क्या US प्रेजिडेंट को इग्नोर कर रहें इंडियन पीएम: ट्रम्प ने मोदी को 4 बार फोन किया, लेकिन प्रधानमंत्री ने बात नहीं की; जर्मन अखबार का दावा
जर्मन अखबार FAZ ने दावा किया है कि टैरिफ विवाद पर ट्रम्प ने मोदी को 4 बार फोन किया, लेकिन पीएम ने बात नहीं की। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रम्प की आक्रामक नीतियों से मोदी नाराज हैं।;
एक जर्मन अखबार FAZ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच तनाव बढ़ गया है। अखबार ने दावा किया है कि टैरिफ को लेकर ट्रम्प ने पीएम मोदी को 4 बार फोन किया, लेकिन मोदी ने उनसे एक बार भी बात नहीं की। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ट्रम्प की आक्रामक व्यापार नीति और भारत को 'डेड इकोनॉमी' कहने से मोदी काफी नाराज हैं। इसी वजह से भारत ने अमेरिका के साथ होने वाली व्यापार वार्ता भी रद्द कर दी और अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को नई दिल्ली आने से रोक दिया गया।
ट्रम्प की 'टैरिफ डिप्लोमेसी' से सतर्क थे मोदी
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रम्प की टैरिफ लगाने की एक खास रणनीति है। वह पहले किसी देश पर व्यापार घाटे का आरोप लगाते हैं, फिर टैरिफ की धमकी देते हैं और उसके बाद बातचीत शुरू करते हैं। इस तरीके से उन्होंने कई देशों को झुकाया है। लेकिन, अखबार लिखता है कि इस बार मोदी ने झुकने से इनकार कर दिया। इसके पीछे एक वजह वियतनाम के नेता के साथ हुआ ट्रम्प का विवाद भी है, जहां ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर एक व्यापार समझौते का झूठा दावा किया था। मोदी नहीं चाहते थे कि भारत भी ऐसे किसी 'स्टंट' का हिस्सा बने, इसीलिए उन्होंने ट्रम्प से दूरी बना ली।
अपमान और कड़वाहट की वजह
अखबार के मुताबिक, ट्रम्प के व्यवहार से मोदी को एक दशक पुराना अपमान याद आ गया है। तब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुजरात आकर मोदी से दोस्ती का वादा किया था, लेकिन उसी समय चीनी सेना ने भारतीय इलाके में घुसपैठ कर दी थी। इसी तरह, ट्रम्प ने पहले मोदी की तारीफ की, लेकिन फिर भारत को 'डेड इकोनॉमी' कहकर अपमानित किया। इस तरह के बर्ताव से दोनों देशों के रिश्तों में कड़वाहट आई है। इसके अलावा, ट्रम्प ने पाकिस्तान में तेल भंडार विकसित करने और पाकिस्तानी सेना प्रमुख को व्हाइट हाउस में आमंत्रित करने की भी बात कही थी, जिससे भारत नाराज हुआ।
टैरिफ से भारत की आर्थिक वृद्धि पर पड़ेगा असर
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ से भारत के निर्यात पर असर पड़ सकता है। भारत का 20% निर्यात, जिसमें कपड़े, ज्वेलरी और ऑटो पार्ट्स शामिल हैं, अमेरिका जाता है। इस भारी भरकम टैरिफ से भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.5% से घटकर 5.5% तक हो सकती है। यह नया टैरिफ 27 अगस्त से लागू होगा।