रीवा में 18 इलेक्ट्रिक बसों को लेकर आ गई बड़ी खबर, तुरंत पढ़िए

रीवा में 18 इलेक्ट्रिक बसों को लेकर आ गई बड़ी खबर, तुरंत पढ़िएरीवा: शहरवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी उस समय आई थी जब रीवा शहर में इलेक्ट्रिक

Update: 2021-02-16 06:32 GMT

रीवा में 18 इलेक्ट्रिक बसों को लेकर आ गई बड़ी खबर, तुरंत पढ़िए

रीवा: शहरवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी उस समय आई थी जब रीवा शहर में इलेक्ट्रिक बसें चलाने का प्रस्ताव नगर निगम से मांगा गया था। निगम प्रशासन ने भारत सरकार के निर्देश मिलते ही प्रस्ताव तैयार करना शुरू भी कर दिया और इसे शासन को भेज भी दिया गया था। निगम ने शुरूआत में रीवा में 18 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा था, लेकिन इस प्रस्ताव पर अब तक कोई विचार नहीं किया गया।

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ऐसा इसलिए कहा जा सकता है क्योकि रीवा ननि को शासन की तरफ से कोई जवाब हां या न में नहीं मिला है। हालांकि भारत सरकार ने फेस-2 योजना के तहत लिए निकायों से लिए गए इन प्रस्तावों में प्रदेश के पांच बड़े शहरों को शामिल किया था। फेस-1 में ही इंदौर ने इस प्रस्ताव पर अपना कजा कर प्रदेश का पहला इलेक्ट्रिक बस चलाने वाला शहर बन गया था, लेकिन फेस-2 में भी इंदौर को और 100 बसों का संचालन के प्रस्ताव को भारत सरकार ने मान्य कर अनुमति दे दी।
इसके अलावा भोपाल को 100 बसें, जबलपुर को 50 बसें, ग्वालियर को 50 बसें व उज्जैन को 50 बसों के संचानल के प्रस्ताव को मान्य किया गया। वहीं रीवा द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर फिलहाल कोई आदेश ाारत सरकार का नहीं आया है। हालांकि अधिकारी इस बात को कहते हुए अपना बचाव कर रहे हैं कि फस्र्ट फेस में 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों को लिया गया है। सेकंड फेस में रीवा को बसों के संचालन पर हरी झंडी मिल सकती है।

बनेगा प्रदेश का 6वां शहर

प्रदेश भर में इंदौर के अलावा भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर व उज्जैन शहरों में इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू होगी। यदि रीवा के प्रस्ताव को स्वीकृति मिलती है तो रीवा प्रदेश का 6वां शहर होगा जहां इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होगा। बताया जा रहा है कि इंदौर में जो बसें चल रही हैं, यह बस चलने में बेहद स्मूथ है और यात्रियों के लिए बहुत ज्यादा कंफर्टेबल भी है।

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बताया गया कि इलेक्ट्रिक बस को एक बार चार्ज करने में लगभग 550 रुपये की बिजली खपत होती है, जिसमें यह 150 किलोमीटर दौड़ेगी। वहीं, डीजल बस को 150 किलोमीटर चलाने के 75 लीटर डीजल की खपत होती है। मतलब साफ है कि ईंधन की भी बचत करके सस्ती किराए वाली बस से यात्रियों की जेब पर भी कम बोझ पड़ेगा। इस बस से पर्यावरण में प्रदूषण कम होगा।
रीवा में यदि यह बस चलती है तो वह वर्तमान में चल रही बसों की तुलना में 10 गुना कम खर्च में दौड़ेगी। निगम ने निर्धारित कर रखे हैं रूट नगर निगम रीवा ने अपने प्रस्ताव में 18 बसों के संचालन की डिमांड की थी, जिसमें रेलवे से एपीएसयू के लिए 6 बसें, रेलवे से वयां अस्पताल चौक, पीटीएस और बस स्टैंड तक 6 बसें और रेलवे से सिरमौर चौक होते हुए रतहरा तक के लिए 6 बसों के संचालन का प्रस्ताव भेजा था। इन रूटों पर बसों के लिए चार्जिंग प्वाइंट भी बनाए जाने का प्रस्ताव भेजा गया था। इसके अलावा प्रस्ताव में बसों का प्रकार व संचालन हेतु उपयुक्त मॉडल भी बताया गया था।

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