20 वर्ष से चल रहा सतना को महानगर बनाने का अभियान

सतना। पिछले 20 साल से भाजपा सरकार सतना को महानगर बनाने का अभियान चला रही हैं। जहां सतना की जनता को सांस लेना तक मुश्किल हो रहाहै। केंद्र सरकार के अमृत योजना के अंतर्गत सीवरेज प्रोजेक्ट का काम पिछले कई साल से करवाया जा रहा है, यह काम आज भी अपनी मंजिल से कोसों दूर बना हुआ है। पहली बार सतना की जनता ऐसा विकास देख रही है जिसके कारण घरों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है।

Update: 2021-02-28 23:49 GMT

सतना। पिछले 20 साल से भाजपा सरकार सतना को महानगर बनाने का अभियान चला रही हैं। जहां सतना की जनता को सांस लेना तक मुश्किल हो रहाहै। केंद्र सरकार के अमृत योजना के अंतर्गत सीवरेज प्रोजेक्ट का काम पिछले कई साल से करवाया जा रहा है, यह काम आज भी अपनी मंजिल से कोसों दूर बना हुआ है। पहली बार सतना की जनता ऐसा विकास देख रही है जिसके कारण घरों से निकलना तक मुश्किल हो जाता है।

सतना जिले में पिछले कई साल से सीवरेज प्रोजेक्ट के नाम पर सड़कों का हुलिया बद से बद्तर बनाया जा रहा है। इन दिनों जवाहर नगर से लेकर पतेरी तक सड़क का एक हिस्सा विकास के नाम पर खोद दिया गया है। जहां पर सुबह से चलने वाले निर्माण कार्य की वजह से डस्ट का गुबार आसमान पर छा जाता है। इस हिस्से में सबसे अधिक सड़क हादसे सामने आते हैं। बाइक सवार लोगों के ऊपर हमेशा अनहोनी का खतरा बना रहता है। नगर निगम की खास चहेते  इंजीनियरों ने सतना की आवोहवा खराब कर दी है। जहां देखो वहीं सतना शहर के अंदर डस्ट का गुबार छाया हुआ है। सीवरेज प्रोजेक्ट के नाम पर सतना की सड़कों को चौपट करने वाली नगर निगम इंजीनियरों के खिलाफ कई सालो में शासन अथवा नगर निगम स्तर से किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई। यह वही बेलगाम निर्माण इंजीनियर है जिसकी लापरवाही के कारण कई सालों से इस रोड़ का काम पूरा नही हो सका! इसके बाद भी नगर निगम की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हुआ है।

नहीं मिलने वाली है समस्या से मुक्ति

दिसंबर 2016 में केके स्पंज कंपनी दिल्ली ने सतना. रीवा शहर में सीवरेज प्रोजेक्ट का काम शुरू किया था। 36 माह की समय अवधि शासन ने निर्धारित कर रखी थी जो पहले ही बीत चुकी है। मध्यप्रदेश शासन से केके स्पंज कंपनी ने सीवरेज प्रोजेक्ट के लिए दो बार एक्सटेंशन हासिल किया है इसके बावजूद लक्ष्य अभी कोसों दूर बताया जाता है । इसका मतलब अभी कुछ और दिनों तक विंध्य की जनता को विकास के नाम पर खून के आंसू बहाने पड़ेंगे। सूत्रों ने बताया कि आमतौर पर मुख्य सड़क में किसी भी तरह का निर्माण कार्य कराने के दौरान समय.समय पर पानी का छिड़काव किया जाना अति आवश्यक माना जाता है इसके बावजूद केके स्पंज कंपनी का प्रबंधन जवाहर नगर तिराहे से लेकर पतेरी तक चल रहे निर्माण कार्य के बीच में पानी का छिड़काव नहीं करवाता है जिसके कारण हर समय लोगों के लिए जानलेवा डस्ट सबसे बड़ी मुसीबत साबित होती है।

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