Ganesh Chaturthi 2022: श्रीगणेश उत्सव पर्व की तैयारी शुरू, जानें कब है स्थापना का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि

Ganesh Chaturthi 2022: शुभ में मुहूर्त में नियमपूर्वक भगवान गणेश की स्थापना करने पर घर में रिद्धि-सिद्धि का वास होता है।

Update: 2022-08-29 07:54 GMT

Ganesh Sthapana Rules And Puja Vidhi: पिछले वर्ष आपने अगर गणेश प्रतिमा की स्थापना अपने घर में की थी। या नही भी किया था लेकिन भगवान श्रीगणेश (Shri Ganesh) के विसर्जन में शामिल हुए होगें ते तब तो उनके विसर्जन (Ganesh Visarjan) के समय आपने भी जोर जोर से नारा लगाया होगा "गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आना"। तो बिना देर किए हुए गणपति बप्पा अपने भक्तों के घर आने के लिए तैयार हो चुके हैं। शायद आपने भी तैयारी कर ली होगी। फिर भी हम बता रहे हैं कि 31 अगस्त को भगवान श्रीगणेश आपके घर अवश्य पधारेंगे।

गणेश चतुर्थी कब है 

Ganesh Chaturthi Kab Hai/Ganesh Chaturthi Date: गणेश पुराण (Ganesh Puran) के अनुसार भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्री गणेश की स्थापना करने का विधान है। इस वर्ष 31 अगस्त को भगवान श्री गणेश स्थापना का मुहूर्त (Ganesh Sthapana Muhurt) बताया गया है। चतुर्थी तिथि पर गणेश प्रतिमा की स्थापना के बाद लगातार 10 दिनों तक भगवान श्री गणेश की पूजा सेवा की जाती है। इसके पश्चात पुनः गणेश विसर्जन कर अगले बरस फिर जल्दी आने के लिए विनती की जाती है।

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त

Ganesh Chaturthi Shubh Muhurat: जानकारी के अनुसार हिंदी पंचांग में भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि 23 अगस्त को दोपहर 3ः34 से शुरू होगी चतुर्थी तिथि का समापन 21 अगस्त को दोपहर 3ः30 पर है। ऐसे में पद्म पुराण में बताया गया है कि भगवान श्री गणेश का जन्म (Bhagwan Ganesh Janmotsav) स्वाति नक्षत्र के मध्यान काल में हुआ था इसी कारण भगवान श्री गणेश की स्थापना 31 अगस्त दिन बुधवार (Ganesh Sthapana Date) को किया जाएगा।

बना हुआ है रवि योग

Ganesh Chaturthi Ravi Yog: जानकारी के अनुसार 31 अगस्त को सुबह 6ः6 से लेकर 1 सितंबर को सुबह के 12ः12 तक रवि योग है। यह रवि योग बहुत ही महत्वपूर्ण बताया गया है। रवि योग में पूजा आराधना करने से सदैव लाभकारी सिद्ध होता है। इसलिए रवि योग में भगवान श्री गणेश की स्थापना कर पूजा करने से सभी विघ्न बाधाएं दूर होंगी।

इन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव

Ganesh Chaturthi Rashi Yog: गणेश चतुर्थी के दिन चार प्रमुख ग्रह स्वराशि में मौजूद रहेंगे। जिसमें बताया गया है कि गुरु अपनी स्वराशि मीन में, शनि अपनी स्व- राशि मकर में, बुध ग्रह स्वयं अपनी स्वराशि कन्या में और सूर्यदेव स्वराशि सिंह में मौजूद होंगे। इस वजह से शुभ संयोग (Ganesh Chaturthi Shubh Yog) में गणेश स्थापना करने पर जीवन में वैभव, समृद्धि और सुख की प्राप्ति होगी।

किस तरह की हो मूर्ति

Bhagwan Ganesh Ki Murti kaisi Honi Chahiye: भगवान श्री गणेश की मूर्ति अगर पंडाल में स्थापित करना है तो मिट्टी की होनी चाहिए। वहीं अगर घर दुकान या मकान में स्थापना करनी है तो मिट्टी के साथ ही सोने चांदी, स्फटिक एवं अन्य चीजों की हो सकती है।

प्रतिमा स्थापित करते समय ध्यान देने वाली बात यह है कि भगवान श्री गणेश की मूर्ति के हाथों में अंकुश, पाश, लड्डू होना चाहिए। साथ ही सूंड घुमावदार और हाथ वरदान देने की मुद्रा में होना चाहिए। श्री गणेश को जनेऊ अवश्य चढ़ाएं और उनका वाहन मूषक भी अवश्य होना चाहिए।

Tags:    

Similar News