केमिकल फैक्ट्री में भड़की आग, 13 महिलाओं समेत 17 लोगों की मौत

Pune Chemical Factory Fire:  केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से 13 महिलाओं समेत 17 लोगों की मौत हो गई है। घटना पुणे के मुलशी इलाके में सोमवार की शाम 5 बजे की है। हादसे के दौरान फैक्ट्री में 37 मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से 20 को सुरक्षित निकाल लिया गया। अभी भी 1 कर्मचारी लापता है।

Update: 2021-06-07 21:26 GMT

Pune Chemical Factory Fire:  केमिकल फैक्ट्री में आग लगने से 13 महिलाओं समेत 17 लोगों की मौत हो गई है। घटना पुणे के मुलशी इलाके में सोमवार की शाम 5 बजे की है। हादसे के दौरान फैक्ट्री में 37 मजदूर काम कर रहे थे। इनमें से 20 को सुरक्षित निकाल लिया गया। अभी भी 1 कर्मचारी लापता है।

बनाई जाती है क्लोरीन

जानकारी के तहत केमिकल फैक्ट्री में क्लोरीन डाईऑक्साइड बनाया जाता है। फैक्ट्री से पुणे नगर निगम को क्लोरीन की सप्लाई की जाती थी। हादसे के बाद कंपनी का मालिक भी फरार है। 

8 फायर गाड़ियों बुझा रही आग

घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर दमकल की 8 गाड़ियां आग बुझाने के लिए लगी हुई हैं। वही जेसीबी मशीन से दीवाल को गिराकर उसमें भरे धुंए को निकाला गया। मृतकों में कई ऐसे हैं, जिनकी दम घुटने से मौत हुई है। फैक्ट्री में धुंआ भरने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है।

आग लगने का कारण अज्ञात

आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से आग भड़की है। घटनास्थल पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे हैं।

पीएम ने 2-2 तथा सीएम ने 5-5 लाख दिये

केमिकल फैक्ट्री में हुई घटना और मजदूरो की मौत पर पप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया है। उन्होने मृतकों के परिवार वालों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए मुआवजे की घोषणा की है। महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।

कीटाणुनाशक है क्लोरीन 

क्लोरीन डाईऑक्साइड साफ-सफाई के काम आता है। एक्स्पर्ट्स बताते हैं कि यह कीटाणुनाशक है जिसका इस्तेमाल उद्योगों में किया जाता है। इसे कभी खाने या पीने के इस्तेमाल में नहीं लाना चाहिए। क्लोरीन डाईऑक्साइड पीने से गंभीर साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं और यहां तक कि जान भी जा सकती है।

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