दमोह उपचुनाव: चप्पल चुनाव चिन्ह को लेकर चर्चा में निर्दलीय प्रत्याशी : Damoh News

दमोह। उपचुनाव में 22 प्रत्याशियों ने मैदान में ताल ठोंक दिया है। इन्हीं में से एक निर्दलीय प्रत्याशी वैभव लोधी अपने चुनाव चिन्ह को लेकर चर्चा में हैं। वैभव ने फार्म भरते समय जूता चुनाव चिन्ह की मांग की थी लेकिन उन्हें चप्पल आवंटित हुआ है। अब प्रत्याशी चप्पल लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और वादा खिलाफी करने वालों को सबक सिखाने की बात कह रहे हैं। इस संबंध में वैभव लोधी का कहना है कि वह पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने सोच समझकर चुनाव चिन्ह का चयन किया है। उनका कहना है कि जो लोग लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं उन्हें चप्पल पड़नी चाहिए।

Update: 2021-04-05 10:03 GMT

दमोह। उपचुनाव में 22 प्रत्याशियों ने मैदान में ताल ठोंक दिया है। इन्हीं में से एक निर्दलीय प्रत्याशी वैभव लोधी अपने चुनाव चिन्ह को लेकर चर्चा में हैं। वैभव ने फार्म भरते समय जूता चुनाव चिन्ह की मांग की थी लेकिन उन्हें चप्पल आवंटित हुआ है। अब प्रत्याशी चप्पल लेकर जनता के बीच पहुंच रहे हैं और वादा खिलाफी करने वालों को सबक सिखाने की बात कह रहे हैं। इस संबंध में वैभव लोधी का कहना है कि वह पढ़े-लिखे हैं। उन्होंने सोच समझकर चुनाव चिन्ह का चयन किया है। उनका कहना है कि जो लोग लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं उन्हें चप्पल पड़नी चाहिए।  

जूता मांगा और मिल गई चप्पल

वैभव ने बताया कि उन्होंने अपना चुनाव चिन्ह जूता मांगा था लेकिन उन्हें चप्पल आवंटित किया गया है। उनका कहना है कि जूता चुनाव चिन्ह न मिल पाए इसलिए एक अन्य फार्म डलवाया गया। जूता चुनाव चिन्ह दूसरे प्रत्याशी को आवंटित हो गया है। अब वह चप्पल चुनाव चिन्ह के माध्यम से प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं। वैभव का चुनाव चिन्ह क्या करिश्मा दिखाएगा यह 17 अप्रैल को पता चल सकता है।

कैसे आया चप्पल चुनाव का विचार

चप्पल चुनाव चिन्ह के सवाल पर वैभव ने कहा कि जब कोई आपके साथ गलत करे या धोखा दे तो मन में पहला विचार आता है कि चार जूते या चप्पलें मारें। यही विचार लेकर चुनाव चिन्ह की मांग की है और ऐसा ही विचार क्षेत्र की जनता का भी है। उनका आरोप है कि उन्होंने जूता चुनाव चिन्ह मांगा था लेकिन उनके साथ षड़यंत्र किया गया। फिर भी वह चप्पल से संतुष्ट हैं। उन्होंने भाजपा पर लोगों के अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया।

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