माहिर है तो पोता अरुणोदय सिंह बॉलीवुड एक्टर है। मध्य प्रदेश की रॉयल फैमिली से ताल्लुक रखने वाले अरुणोदय सिंह की शादी 2016 में हो गई थी।

कौन हैं अरुणोदय वे कांग्रेस के दिग्गज नेता व एमपी के पूर्व सीएम अर्जुन सिंह के पोते व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के बेटे है। उनकी शादी कनाडा मूल की निवासी गोवा में रहने वाली ली एल्टन से हुई है। एल्टन गोवा के सबसे बड़े कैफे की मालिकन हैं। ये दोनों लंबे समय से लिव इन रिलेशन में रहने के बाद शादी का फैसला लिया था।

‘मैं तेरा हीरो’ और ‘मोहनजो दाड़ो’ फिल्म में विलेन के रूप धमाके दार परफॉर्मेंस करने वाले अरुणोदय सिंह विवाह के बंधन में बंधने जा रहे है। जब से अरुणोदय की शादी की खबरें सामने आई थीं। तभी से उनके फैंस शादी से जुड़ी हर डिटेल्स जानने के लिए एक्साइटेड हैं। उनका फिल्मी सफर में हीरो से विलेन बनने की कहानी हर एक फैंस जानना चाह रहा है। बतौर अभिनेता अरूणोदय सिंह सीधी के चुरहट राजघराना से तालुकात रखते है। कुछ साल से कनाडा मूल की निवासी गोवा के सबसे बड़े कैफे की मालिकान ली एल्टन के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहे थे।

न्यूयॉर्क में एक्टिंग का कोर्स 17 फरवरी 1983 को सीधी में जन्मे 33 वर्षीय अरुणोदय सिंह की प्राथमिक शिक्षा भोपाल में हुई। इसके बाद वह न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी, ब्राण्डैस विश्वविद्यालय से एक्टिंग का कोर्स करने चले गए। बॉलीवुड में कॅरियर की शुरूआत 2009 से फिल्म सिकंदर से हुई। अरुणोदय को एक फिल्म में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए स्क्रीन पुरस्कार भी मिल चुका है।

हाइट के कारण विलेन का रोल आ रहा पसंद असिटेंट डायरेक्टर मिताली सिंह बघेल की मानें तो बॉलीवुड में चॉकलेटी बॉय हीरों ही डायरेक्टरों को पसंद आते है। हालांकि अरूणोदय एक अच्छे अभिनेता है, उनका रोल भी कई फिल्मों में दर्शकों को पसंद आया है। लेकिन ज्यादा हाइट के कारण कई फिल्मों में डायरेक्टरों को उनके मुताबिक अभिनेत्री नहीं मिल पाती इसलिए निगेटिव रोल ऑफर किए जाते है। साउथ में सोनू सूद को नेगेटिव रोल मिलने की वजह भी यहीं बताई जाती है।

बॉलीवुड में फिल्में बॉलीवुड अभिनेता अरुणोदय सिंह ने वर्ष 2009 में कॅरियर की शुरूआत करते हुए पहली फिल्म ‘सिकंदर’ में काम किया। इसी तरह वर्ष में 2010 में ‘मिर्च’ और ‘आयशा’ में एक्टिंग का दम दिखाया। वर्ष 2011 में इन्होंने ‘ये ***** जिंदगी’ और 2012 में ‘जिस्म-2’ में सहायक अभिनेता के रुप में बतौर काम किया।

किरदार की प्रशंसा 2013 में ‘एक बुरा आदमी’ में इनके अभिनव को सहारा गया। 2014 में इनकी सबसे ज्यादा चार फिल्में ‘उगली’, ‘पिज्जा’, ‘बुद्धा इन ए ट्रैफिक जाम’ और ‘मै तेरा हीरों’ आई है। 2015-16 में इनकी झोली में दो ही फिल्में आई जो बाक्स ऑफिस में ज्यादा धमाल नहीं मचा पाई लेकिन इनकी फिल्म ‘मिस्टर एक्स’ व ‘मोहनजो दाड़ो’ में इनके किरदार की प्रशंसा की गई।

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