रीवा: बीपीएल कार्डधारी को बिजली विभाग ने भेजा संपत्ति कुर्की का नोटिस, मजदूर ने कर ली आत्महत्या

रीवा. बिजली विभाग के अधिकारियों की अचल संपत्ति कुर्की की नोटिस से परेशान बीपीएल कार्डधारी ने गुरुवार रात आत्महत्या कर लिया। घटना सेमरिया क्षेत्र के सेहतरा

Update: 2021-02-16 05:54 GMT

रीवा. बिजली विभाग के अधिकारियों की अचल संपत्ति कुर्की की नोटिस से परेशान बीपीएल कार्डधारी ने गुरुवार रात आत्महत्या कर लिया। घटना सेमरिया क्षेत्र के सेहतरा गांव की है। जिस मजूदर को बकाया जमा करने के लिए कुर्क की नोटिस जारी की है, उसके घर खाने को अनाज तक नहीं है। परिजनों ने बताया कि वह प्रतिदिन मजदूरी कर परिवार का पेट पालता था। आरोप है कि मौत के बाद पुलिस ने जबरिया शव को कब्जे में लेकर अंत्येष्ठी करा दिया। बिजली विभाग और पुलिस मनमानी की सूचना को लेकर सेमरिया से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक जमकर हंगामा हुआ। देररात तक कांग्रेस विधायक सुंदरलाल तिवारी सहित कार्यकर्ता बवाल करते रहे। कलेक्टर ने पूरे मामले की जांच अपर कलेक्टर से कराने का आश्वासन दिया है।

जिले के सेमरिया तहसील क्षेत्र के सेहतरा गांव के देवनाथ साकेत का बेटा इंद्रभान साकेत (38) मजदूरी करता था। वह चार भाइयो में सबसे छोटा है। जानकारी के अनुसार, इंद्रभान साकेत गुरुवार रात खाना खाकर कमरे में सो गया था। देर रात युवक उठा और कमरे के अंदर ही फांसी लगा लिया। देर रात परिजन को घटना की जानकारी हुई तो पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवा दिया।

19865 रुपए का बकाया बिल थमाया

परिजनों ने बताया कि बिजली विभाग के अधिकारियों ने मृतक के पिता देवनाथ के नाम पहले 19865 रुपए का बकाया बिल थमाया था। बकाया नहीं जमा करने पर छह माह पहले ही घर का बिजली कनेक्शन काट दिया था। बिजली विभाग के अधिकारी 25 मार्च 2018 को मृतक के पिता देवनाथ साकेत के नाम से अचल संपत्ति कुर्क की नोटिस जारी कर दबाव बना रहे थे। दो दिन पहले सीएमडी की समीक्षा मीटिंग बताकर मृतक को बिल जमा करने के लिए धमकाया गया, परिजनों का कहना है कि जिससे परेशान युवक ने आत्महत्या कर ली। पत्नी सीमा का रो-रोकर बुराहाल है, मृतक की डेढ़ साल की बेटी लाली है।

तीन सौ रुपए प्रतिदिन करता था मजदूरी

मृतक परिवार का पेट पालने के लिए प्रतिदिन 300 रुपए की मजूदरी करता था। इन दिनों ग्राम पंचायत में काम बंद होने पर बाहर भी काम नहीं मिल रहा था। परिजनों की माने तो जेल जाने के डर से युवक ने यह आत्मघाती कदम उठा लिया। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।

एफआइआर और मुआवजा दिलाने पर अड़े रहे कांग्रेसी

मामले में पीडि़त परिजनों के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सेमरिया से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक हंगामा किया। देरशाम तक कलेक्ट्रेट के मुख्यगेट पर प्रदर्शन करते रहे। जिला पंचायत अध्यक्ष अभय मिश्र की अगुवाई में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता मृतक की पत्नी सीमा सहित परिजनों को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। विधायक सुंदरलाल तिवारी भी पहुंचे। कांग्रेसियों ने कहा, बीपीएल कार्डधारी को कुर्क नोटिस जारी करने का अधिकार नहीं है, नोटिस के भय से मजदूर ने फांसी लगा ली। पीडि़त परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। बिजली और पुलिस विभाग के अधिकारियों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। कलेक्टर प्रीति मैथिल ने मामले की जांच अपर कलेक्टर से कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वास दिया है।

बिजली बिल से इंकार कर रही पुलिस

घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची पुलिस के मुताबिक आरंभिक जांच में बिजली बिल से जुड़ी कोई बात सामने नहीं आई है। उसके घर का कनेक्शन 6 महीने पहले कट गया था। युवक घरेलू समस्याओं को लेकर परेशान था जिसकी वजह से आत्महत्या की बात सामने आ रही है।

युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है जिसकी जांच की जा रही है। घर का कनेक्शन उसके पिता के नाम पर था जो 6 महीने पहले कट गया है। विभाग द्वारा 19865 रुपए का बिल भेजा था। मामले की जांच के बाद ही वास्तविकता सामने आएगी।-सुनील गुप्ता, थाना प्रभारी सेमरिया

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