रीवा : शहर में बाइक चोरों का ताण्डव, 24 घंटे में उड़ाई....
Get Latest Hindi News, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, Today News in Hindi, Breaking News, Hindi News - Rewa Riyasat
रीवा। शहर में बाइक चोरी की घटनाएं आम हो गई है। प्रतिदिन शहर से बाइक चोरी हो रही हैजिसमें ज्यादातर गाडिय़ों का तो पता भी नहीं चल पाता है। हालत यह है कि गुरुवार को एक दिन में आधा दर्जन से अधिक बाइक चोरी हुई। शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों से गाडिय़ां चोरी हुई जिनका अभी तक पता नहीं चल पाया है।
सिलसिलेवार हो रही घटनाएं जानकारी के अनुसार शहर में बाइक चोरों ने गुरुवार को सिलसिलेवार तरीके से घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस की नींद उड़ा दी।शहर में 24 घंटे के अंदर सात गाडिय़ां बदमाशों ने पर कर दी। ये गाडिय़ां सिविल लाइन, समान व सिटी कोतवाली थाना क्षेत्रों से चोरी हुई है। पीडि़त अपनी बाइकें खड़ी करके जाते है और चोर बड़े आराम से उनको लेकर चंपत हो जाते है। उक्त गाडिय़ां सिविल लाइन थाने के न्यायालय परिसर, रमागोविन्द पैलेस, समान थाने के बाणसागर तलैया के पास से चोरी हुई है। इन गाडिय़ों को चोर बुधवार की शाम से लेकर गुरुवार की शाम के बीच में उड़ाए है। हैरानी की बात तो यह हैकि इतनी बड़ी तादात में गाडिय़ां चोरी हो रही है लेकिन पुलिस उनकी बरामदगी की दिशा में गंभीर नजर नहीं आ रही है। बाइक चोरी की सूचना मिलने पर कंट्रोल रुम से प्वाइंट जारी किया जाता है जिसे ज्यादातर पुलिसकर्मीनोट भी नहीं करते है। यही कारण है कि आराम से चोर बाइक लेकर चंपत हो जाते हैं। बाइक चोरी की घटनाएं पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठा रही है। एक माह में आधा सैकड़ा से अधिक बाइकें चोरी होती है जिनकी फाइलें थानों में धूल खा रही है।
इन स्थानों से चोरी होती है सर्वाधिक गाडिय़ां शहर में सबसे ज्यादा गाडिय़ां सिविल लाइन व समान थाना क्षेत्रों से चोरी होती है। शहर के रमागोविन्द पैलेस, तानसेन काम्पलेक्स, शिल्पी प्लाजा, न्यायालय परिसर, अस्पताल परिसर, स्टेच्यू चौराहा सहित अन्य स्थान शामिल है। इन स्थानों में बड़ी संख्या में गाडिय़ां खड़ी होती है जिससे उन्हें लेकर भागना चोरों के लिए भी आसान होता है। इसके अतिरिक्त दो दर्जन से अधिक मोहल्ले भी बदमाशों के पसंदीदा स्थान है जहां से गाडिय़ां चोरी होती है।
कुछ गिरोहों के संबंध में जानकारियां मिली है शिवेन्द्र सिंह, सीएसपी रीवा ने बताया कि शहर में बाइक चोरी की घटनाएं हो रही है जिनको रोकने के लिए थानों की पुलिस काम कर रही है। कुछ पुराने चोरों का पता लगाया जा रहा है। कुछ गिरोहों के संबंध में जानकारियां मिली है जिनके पकड़े जाने के बाद गाडिय़ां बरामद हो जायेगी