SIDHI BUS ACCIDENT: भयंकर नाराज है CM SHIVRAJ, अब नपेंगे कलेक्टर और एसपी, सीधी के गेस्ट हाउस में रात भर शिवराज को मच्छरों ने काटा..

SIDHI BUS ACCIDENT: सीधी हादसे के बाद पीडि़त परिवारों से मिलकर भोपाल लौटे CM SHIVRAJ  ने अफसरों के रवैए पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर सीधी का प्रशासन सतर्क रहता, तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के रुा के बाद यह माना जा रहा है कि सीधी कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी और एसपी पंकज कुमावत पर गाज गिर सकती है।

Update: 2021-02-19 11:13 GMT

SIDHI BUS ACCIDENT: भयंकर नाराज है CM SHIVRAJ, अब नपेंगे कलेक्टर और एसपी, सीधी के गेस्ट हाउस में रात भर शिवराज को मच्छरों ने काटा फिर...

SIDHI BUS ACCIDENT: सीधी हादसे के बाद पीडि़त परिवारों से मिलकर भोपाल लौटे CM SHIVRAJ  ने अफसरों के रवैए पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि अगर सीधी का प्रशासन सतर्क रहता, तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी स्थिति में छोड़ा नहीं जाना चाहिए। मुख्यमंत्री के बयान के बाद यह माना जा रहा है कि सीधी कलेक्टर रवीन्द्र चौधरी और एसपी पंकज कुमावत पर गाज गिर सकती है।

सीधी से लौटने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव परिवहन एसएन मिश्रा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नीरज मंडलोई सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में मुख्यमंत्री काफी भावुक नजर आए। सीधी में लिए गए फीड बैक के बाद सीएम स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नजर नहीं आए।

उन्होंने बहुत ही भावुक  होकर कहा कि पांच दिन से राजमार्ग बंद था और एसपी-कलेक्टर  चुपचाप बैठे रहे। उन्होंने कहा कि इंटेलीजेंस और स्थानीय प्रतिनिधियों ने भी  कोई जानकारी नहीं दी, जबकि छोटी-छोटी बातों की उन्हें जानकारी दी जाती है।

भावुक  हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आािर उन मासूमों का क्या दोष था, जो परीक्षा देने जा रहे थे। भाई , बहन परिवार सब एक दूसरे से बिछुड़ गए।

इसकी भरपाई  कभी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि जांच जल्दी की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। सीएम ने सड़क की मरमत और क्रेन की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से किए जाने के निर्देश दिए हैं। संपूर्ण प्रदेश में बसों की फिटनेस और ओवर लोडिंग की जांच के लिए अभियान प्रारंभ किया जाए।

वैकल्पिक मार्ग विकसित करने के लिए जल्द से जल्द कार्य योजना बनाकर क्रियान्वयन शुरू किया जाए। संपूर्ण प्रदेश में घाटों और दुर्गम मार्गो की खराब सड़कों का सर्वे कराकर आवश्यक कार्रवाई की जाए तथा दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में आवश्यक उपाय भी किए जाएं।

सीएम ने सात किलोमीटर लंबे ख़राब सड़क मार्ग को तत्काल दुरूस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही यह भी कहा कि उक्त रोड़ पर जाम लगना आम बात थी, फिर भी अफसर सो रहे थे।

एडीजी ट्रैफिक ने यातायात उप समिति से मांगी रिपोर्ट: सीधी में बस हादसे को लेकर एडीजी ट्रैफिक डीसी सागर ने यातायात उप समिति से रिपोर्ट मांगी है।

सड़क सुरक्षा और हादसों में होने वाली मौतों को लेकर बनाई जाने वाली यह रिपोर्ट सुप्रीमकोर्ट में पेश की जाएगी। दरअसल जिलों में यातायात को लेकर उप समिति होती है। समिति में कलेक्टर- एसपी के साथ वह एजेंसी भी शामिल होती है।

किसी भी प्रदेश में होने वाले हादसों के बाद समिति उसकी जांच करती है। इसको लेकर राज्य सरकार ने 2018 में नियम बनाया है। यह जांच सुप्रीमकोर्ट के निर्देश पर होती है। इसे क्रैश इन्वेस्टीगेशन कहते हैं। यह मोटरयान अधिनियम की धारा 135 के तहत की जाती है।

रिपोर्ट में यह शामिल किया जाता है कि हादसे किन गलतियों के कारण हुआ है, क्या सड़क की खामी की वजह से तो नहीं हुई है। उसमें सुधार को लेकर समिति सुझाव भी देती है।

सीएम को रात भर मच्छरों ने काटा

आपको बता दे की सीधी एक्सीडेंट के बाद थक-हार के CM SHIVRAJ रात 12 बजे के बाद विश्राम करने के लिए अपने कक्ष में चले गए। थोड़ी देर बाद मच्छरों ने धावा बोल दिया। मच्छरों के काटने से परेशान सीएम ने इसकी शिकायत की। पता चला कि गेस्ट हाउस में मच्छरदानी तक नहीं है।

रात को ढाई बजे मच्छर मारने वाली दवा बुलाई गई और उनके कमरे में छिड़काव किया गया। थोड़ी देर बाद उन्हें नींद आई, तो टंकी से पानी के बहने की आवाज आने लगी। मजेदार बात तो यह पानी की मोटर को बंद करने का कोई सिस्टम नहीं था। लगातार पानी बहने के कारण सीएम की फिर नींद खुल गई।

उन्होंने एक कर्मचारी से कहकर फिर मोटर बंद कराई। अव्यवस्था के इस आलम में सीएम की नींद पूरी नहीं हो पाई। सुबह जानकारी मिलने के बाद आला अफसर हरकत में आए। उसके बाद गेस्ट हाउस के प्रभारी सब इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है।

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