राज्यमंत्री का भाई गांजा तस्करी मामले में अरेस्ट: मंत्री बोलीं- किसी को भी भाई बना देते हो; भोपाल में युवा कांग्रेस ने मंत्री की नेमप्लेट पर कालिख पोती

भोपाल में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई की गांजा तस्करी में गिरफ्तारी के विरोध में उनके सरकारी आवास का घेराव किया और नेमप्लेट पर कालिख पोत दी। कांग्रेस मंत्री से इस्तीफा मांग रही है।;

Update: 2025-12-10 16:40 GMT

मुख्य बिंदु (Top Highlights)

  • युवा कांग्रेस ने भोपाल में मंत्री प्रतिमा बागरी के सरकारी आवास के बाहर प्रदर्शन किया।
  • कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर नेमप्लेट पर कालिख पोत दी।
  • सतना में मंत्री के भाई पर गांजा तस्करी का मामला दर्ज, गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस इस्तीफा मांग रही।
  • मंत्री बागरी ने भाई और कथित बहनोई पर उठे सवालों से खुद को अलग बताया, कहा—“पुलिस काम कर रही है।”

आज बुधवार सुबह करीब 7:15 बजे भोपाल में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता नगरीय प्रशासन राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के 74 बंगला स्थित सरकारी आवास पर पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों ने आवास के बाहर लगी नेमप्लेट पर कालिख पोत दी और जोरदार नारेबाजी की। यह वह जगह है जहां मंगलवार को भी कांग्रेस ने प्रदर्शन किया था, लेकिन आज प्रदर्शन और अधिक आक्रामक रहा।

गांजा तस्करी मामले में मंत्री के भाई की गिरफ्तारी से बढ़ा विवाद

सतना जिले की रैगांव सीट से विधायक और मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी को पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। यही मामला राजनीतिक रूप से बड़ा मुद्दा बन गया है, और कांग्रेस खुलकर मंत्री से इस्तीफे की मांग कर रही है। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज आवास के बाहर लगाए गए पुलिस बैरिकेड तोड़ दिए और मंत्री के नाम वाली तख्ती पर कालिख पोतकर विरोध दर्ज कराया।

प्रदर्शन की भनक लगते ही भारी पुलिस बल तैनात

जैसे ही पुलिस को प्रदर्शन की जानकारी मिली, मंत्री के बंगले की सुरक्षा तुरंत बढ़ा दी गई। बैरिकेडिंग लगाई गई थी, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उसे भी पार कर लिया। मौके पर मौजूद पुलिस ने मामले को नियंत्रण में लिया और प्रदर्शनकारियों को दूर हटाया।

मंत्री बागरी ने भाई से पल्ला झाड़ा, कहा—“पहले तथ्यों की पुष्टि करें”

कैबिनेट बैठक के दौरान मंगलवार को मीडिया ने जब प्रतिमा बागरी से भाई की गिरफ्तारी पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा— “कोई भी अपने आप को रिश्तेदार बता देता है। पहले इसकी पुष्टि कर लें, फिर सवाल पूछें।” सोमवार रात खजुराहो में भी इस मामले पर जब उनसे पूछा गया तो वे नाराज हो गईं और कह बैठीं—“आप लोग फालतू की बातें करते हैं।”

हालांकि बाद में उन्होंने नरम स्वर में कहा कि पुलिस अपना काम कर रही है और दोषी चाहे कोई भी हो—“पुलिस प्रशासन कार्रवाई करेगा।” पार्टी स्तर पर उनके बयान की जानकारी मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने राष्ट्रीय नेतृत्व को भेज दी है।

कैसे पकड़ा गया 48 पैकेट गांजा? पुलिस का पूरा ऑपरेशन

सतना पुलिस के अनुसार, 7–8 दिसंबर की रात मुखबिर की सूचना पर मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर छापामार कार्रवाई की गई। घर के टीन शेड में धान की बोरियों के नीचे छिपाकर रखी गईं 4 बोरियों से 48 पैकेट गांजा बरामद हुआ। जप्त सामग्री की कीमत लगभग ₹9,22,680 आंकी गई।

पंकज की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने इस गांजा को अनिल बागरी और उनके बहनोई शैलेंद्र सिंह का बताया। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को अनिल बागरी को भी हिरासत में ले लिया। दोनों को NDPS एक्ट के तहत कोर्ट में पेश कर 19 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। 3 दिसंबर को यूपी की बांदा पुलिस शैलेंद्र सिंह को भी इसी केस में पकड़ चुकी है।

कांग्रेस बोली—“मंत्री को पद छोड़ना चाहिए”

भाई की गिरफ्तारी के बाद प्रदेश में राजनीतिक हवाओं का रुख तेजी से बदल गया है। कांग्रेस ने कहा कि नैतिक आधार पर मंत्री को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। वहीं बीजेपी का कहना है कि कानून अपना काम कर रहा है और बिना तथ्य जांचे किसी पर आरोप तय करना गलत है।



👉 Join WhatsApp Channel for Latest MP Political Updates


FAQs – भोपाल युवा कांग्रेस प्रदर्शन

कांग्रेस ने मंत्री के आवास पर कालिख क्यों पोती?

मंत्री प्रतिमा बागरी के भाई की गांजा तस्करी में गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस इस्तीफा मांग रही है और इसी के विरोध में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।

क्या मंत्री ने अपने भाई को लेकर सफाई दी?

मंत्री ने कहा कि मीडिया पहले रिश्ते की पुष्टि करे, बाद में सवाल पूछे। उन्होंने कहा पुलिस अपना काम कर रही है।

गांजा कैसे बरामद हुआ?

सतना पुलिस ने मरौहा गांव में छापामार कार्रवाई में धान की बोरियों के नीचे 48 पैकेट गांजा बरामद किया।

क्या आगे और गिरफ्तारी संभव है?

जांच जारी है। पुलिस ने कहा है कि जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।

Tags:    

Similar News