रीवा में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट: बिगड़ सकता है मौसम का मिजाज, बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाएं
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में मौसम विभाग ने 17 जुलाई तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. जानिए आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम और किन बातों का ध्यान रखना है.;
रीवा में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश की स्थिति
रीवा में भारी बारिश का अलर्ट जारी: मध्य प्रदेश में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है, और इसका असर रीवा जिले में भी दिख रहा है. मौसम विभाग ने रीवा में 17 जुलाई तक अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसका मतलब है कि आने वाले दिनों में यहां मूसलाधार बारिश हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है. पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी पैदा हो रही है.
क्या होता है ऑरेंज अलर्ट?
मौसम विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले अलर्ट का एक खास मतलब होता है. ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि मौसम में बदलाव की संभावना है और लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है. इसका यह भी मतलब है कि मौसम कभी भी बिगड़ सकता है, इसलिए जरूरी है कि लोग मौसम से जुड़ी जानकारी पर नजर रखें. यह अलर्ट तब जारी किया जाता है जब मौसम विभाग को लगता है कि अगले कुछ दिनों में अति भारी बारिश, तेज हवा या बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं, जिनसे लोगों को कुछ असुविधा हो सकती है.
रीवा के मौसम का हाल
रीवा में मौसम कैसा रहेगा? मौसम विभाग के अनुसार, रीवा में 16 और 17 जुलाई को भी तेज बारिश होने का अनुमान है. अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. हवा की रफ्तार 13 किमी/घंटे की रह सकती है. बारिश और तेज हवा के कारण मौसम में नमी रहेगी और लोगों को उमस से राहत मिल सकती है. हालांकि, इस दौरान तेज बारिश की वजह से शहर के निचले इलाकों और सड़कों पर पानी भर सकता है, जिससे यातायात प्रभावित हो सकता है.
लोगों के लिए जरूरी सलाह
घरों में रहें: बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें.
सुरक्षित रहें: बिजली चमकने और गरजने के दौरान खुले मैदानों, पेड़ों और बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचें.
यातायात: अगर गाड़ी चला रहे हैं, तो धीमी रफ्तार से चलाएं और जलभराव वाले इलाकों से दूर रहें.
पुराने मकानों से दूरी: कच्चे या पुराने मकानों और दीवारों के पास न रुकें, क्योंकि तेज बारिश में इनके गिरने का खतरा होता है.