Coronavirus: रीवा से 3 संदिग्ध गायब! व्यवस्था पर सवालिया निशान

रीवा। कहर बनकर कोरोना ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। प्रदेश भर में अब तक 415 मरीज कोरोना से संक्रमित पाये गए हैं। वहीं जिले में

Update: 2021-02-16 06:17 GMT

रीवा। कहर बनकर कोरोना ने पूरे विश्व को अपनी चपेट में ले लिया है। प्रदेश भर में अब तक 415 मरीज कोरोना से संक्रमित पाये गए हैं। वहीं जिले में भी संक्रमित मरीजों से इंकार नहीं किया जा सकता। कारण यह कि बाहर से आने वाले लोंगों की स्क्रीनिंग करने में स्वास्थ्य महकमा केवल औपचारिकता पूरी कर रहा है। जिले भर में बिना इक्विपमेंट के ही स्क्रीनिंग करने वाली टीम सड़क नाप रही है। वहीं जिन मरीजों में कोरोना वायरस के संभावित लक्षण देखने को मिल रहे हैं, उन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होने के लिए डॉक्टर सलाह तो अवश्य दे रहे हैं लेकिन उनमे से कुछ या तो रास्ते से गायब हो रहे हैं और कुछ अस्पताल में भर्ती होने के बाद गायब हो रहे हैं। ऐसे मरीजों के गायब होने से स्थिति और भी भयावह बनती जा रही है जिस पर नियंत्रण पाना आने वाले समय में किसी के बस की बात नहीं होगी।

ऐसे हो रहा इलाज

केस-1ः हनुमना के टनमन पटेहरा निवासी संदीप कोल जो मुंबई में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है, वहां से बीमार हालत में आया। 23 मार्च को बीएमओ मऊगंज द्वारा स्क्रीनिंग की गई तथा कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण पाए जाने की बात कही गई एवं उस संजय गांधी अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। एंबुलेंस वाहन चालक द्वारा ले जाने से मना करने पर उसे डायल 100 के द्वारा रीवा लाया जा रहा था लेकिन पुलिस उस संदिग्ध को कहां ले गई और कहां भर्ती किया, इस बात की जानकारी किसी को नहीं है। हांलांकि सूत्रो का कहना है कि युवक के बारे में नोडल अधिकारी ने अस्थमा पीड़ित होना बताया है। साथ ही इसको बाद में रूल आउट करने की बात कह कर मामले को टाल दिया गया।

केस-2ः 23 मार्च को एक अधेड़ मुंबई से रीवा पहुंचा, जिसकी हालत गभीर थी, वह बार-बार अस्पताल में भर्ती कराने की गोहार लगा रहा था। आरटीओ द्वारा कलेक्टर को जानकारी दी गई, उसे अस्पताल में भर्ती कराने की जिम्मेदारी चोरहटा पुलिस को सौंपी गई, लेकिन उसे कहां भर्ती कराया गया, इसका जबाव किसी के पास नही है।

केस-3ः बिछिया निवासी एक शहरवासी में कोरोना के लक्षण होने की बात कही गई। इस बात की जानकारी संक्रामक बीमारी के नोडल अधिकारी डाॅ अक्षय श्रीवास्तव ने बिछिया थाने के पुलिस को दी। उस संदिग्ध को पुलिस द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती तो कराया गया, लेकिन वह कुछ ही घण्टों में अस्पताल से गायब हो गया। इस बारे में न तो बिछिया पुलिस के पास कोई जवाब है और न ही अस्पताल प्रबंधन इसकी जानकारी दे पा रहा हैं।

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