Putin on India Oil Policy 2025: पुतिन ने कहा- "भारत कभी अमेरिका के दबाव में झुकेगा नहीं, मैं PM मोदी को अच्छे से जानता हूं, भारतीय अपमान सहन नहीं करते"
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिकी दबाव की आलोचना करते हुए कहा कि भारत कभी भी अपनी संप्रभुता से समझौता नहीं करेगा और रूसी तेल खरीदना जारी रखेगा। जानें पूरी खबर।;
मुख्य बातें | Top Highlights
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत की तेल नीति पर अमेरिकी दबाव को खारिज किया।
- PM मोदी की सराहना करते हुए कहा कि भारत अपनी संप्रभुता से कभी समझौता नहीं करेगा।
- पुतिन ने चेतावनी दी कि रूसी तेल के बिना वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा।
- भारत-रूस व्यापार असंतुलन दूर करने के लिए कृषि और दवाइयों में व्यापार बढ़ाने की सलाह दी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि भारत किसी भी हाल में अमेरिकी दबाव में आकर रूसी तेल की खरीद बंद नहीं करेगा। उन्होंने सोची शहर में आयोजित Valdai Policy Forum 2025 को संबोधित करते हुए साफ किया कि PM नरेंद्र मोदी ऐसे फैसले नहीं लेंगे जो भारत की संप्रभुता को नुकसान पहुंचाएं।
भारत पर अमेरिकी दबाव और पुतिन का जवाब | Putin on US Pressure
पुतिन ने कहा कि अगर अमेरिका अपने व्यापारिक साझेदारों पर ऊंचे टैरिफ लगाता है तो इसका असर पूरी दुनिया की ऊर्जा कीमतों पर पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर भारत रूसी तेल खरीदना बंद करता है तो उसे 9 से 10 अरब डॉलर का नुकसान होगा।
भारत-रूस व्यापार असंतुलन | Russia-India Trade Balance
पुतिन ने कहा कि भारत जैसे बड़े बाजार में कच्चे तेल की खरीद ने व्यापार असंतुलन पैदा किया है। इसे सुधारने के लिए भारत रूस से अधिक कृषि उत्पाद और दवाइयां खरीद सकता है। उन्होंने अपनी आगामी भारत यात्रा को लेकर उत्साह भी जताया।
रूस पर यूरोप और अमेरिका को संदेश | Putin Message to US and Europe
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यूरोपीय संघ के नेता अपने नागरिकों को रूस से डराकर गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस का इतिहास गवाह है कि वह कभी कमजोर नहीं पड़ा और भविष्य में भी ऐसा नहीं होगा।
पुतिन के संबोधन की 6 अहम बातें | 6 Big Points from Putin Speech
पुतिन ने अपने भाषण में कई अहम मुद्दों पर टिप्पणी की। उन्होंने BRICS देशों के योगदान की सराहना की, यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल देने पर चेतावनी दी और परमाणु हथियार नीति पर भी बयान दिया। इसके अलावा उन्होंने LGBTQ आंदोलन को लेकर रूस की सख्त नीति और अमेरिका में हो रही हिंसक घटनाओं का भी जिक्र किया।
कुल मिलाकर पुतिन का संदेश साफ है कि भारत-रूस संबंध मजबूत बने रहेंगे और कोई भी दबाव इन रिश्तों को प्रभावित नहीं कर पाएगा। उन्होंने मोदी को एक भरोसेमंद मित्र बताया और यह संकेत दिया कि ऊर्जा और व्यापार के क्षेत्र में दोनों देशों की साझेदारी और गहरी होगी।
FAQs – पुतिन का भारत पर बयान 2025 | Putin Statement on India 2025
भारत रूसी तेल खरीदना क्यों जारी रखेगा?
भारत की ऊर्जा जरूरतें बहुत बड़ी हैं और रूसी तेल सस्ता व स्थिर विकल्प है। PM मोदी किसी दबाव में निर्णय नहीं लेते।
अगर भारत रूसी तेल बंद कर दे तो क्या होगा?
पुतिन के अनुसार, भारत को 9-10 अरब डॉलर का आर्थिक नुकसान होगा और वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जा सकती हैं।
भारत-रूस व्यापार असंतुलन कैसे ठीक होगा?
भारत अगर रूस से अधिक कृषि उत्पाद, फार्मास्युटिकल्स और अन्य वस्तुएं खरीदे तो व्यापार संतुलन सुधर सकता है।
पुतिन ने यूरोप और अमेरिका को क्या संदेश दिया?
उन्होंने कहा कि यूरोपीय नेताओं को डर फैलाने के बजाय अपने देश की समस्याएं सुलझानी चाहिए और अमेरिका खुद रूसी यूरेनियम पर निर्भर है।