रीवा में मतदाता सूची SIR में 85 हजार से ज्यादा नाम कटे, एमपी में 42 लाख मतदाता हटे

मध्य प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के पहले चरण के बाद 42 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटाए जाएंगे। रीवा सहित कई जिलों में मतदाता सूची में संशोधन हुआ है। जानिए पूरा अपडेट।

Update: 2025-12-24 05:45 GMT
  • स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) का पहला चरण पूरा
  • 42.74 लाख मतदाताओं के नाम हटाने की प्रक्रिया
  • रीवा समेत बड़े जिलों में मतदाता सूची में संशोधन
  • 22 जनवरी तक आपत्ति दर्ज करने का मौका

भोपाल. मध्य प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के पहले चरण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। निर्वाचन आयोग द्वारा प्रदेश के 65,014 मतदान केंद्रों की मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रदेश में वोटरों की वास्तविक स्थिति काफी हद तक स्पष्ट हो गई है।

निर्वाचन सदन से जारी आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में कुल 5.74 करोड़ मतदाता दर्ज थे, जिनमें से 42.74 लाख वोटरों के नाम विभिन्न कारणों से हटाए जाने की प्रक्रिया में हैं। इनमें मृत, स्थानांतरित, अनुपस्थित और एक से अधिक स्थानों पर नाम दर्ज होने वाले मतदाता शामिल हैं।

रीवा में मतदाता सूची संशोधन | Rewa Voter List Update

रीवा जिला भी उन जिलों में शामिल है, जहां मतदाता सूची में व्यापक सत्यापन किया गया है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, रीवा में 85,533 नाम संशोधन की सूची में आए हैं। निर्वाचन विभाग का कहना है कि यह प्रक्रिया सूची को शुद्ध और अद्यतन बनाने के लिए की गई है, ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की त्रुटि न रहे।

अधिकारियों के अनुसार, रीवा में अधिकांश नाम स्थान परिवर्तन या लंबे समय से अनुपस्थित मतदाताओं के हैं। आयोग ने स्पष्ट किया है कि पात्र मतदाताओं को पूरा अवसर दिया जाएगा ताकि वे आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत कर अपना नाम फिर से जुड़वा सकें।

फैक्ट फाइल

विधानसभा (Vidhan Sabha) मतदाता थे (Total Voters) कटे (Deleted/Removed)
सिरमौर (Sirmaur) 224700 6421
सेमरिया (Semariya) 228644 10751
त्योंथर (Teonthar) 220786 11300
मनगवां (Mangawan) 252184 11430
रीवा (Rewa) 226991 32404
गुढ़ (Gurh) 237362 13227
कुल (Total) 1390667 85533

प्रदेश में कितने नाम क्यों कटे | MP Voter Deletion Data

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा ने बताया कि प्रदेश में 5.74 करोड़ एन्यूमरेशन फॉर्म बांटे गए थे, जिनमें से 5.31 करोड़ वापस प्राप्त हुए। शेष फॉर्म वापस नहीं आ सके, जिसके चलते भी कई नाम जांच के दायरे में आए।

नाम कटने वाले 42.47 लाख वोटरों का विवरण

कारण संख्या
मृत मतदाता 8.46 लाख
एक से ज्यादा जगह नाम 2.76 लाख
शिफ्ट या अनुपस्थित 31.21 लाख
अन्य 29,927

नो-मैपिंग वोटर्स पर आयोग की नजर

प्रदेश में 8.65 लाख ऐसे वोटर सामने आए हैं, जिनकी मैपिंग नहीं हो सकी। यानी इनके नाम 2023 की मतदाता सूची में तो हैं, लेकिन 2003 की सूची में नहीं मिले। इनके माता-पिता या नजदीकी रिश्तेदारों के नाम भी रिकॉर्ड में उपलब्ध नहीं हैं।

निर्वाचन आयोग ऐसे मतदाताओं को दस्तावेज प्रस्तुत करने की नोटिस जारी करेगा। सत्यापन के बाद ही इनके नाम को अंतिम सूची में शामिल या हटाने का निर्णय लिया जाएगा।

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FAQs | वोटर लिस्ट से नाम कटा तो क्या करें?

वोटर लिस्ट से किनके नाम कटे हैं?

उत्तर: ऐसे मतदाता जिनकी मृत्यु हो चुकी है, जो स्थायी रूप से शिफ्ट हो गए हैं, लंबे समय से अनुपस्थित हैं या जिनके नाम एक से ज्यादा स्थानों पर दर्ज थे।

अपना नाम वोटर लिस्ट में कैसे जांचें?

उत्तर: निर्वाचन आयोग की वेबसाइट ceoelection.mp.gov.in पर जाकर EPIC नंबर से सर्च कर सकते हैं। जिला, विधानसभा या गांव के नाम से पूरी सूची डाउनलोड भी की जा सकती है।

अगर नाम कट गया है तो कैसे जुड़वाएं?

उत्तर: संबंधित क्षेत्र के BLO या ERO से संपर्क करें। 22 जनवरी तक आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है। आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद तय प्रक्रिया से नाम फिर जोड़ा जा सकता है।

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