MP में कांपता नया साल: रीवा–जबलपुर में रिकॉर्ड ठंड, शहडोल में तापमान 1.7 डिग्री...बर्फ जम गई; कोहरा और शीतलहर से बिगड़े हालात
मध्यप्रदेश में शीतलहर और कोहरे का कहर — रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभाग में तापमान गिरकर रिकॉर्ड स्तर पर। ट्रेनों की टाइमिंग पर असर, अगले 48 घंटे और मुश्किल।
- एमपी के कई शहरों में शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति
- रीवा, शहडोल, जबलपुर, सागर संभाग में रिकॉर्ड गिरावट
- घने कोहरे से ट्रेनों की टाइमिंग पर असर
- न्यू ईयर सेलिब्रेशन भी पड़ेगा ठंड के साये में
मध्यप्रदेश में इस समय ऐसी ठंड पड़ रही है, जिसे देखकर पहाड़ी प्रदेशों की याद आ रही है। खासकर पूर्वी हिस्से — रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर संभाग — में कड़ाके की सर्दी लोगों को परेशान करने लगी है। बीती रात शहडोल के कल्याणपुर में पारा गिरकर 1.7°C तक पहुंच गया, जो इस सीजन की सबसे कम रीडिंग मानी जा रही है।
जेट स्ट्रीम और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ने बढ़ाई ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस समय पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी और ऊपर की हवा में तेज जेट स्ट्रीम सक्रिय है। जेट स्ट्रीम मंगलवार को 259 kmph तक पहुंच गई, जिसकी वजह से प्रदेश में रात के तापमान में तेज गिरावट आई। साथ ही वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण कई जगह घना कोहरा और दिन में भी सर्दी महसूस हो रही है।
कोहरे से ट्रेनों का टाइमटेबल बिगड़ा
घने कोहरे की वजह से दिल्ली से आने-जाने वाली कई बड़ी ट्रेनें — जैसे मालवा, शताब्दी, सचखंड और कर्नाटक एक्सप्रेस — लगातार देरी से चल रही हैं। विजिबिलिटी कई जगह 50 से 200 मीटर के बीच दर्ज की गई, जिससे संचालन पर सीधा असर पड़ा।
रीवा, सतना, सीधी में पारा 5 डिग्री के आसपास
पूर्वी एमपी इस बार सबसे ज्यादा कांप रहा है। मंडला और रीवा में तापमान करीब 5°C, जबकि सतना में 5.2°C रहा। वहीं भोपाल में 5.6°C, इंदौर और ग्वालियर में 6.6°C रिकॉर्ड हुआ। कुल मिलाकर करीब 30 शहर ऐसे रहे, जहां न्यूनतम तापमान 10°C से नीचे रहा।
| शहर (City) | रात का तापमान (Night Temperature in °C) |
|---|---|
| कल्याणपुर (शहडोल) / Kalyanpur (Shahdol) | 1.7 |
| नौगांव (छतरपुर) / Nowgong (Chhatarpur) | 3.0 |
| उमरिया / Umaria | 3.1 |
| खजुराहो (छतरपुर) / Khajuraho (Chhatarpur) | 4.4 |
| राजगढ़ / Rajgarh | 4.6 |
| पचमढ़ी (नर्मदापुरम) / Pachmarhi (Narmadapuram) | 4.8 |
| मंडला / Mandla | 5.0 |
| रीवा / Rewa | 5.0 |
| सतना / Satna | 5.2 |
| भोपाल / Bhopal | 5.6 |
| दतिया / Datia | 5.7 |
| मलाजखंड (बालाघाट) / Malaj Khand (Balaghat) | 5.8 |
| शिवपुरी / Shivpuri | 6.0 |
| रायसेन / Raisen | 6.5 |
| दमोह / Damoh | 6.6 |
| ग्वालियर / Gwalior | 6.6 |
| इंदौर / Indore | 6.6 |
| जबलपुर / Jabalpur | 7.0 |
| छिंदवाड़ा / Chhindwara | 7.4 |
| सीधी / Sidhi | 7.6 |
| टीकमगढ़ / Tikamgarh | 8.0 |
| श्योपुर / Sheopur | 8.4 |
| नरसिंहपुर / Narsinghpur | 8.6 |
| गुना / Guna | 8.6 |
| बैतूल / Betul | 9.0 |
| खरगोन, रतलाम / Khargone, Ratlam | 9.2 |
| उज्जैन / Ujjain | 9.2 |
| खंडवा, सिवनी / Khandwa, Seoni | 9.4 |
| सागर / Sagar | 10.2 |
| नर्मदापुरम / Narmadapuram | 11.3 |
| धार / Dhar | 11.4 |
कोहरा + शीतलहर = मुश्किल भरी सुबहें
दतिया और खजुराहो में डेंस फॉग रहा, जबकि नौगांव, रीवा, सीधी और मंडला में भी घना कोहरा दर्ज किया गया। शीतलहर के साथ कोहरे का यह कॉम्बिनेशन सुबह के समय यातायात और यात्रियों दोनों के लिए परेशानी बढ़ा रहा है।
रिकॉर्ड तोड़ती सर्दी — नवंबर और दिसंबर दोनों में नया ट्रेंड
इस बार नवंबर के बाद दिसंबर में भी ठंड रिकॉर्ड तोड़ रही है। भोपाल में लगातार 15 दिन शीतलहर चली — 1931 के बाद यह सबसे ज्यादा है। इंदौर में भी 25 साल बाद पारा इतने नीचे गया। दिसंबर में कई शहरों में रातें सीजन की सबसे ठंडी दर्ज की गईं।
क्यों पड़ती है दिसंबर–जनवरी में सबसे ज्यादा ठंड?
मौसम विभाग का कहना है कि जैसे मानसून के लिए जुलाई–अगस्त अहम होते हैं, वैसे ही दिसंबर और जनवरी सर्दी के महीने माने जाते हैं। इस दौरान उत्तर से आने वाली ठंडी हवाएं तेज होती हैं और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण कई बार दिन में भी मावठा पड़ जाता है, जिससे ठंड और बढ़ जाती है।
न्यू ईयर भी ठंड के साए में
अभी जो पैटर्न दिख रहा है, उसके अनुसार न्यू ईयर सेलिब्रेशन भी तेज ठंड और कोहरे के बीच ही होने वाला है। लोगों को सलाह दी जा रही है कि रात के समय बाहर निकलते वक्त गरम कपड़े जरूर पहनें और बच्चों व बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
FAQs | ठंड और मौसम अपडेट
क्या ठंड और बढ़ेगी?
अगले कुछ दिनों तक कोल्ड वेव और कोहरा बने रहने की संभावना जताई गई है।
यात्रा करते समय क्या सावधानी रखें?
सुबह-रात ड्राइविंग में लो बीम का इस्तेमाल करें, अचानक ब्रेक न लगाएं और अतिरिक्त समय लेकर निकलें।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए क्या करें?
लेयरिंग वाले कपड़े पहनाएं, गर्म तरल चीजें दें और ठंडी हवा से बचाकर रखें।