LS ELECTION 2019 : सतना-सीधी से इनकी टिकट तय, रीवा से इन कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच संशय

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Update: 2021-02-16 06:05 GMT

रीवा। 6 मई विन्ध्य क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने हैं। जहां भाजपा ने अपने उम्मीदवारों को पहले ही घोषित कर दिया है वहीं कांग्रेस अब तक विन्ध्य की टिकटों को लेकर संशय की स्थिति में थी।

बताया जा रहा है कि सीधी लोस क्षेत्र से पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल एवं सतना लोस सीट से राजेन्द्र सिंह के नामों पर कांग्रेस ने मुहर लगा दी है। सीधी से अजय सिंह राहुल की टक्कर भाजपा की वर्तमान सांसद रीति पाठक एवं सतना से राजेन्द्र सिंह की टक्कर भाजपा के ही वर्तमान सांसद गणेश सिंह से होना तय माना जा रहा है। जबकि विन्ध्य की सबसे हाईप्रोफाईल सीट रीवा पर अब तक कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है। यहां संशय की स्थिति अभी भी निर्मित है। यहां से स्व. सुंदरलाल तिवारी के पुत्र सिद्धार्थ तिवारी, पूर्व मंत्री एवं रीवा महाराजा पुष्पराज सिंह एवं कुछ दिनों पूर्व ही कांग्रेस पार्टी में आए भाजपा के पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ल के बड़े भाई विनोद शुक्ल के बीच टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है।

सिद्धार्थ एक युवा नेता हैं। पूर्व सांसद स्व. सुंदरलाल तिवारी के पुत्र हैं। हाल ही में सुंदरलाल तिवारी की मृत्यु हुई है, जिसे देखते हुए कांग्रेस का एक खेमा सिद्धार्थ को टिकट दिलवाने की जुगत में है वहीं सिद्धार्थ को लेकर संगठन का मानना है कि वे प्रदेश स्तर के नेता रहें सुंदरलाल तिवारी के पुत्र एवं विन्ध्य के सफेद शेर नाम से विख्यात स्व. श्रीनिवास तिवारी के पौत्र हैं। सिद्धार्थ के दादा श्रीनिवास तिवारी की भी मृत्यु पिछले वर्ष हुई थी। राजनेता पुत्र एवं पौत्र होने का फायदा कांग्रेस सिद्धार्थ पर देख रही है।

जबकि कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रहें पुष्पराज सिंह भी इस दौड़ में अभी भी बने हुए हैं। रीवा महाराजा पुष्पराज सिंह विधानसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस में वापस आएं, जहां उन्हे लोकसभा चुनाव के रण में उतरने का वायदा कांग्रेस आलाकमान द्वारा किया जाकर ही सदस्यता ली गई थी। श्री सिंह ने इशारों इशारों में जता भी दिया है अगर कांग्रेस अपने वायदे से मुखरती है तो वे जनता की मांग पर चुनावी रण में कूद सकते हैं।

हाल ही में कांग्रेस में दुबारा वापस आए विनोद शुक्ल भी इस दौड़ में शामिल हो गए हैं। विनोद पूर्व मंत्री एवं विन्ध्य के कद्दावर नेता राजेन्द्र शुक्ल के बड़े भाई हैं। लंबे अर्से से श्री शुक्ल भाजपा एवं कांग्रेस दोनो खेमे से टिकट की जुगाड़ में लगे रहें परंतु श्री शुक्ल को भी अब तक निराशा ही हांथ लगी। इस बार एक बार फिर श्री शुक्ल ने प्रदेश के सीएम कमलनाथ के हांथों पंजा की सदस्यता ली है। इसके साथ ही वे टिकट की दौड़ में भी शामिल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस उन्हे रीवा से टिकट दे भी सकती है क्योंकि भाजपा से भले ही जनार्दन मिश्र चुनावी मैदान में हैं, परंतु असली विसाद राजेन्द्र शुक्ल ही बिछाते हैं। अगर कांग्रेस विनोद शुक्ला को उम्मीदवार घोषित करती है तो वह भाई बनाम भाई की तर्ज पर चुनावी फायदा देख रही है। 

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