Sidhi-Singrauli में भाजपा के ये 6 विधायक मंत्री पद के दावेदार, 'अजय सिंह राहुल' को करारी हार देने के बाद क्या 'शरदेंदु' को मिलेगा मंत्री पद

सीधी। कमल नाथ की सरकार जाते ही सीधी जिले में राजनीतिक चर्चाएं एक बार फिर गर्म हो गई हैं। मंत्री पद को लेकर लोग गणित

Update: 2021-02-16 06:16 GMT

सीधी। कमल नाथ की सरकार जाते ही सीधी जिले में राजनीतिक चर्चाएं एक बार फिर गर्म हो गई हैं। मंत्री पद को लेकर लोग गणित बैठाना शुरू कर दिए हैं। सोशल मीडिया में जहां कमल नाथ और उनके मंत्रियों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं देखने को मिल रही हैं तो वहीं दूसरी ओर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अपने चहेते विधायकों को मंत्री बनाने में जुट गए हैं। बता दें कि सीधी और सिंगरौली जिले में कुल 7 विधानसभा क्षेत्र है जिसमें सिहावल विधानसभा क्षेत्र से कमलेश्वर पटेल कांग्रेस से विधायक हैं। उन्हें कमल नाथ सरकार ने मंत्री पद से नवाजा था।

भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं में एक बार फिर मंत्री पद को लेकर उत्सुकता देखी जा रही है। सीधी विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक बने पंडित केदारनाथ शुक्ल को लेकर अबकी बार सीधी जिले के जनता मंत्री पद मिलने की उम्मीद लगा बैठी है। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं में इस बात को लेकर चर्चाएं की जा रही हैं। बता दें कि केदारनाथ शुक्ला वर्ष 1998 में गोपद बनास से पहली बार विधायक बने। वर्ष 2008 में दूसरी बार, 2013 में तीसरी बार और 2018 में चौथी बार सीधी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं।

वही शरदेंदु तिवारी स्वर्गीय चंद्र प्रताप तिवारी के नाती हैं। बताया जाता है कि 1967 में जब स्वर्गीय चंद्र प्रताप तिवारी विधायक थे उस दौरान भी सरकार अल्पमत में गिरी थी। आज शरदेंदु तिवारी ने वर्ष 2018 में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल को करारी हार देकर विधायक चुने गए हैं। ऐसे में उनके समर्थक और कार्यकर्ता मंत्री पद को लेकर चर्चाएं कर रहे हैं।

सिंगरौली जिले के चितरंगी विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो स्वर्गीय जगन्नाथ सिंह के भाई अमर सिंह भाजपा से विधायक हैं। ऐसे में आदिवासी चेहरा होने के कारण अमर सिंह को भी मंत्री पद को लेकर चर्चा हो रही है।

हालांकि यह सब चर्चाएं अभी सोशल मीडिया और कार्यकर्ता आम जनता तक ही सीमित है। अब देखना होगा कि भाजपा का अगला पैंतरा किस नेता और विधायक का खेवनहार हार बनेगा।

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