SCO में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत: मेंबर देशों ने पाक PM के सामने पहलगाम हमले की निंदा की, मोदी-पुतिन एक कार में; जिनपिंग बोले- संगठन आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद के खिलाफ

चीन में हुए SCO शिखर सम्मेलन में घोषणापत्र में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की गई। यह भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है।;

Update: 2025-09-01 06:37 GMT

चीन में हुई एससीओ (SCO) शिखर बैठक के दूसरे दिन भारत को एक बड़ी कामयाबी मिली है। शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई है। इस दौरान पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ भी वहाँ मौजूद थे। घोषणापत्र में साफ-साफ कहा गया कि पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले, इसकी योजना बनाने वाले और मदद करने वालों को सज़ा देना बहुत ज़रूरी है। 

बता दें कि इससे पहले जून में हुई रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान एससीओ के घोषणापत्र में पहलगाम हमले का कोई ज़िक्र नहीं था। तब भारत ने इस पर नाराज़गी जताई थी और इस घोषणापत्र पर दस्तख़त करने से मना कर दिया था।

पीएम मोदी ने आतंकवाद पर दिया कड़ा संदेश

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन दौरे के आख़िरी दिन एससीओ की बैठक में भाषण दिया। उन्होंने आतंकवाद को दुनिया के लिए एक बड़ा ख़तरा बताया। पहलगाम हमले का ज़िक्र करते हुए उन्होंने इसे आतंकवाद का सबसे बुरा रूप कहा। मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का सामना कर रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि कुछ देशों को आतंकवाद को खुले तौर पर समर्थन देने की छूट क्यों दी जा रही है।

पुतिन ने की भारत-चीन की तारीफ़

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि शंघाई सहयोग संगठन (SCO) स्थिरता और सुरक्षा का एक नया मॉडल है। उन्होंने कहा कि यह अब पुराने, यूरोप-केंद्रित मॉडल की जगह ले रहा है। पुतिन ने यूक्रेन संकट को सुलझाने के लिए भारत और चीन की कोशिशों की तारीफ़ भी की।

एससीओ में पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस सम्मेलन में शामिल होकर खुशी हो रही है और मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बेहतरीन स्वागत के लिए शुक्रिया अदा करता हूँ। उन्होंने उज़्बेकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की भी बधाई दी। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने एससीओ में एक अच्छा रोल निभाया है। उन्होंने संगठन को लेकर भारत की सोच को तीन स्तंभों पर आधारित बताया: एस- सिक्योरिटी (सुरक्षा), सी- कनेक्टिविटी और ओ- अपॉर्चुनिटी (अवसर)।

एससीओ सदस्यों को 281 मिलियन डॉलर की ग्रांट

एससीओ शिखर बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस साल संगठन के सदस्य देशों को 2 अरब युआन यानी करीब 281 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ग्रांट देने का ऐलान किया। यह मदद सदस्य देशों की आर्थिक और विकास से जुड़ी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए दी जाएगी। जिनपिंग ने कहा कि यह संगठन आतंकवाद, अलगाववाद और कट्टरता के खिलाफ है और चीन इसे आगे बढ़ाने का काम करेगा।

जिनपिंग बोले- संगठन आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद के खिलाफ

SCO की बैठक को सम्बोधित करते हुए चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि "यह संगठन आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ है। उन्होने कहा कि वैश्विक नीति में धमकाना बिलकुल भी मंजूर नहीं है। चीन एससीओ को आगे ले जाने की दिशा में काम करेगा।" 

एक ही कार में रवाना हुए मोदी-पुतिन

भारत के प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन चीन के तियानजिन में द्विपक्षीय बैठक के लिए एक ही कार से रवाना हुए।

FAQ

1. चीन में किस बैठक में पहलगाम हमले की निंदा की गई?

चीन में हुए शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में पहलगाम हमले की निंदा की गई।

2. यह भारत के लिए क्यों अहम है?

इससे पहले जून में हुई एससीओ की बैठक में इस हमले का ज़िक्र नहीं था, जिसके बाद भारत ने नाराज़गी जताई थी। इस बार घोषणापत्र में इसकी निंदा होना भारत की कूटनीतिक जीत है।

3. पीएम मोदी ने अपने भाषण में क्या कहा?

पीएम मोदी ने आतंकवाद को दुनिया के लिए खतरा बताया और कहा कि कुछ देशों को इसका खुला समर्थन देने की छूट नहीं मिलनी चाहिए।

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