विंध्य में हर दिन टपक रही लाशें, पुलिस पर्दाफास तक सीमित : VINDHYA NEWS

रीवा। विंध्य क्षेत्र में हत्या और लाशें मिलने जैसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। वारदातों को लेकर सतना एवं रीवा जिला नंबर वन पर चल रहे हैं। पुलिस सिर्फ पर्दाफास करने तक सीमित होकर रह गई है। सतना में अभी 12 मार्च को मनीष सिंह नामक युवक की लाश मिली थी जिसके बाद पुलिस ने 13 जनवरी को मामले का खुलासा करने के लिए प्रेस वार्ता आयोजित की थी। तो वहीं 13 जनवरी को ही रीवा जिले के कोठी कम्पाउण्ड परिसर में स्थित शिव मंदिर के पास एक वृद्ध महिला की लाश मिली। इससे पूर्व 11 मार्च को रीवा जिले के सोहागी थाना अंतर्गत एक युवक की सरेआम धारदार हथियार से हत्या कर दी गई तो 14 जनवरी को सतना जिले में एक फिर एक लाश मिली है। सतना शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के स्टेशन मार्ग पर ग्रीन टाकीज के पास एक युवक की लाश मिली है। कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही में जुटी हुई है। 

Update: 2021-03-14 15:36 GMT

रीवा। विंध्य क्षेत्र में हत्या और लाशें मिलने जैसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। वारदातों को लेकर सतना एवं रीवा जिला नंबर वन पर चल रहे हैं। पुलिस सिर्फ पर्दाफास करने तक सीमित होकर रह गई है। सतना में अभी 12 मार्च को मनीष सिंह नामक युवक की लाश मिली थी जिसके बाद पुलिस ने 13 जनवरी को मामले का खुलासा करने के लिए प्रेस वार्ता आयोजित की थी। तो वहीं 13 जनवरी को ही रीवा जिले के कोठी कम्पाउण्ड परिसर में स्थित शिव मंदिर के पास एक वृद्ध महिला की लाश मिली। इससे पूर्व 11 मार्च को रीवा जिले के सोहागी थाना अंतर्गत एक युवक की सरेआम धारदार हथियार से हत्या कर दी गई तो 14 जनवरी को सतना जिले में एक फिर एक लाश मिली है। सतना शहर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के स्टेशन मार्ग पर ग्रीन टाकीज के पास एक युवक की लाश मिली है। कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही में जुटी हुई है। 

किशोरी का अपहरण?

रायपुर कर्चुलियान अंतर्गत एक किशोरी के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है। बताया गया है कि किशोरी स्कूल गई हुई थी जहां से लौटते समय बदमाशों ने अपहरण कर लिया है। बदमाशों ने किशोरी के परिजनों से 9 लाख रुपये फिरौती की मांग की है। पुलिस किशोरी की तलाश में जुटी है। 

पुलिस पर भारी पड़ रहे अपराधी

दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही घटनाओं से प्रतीत होता है कि अपराधी पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं। पुलिस अपराधियों के सामने असहाय हो गई है। पुलिस का काम अब सिर्फ वारदात के बाद कागजी कार्रवाई तक सीमित होकर रह गया है। अथवा शराब की 10-20 बोतलंे पकड़ने के काम में लगी हुई है। अपराध पर नियंत्रण करना पुलिस की डायरी से बाहर हो चुका है। अपराधियों पर पुलिस का बिल्कुल भी भय नहीं है। यही कारण है कि सरेआम घटनाएं हो रही हैं। 

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