सतना में पुल से कार नदी में गिरी: युवा डॉक्टर की डूबने से दर्दनाक मौत, परिवार में मातम
सतना के उचेहरा इलाके में बरूआ पुल से कार गिरने पर युवा डॉक्टर की दर्दनाक मौत। स्थानीय लोगों ने बचाया, लेकिन सतना ले जाते समय डॉक्टर ने दम तोड़ा।;
मुख्य बातें (Top Highlights)
- सतना में उचेहरा के बरूआ तिराहे के पास कार लगभग 40 फीट नीचे नदी में गिरी
- युवा डॉक्टर शशांक सेठिया (28) की अस्पताल ले जाते समय मौत
- स्थानीय लोगों ने नदी में कूदकर कार तोड़ी और डॉक्टर को बाहर निकाला
- पुल पर सेफ्टी वॉल नहीं, पहले भी कई वाहन नदी में गिर चुके हैं
सतना के उचेहरा में दर्दनाक हादसा, कार नदी में गिरने से डॉक्टर की मौत
मध्यप्रदेश के सतना जिले में गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया। उचेहरा क्षेत्र के बरूआ तिराहे के पास एक कार अचानक अनियंत्रित होकर करीब 40 फीट गहरी बरूआ नदी में जा गिरी। हादसा सुबह लगभग 11 बजे हुआ, जिसमें कार चला रहे युवा डॉक्टर की मौत हो गई। मृतक की पहचान डॉ. शशांक सेठिया (28) के रूप में की गई है, जो उचेहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ थे।
स्थानीय लोगों का साहस, नदी में कूदकर बचाई जान
घटना के चश्मदीदों ने बताया कि कार को नदी में गिरते देख कुछ लोग बिना देर किए बरूआ नदी में कूद पड़े। इनमें काशी दीन मल्लाह, हेड कॉन्स्टेबल रामकरण प्रजापति, संतोष वर्मा और एएसआई एसएन उपाध्याय शामिल थे। सभी ने मिलकर कार को किनारे खींचा और कार के अंदर फंसे डॉक्टर को बाहर निकाला। डॉक्टर शशांक बेहोशी की हालत में थे, जिन्हें तुरंत उचेहरा अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत देखते हुए उन्हें सतना जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
पुल पर सुरक्षा दीवार नहीं, पहले भी कई हादसे
स्थानीय लोगों ने बताया कि बरूआ नदी पर बने पुराने पुल में एक तरफ सेफ्टी वॉल नहीं बनी है। इसी कारण वाहन अनियंत्रित होने पर सीधे नीचे गिर जाते हैं। लोगों का कहना है कि इसी जगह पहले भी ट्रैक्टर और बाइक नदी में गिर चुके हैं, लेकिन अब तक इस तरफ प्रशासन द्वारा कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई। गुरुवार का हादसा भी इसी लापरवाही का नतीजा साबित हुआ।
घर से अस्पताल जाने निकले थे डॉक्टर शशांक
जानकारी के अनुसार डॉ. शशांक रोज की तरह सुबह घर से अस्पताल के लिए निकले थे। वे अपनी कार को अपने दोस्त के फार्म हाउस पर खड़ा करने जा रहे थे। पुल से गुजरते समय कार अचानक अनियंत्रित हुई और सीधे नदी में जा गिरी। उनके बाएं हाथ में चोट के निशान भी पाए गए हैं, लेकिन मौत का कारण पानी में डूबना बताया जा रहा है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
डॉ. शशांक की अचानक मौत से परिवार सदमे में है। जिस कार में वे सवार थे, वह कार उनके पिता ने उन्हें दशहरा से दो दिन पहले ही गिफ्ट की थी। उनके पिता अरुण गुप्ता और मां ममता गुप्ता दोनों रिटायर्ड शिक्षक हैं। शशांक तीन भाइयों में सबसे छोटे थे और उनकी अभी शादी भी नहीं हुई थी। बड़ा भाई दिल्ली में व्यवसाय करता है और दूसरा भाई कोच्चि में कस्टम विभाग में पदस्थ है। हादसे की खबर मिलते ही दोनों भाई सतना के लिए रवाना हुए। बताया जा रहा है कि शशांक को उचेहरा अस्पताल में नौकरी लगे करीब एक साल ही हुआ था।
पुलिस जांच में जुटी, हादसे के कारणों की जांच जारी
उचेहरा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कार कैसे अनियंत्रित हुई। साथ ही पुल की सुरक्षा खामियों को लेकर भी जांच शुरू कर दी गई है। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए प्रशासन जल्द ही इस पुल पर सेफ्टी वॉल बनाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. उचेहरा में हुए हादसे में किसकी मौत हुई?
इस हादसे में उचेहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉ. शशांक सेठिया (28) की मौत हुई है।
2. कार नदी में कैसे गिरी?
कार बरूआ पुल से गुजरते समय अचानक अनियंत्रित हो गई और पुल पर सेफ्टी वॉल न होने के कारण लगभग 40 फीट नीचे नदी में गिर गई।
3. क्या डॉक्टर को बचाया जा सका?
स्थानीय लोगों ने नदी में कूदकर डॉक्टर को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन सतना ले जाते समय उनकी मौत हो गई।
4. क्या इस पुल पर पहले भी हादसे हुए हैं?
हाँ, स्थानीय निवासियों के अनुसार पहले भी कई वाहन नदी में गिर चुके हैं, क्योंकि पुल पर सुरक्षा दीवार नहीं है।