नौकरीपेशा वालों के लिए बड़ी खबर! मोदी सरकार ने 29 श्रम कानूनों को मिलाकर 4 नए क़ानून बनाएं, PF में कटेंगे अधिक पैसे, जानिए कितना पड़ेगा आपकी सैलरी में फर्क

मोदी सरकार चौकाने वाले निर्णय के लिए जानी जाती है. अब सरकार ने 29 श्रम कानूनों को मिलाकर 4 नए क़ानून बनाए हैं. नए कानूनों के तहत सीधा असर सीधे नौकरीपेशा वालो की सैलरी पर पड़ेगा, टेक होम सैलरी कम हो जाएगी. साथ ही PF के पैसे अधिक कटेंगे. 

Update: 2021-02-20 12:10 GMT

मोदी सरकार चौकाने वाले निर्णय के लिए जानी जाती है. अब सरकार ने 29 श्रम कानूनों को मिलाकर 4 नए क़ानून बनाए हैं. नए कानूनों के तहत सीधा असर सीधे नौकरीपेशा वालो की सैलरी पर पड़ेगा, टेक होम सैलरी कम हो जाएगी. साथ ही PF के पैसे अधिक कटेंगे. 

देश में नौकरीपेशा वालों के लिए 29 क़ानून बनाए गए थें. जिन्हे मिलाकर अब मोदी सरकार ने 4 नए क़ानून बनाए हैं. ये कानून हैं- व्यावसायिक सुरक्षा कानून, स्वास्थ्य और कार्य की स्थितियां, औद्योगिक संबंध और सामाजिक सुरक्षा कानून. ये क़ानून एक अप्रैल से लागू हो जाएंगे एवं मई माह से इसका असर भी दिखना शुरू हो जाएगा. 

सबसे पहले सैलरी का गणित समझना जरूरी

नौकरी करने वाले लोग दो शब्दों से परिचित होते हैं, पहला CTC यानी कॉस्ट टु कंपनी और दूसरा टेक होम सैलरी, जिसे इन-हैंड सैलरी भी कहा जाता है.

1. CTC:

CTC यानी आपके काम के ऐवज में कंपनी का कुल खर्च, यह आपकी कुल सैलरी होती है. इस सैलरी में आपकी बेसिक सैलरी तो होती ही है, इसके अलावा हाउस अलाउंस, मेडिकल अलाउंस, ट्रैवल अलाउंस, फूड अलाउंस और इंसेंटिव भी होता है. इन सबको मिलाकर आपकी टोटल सैलरी तय होती है, जिसे CTC कहा जाता है.

2. टेक होम सैलरी:

जब आपके हाथ में सैलरी आती है तो वह आपकी CTC से कम होती है. वजह- कंपनी आपकी CTC यानी कुल सैलरी से कुछ पैसा प्रोविडेंट फंड यानी PF के लिए काटती है, कुछ मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम के तौर पर काटती है और इसके अलावा भी कुछ मदों में कटौती की जाती है. इन सभी के बाद जो पैसा आपके हाथ में आता है, वह आपकी इन-हैंड सैलरी होती है.

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कैसे कम हो जाएगी आपकी सैलरी?

जिसकी बेसिक सैलरी CTC की 50% है, उसे कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन जिसकी बेसिक सैलरी CTC की 50% नहीं है उसे ज्यादा फर्क पड़ेगा. ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि इन नियमों के तहत अब किसी की भी बेसिक सैलरी CTC के 50% से कम नहीं हो सकती.

दरअसल PF का पैसा आपकी बेसिक सैलरी से कटता है, जो बेसिक सैलरी का 12% होता है. यानी बेसिक सैलरी ‍जितनी ज्यादा होगी PF उतना ज्यादा कटेगा. पहले लोग टोटल CTC से बेसिक सैलरी कम कराकर अलाउंस बढ़वा लेते थे, जिससे टैक्स में छूट भी मिल जाती थी और PF भी कम कटता था. इससे इन-हैंड सैलरी बढ़ जाती थी.

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CTC के 100 रूपए के गणित से ऐसे समझें पुराने एवं नए नियम 

Basic Salary : पुराने नियम के अनुसार आपकी बेसिक सैलरी 40 रूपए थी, तो नए नियम के अनुसार आपकी Basic Salary 50 रूपए होगी (क्योंकि यह CTC की 50 फीसद होनी ही चाहिए). 

Allowance : पुराने नियम के अनुसार 100 CTC का 60 रूपए अलाउंस होता था, अब नए नियम में 50 रूपए अलाउंस होगा. 

PF : पुराने नियम के अनुसार बेसिक सैलरी से PF कटा 12% यानी 4.8 रूपए, नए नियम के अनुसार Basic Salary से PF कटेगा 12% यानी 6 रूपए. 

Medical Insurance : मेडिकल इन्शुरन्स दोनों नियम में 1 रूपए (माना)

अब आपकी बेसिक सैलरी : पुराने नियम के अनुसार 40-4.8-1=34.2 रूपए, नए नियम के अनुसार 50-6-1=43 रूपए

अब इन हैंड सैलरी होगी : पुराने नियम में 60+34.2=94.2 रूपए, अब नए नियम में इन हैंड सैलरी होगी 50+43=93 रूपए

यानी 100 रूपए के CTC में आपकी हाथ पर अब नए नियम के मुताबिक़ 93 रूपए आएँगे, जबकि पुराने नियम के मुताबिक़ 94.2 रूपए आते थें. नए नियम में आपकी इन हैंड सैलरी में 1.2 रूपए कम आएँगे. 

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