जबलपुर में भाई ने बड़े भाई और भाभी की चाकू से हत्या की, कुल 53 वार किए; मासूम बेटे ने देखी पूरी घटना
जबलपुर के घमापुर में छोटे भाई ने अपने बड़े भाई और भाभी की चाकू से हत्या की। घटना के दौरान मासूम बेटे ने अपनी आंखों से पूरी भयावह हत्या देखी। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।;
- जबलपुर के घमापुर में छोटे भाई ने बड़े भाई और भाभी की चाकू से हत्या की।
- छह साल के मासूम बेटे ने पूरी घटना अपनी आंखों से देखी।
- दोनों मृतकों पर कुल 53 चाकू के वार किए गए।
- पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए चार टीमों का गठन किया।
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में शुक्रवार दोपहर एक भयानक परिवारिक विवाद ने पूरे इलाके को झकझोर दिया। घमापुर थाना क्षेत्र के बल्दी कोरी दफाई में छोटे भाई बबलू चौधरी ने अपने बड़े भाई संजय चौधरी और उनकी पत्नी बबीता पर चाकू से हमला किया। घटना के दौरान संजय और बबीता की मौके पर ही मौत हो गई। इस पूरी घटना को घर में लगे सीसीटीवी कैमरे ने कैद कर लिया।
मासूम बेटे ने देखी भयावह हत्या / Young Son Witnesses Horror
इस घटना के समय संजय और बबीता का छोटा बेटा आदर्श (6 साल) अपने कमरे में छिपकर पूरे हमले को देख रहा था। डर के मारे उसने अपने मुंह पर कपड़ा रख लिया ताकि चीख न सके। मासूम ने बाद में किसी राहगीर के पास जाकर कहा, "अंकल, मुझे पुलिस के पास ले चलो, चाचा ने मां को मार डाला।" घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संजय और बबीता के शरीर पर कुल 53 चाकू के वार थे। डॉक्टरों के अनुसार संजय के शरीर पर 30 और बबीता के शरीर पर 23 वार थे, जिससे उनकी बचने की कोई संभावना नहीं थी।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और जमीन विवाद / Family Background and Property Dispute
संजय चौधरी ने बचपन में अपने पिता के साथ परिवार की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने घर पर नमकीन बनाने का कारखाना खोला और छोटे भाई बबलू की पढ़ाई करवाई। बबलू की पहली शादी के बाद तलाक होने के कारण संजय ने उसकी दूसरी शादी करवाई और घर में अलग कमरा दिया। लेकिन बबलू की नजरें हमेशा कारखाने और जमीन पर थीं। पिछले कुछ महीनों से दोनों भाइयों में कारखाने और जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी कारण पहले बबीता ने आत्महत्या की कोशिश की थी।
घटनाक्रम / Sequence of Events
गुरुवार को संजय और बबलू की बहन सीमा घर आई और दोनों भाइयों ने मिलकर कारखाने को दो हिस्सों में बांटने का निर्णय लिया। लेकिन शुक्रवार सुबह बबलू ने हाथ में चाकू लेकर संजय के कमरे में घुसकर गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। शांत रहने के लिए बबीता ने कहा, लेकिन बबलू ने हमला शुरू कर दिया। संजय ने बाहर भागने की कोशिश की, लेकिन बबलू ने उनका पीछा करते हुए रास्ते भर चाकू से वार किए।
मासूम की प्रतिक्रिया और पुलिस को सूचना / Child Witness and Police Report
छोटा बेटा आदर्श घटना देख कर डर के मारे घर से भागा और किसी राहगीर से मदद मांगी। राहगीर ने उसे घमापुर थाने पहुंचाया। मासूम ने पुलिस को पूरी घटना विस्तार से बताई। पुलिस ने तुरंत संजय और बबीता को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कार्रवाई और जांच / Police Action and Investigation
घमापुर थाना पुलिस ने बबलू चौधरी के खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया। आरोपी को पकड़ने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। थाना प्रभारी प्रतिक्षा मार्को ने कहा कि आरोपी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने मृतकों का अंतिम संस्कार शुक्रवार की शाम उनकी मौजूदगी में किया।
स्थानीय प्रतिक्रिया और समाजिक असर / Local Reaction and Social Impact
स्थानीय लोग इस घटना से स्तब्ध हैं। पड़ोसियों ने बताया कि संजय और बबीता हमेशा मिलनसार और मददगार थे। इस घटना ने पूरे इलाके में सुरक्षा और पारिवारिक विवाद के मुद्दों पर बहस शुरू कर दी है। सामाजिक संगठनों ने भी बच्चों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की अपील की है।
FAQs / सामान्य प्रश्न
1. घटना कब और कहां हुई?
यह घटना मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के घमापुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे हुई।
2. हत्या किसने की?
छोटे भाई बबलू चौधरी ने अपने बड़े भाई संजय चौधरी और भाभी बबीता पर चाकू से हमला कर हत्या की।
3. बच्चों की स्थिति क्या थी?
छोटा बेटा आदर्श (6 साल) पूरी घटना देख रहा था। बड़ा बेटा नमन (10 साल) नानी के घर रह रहा था।
4. पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और चार टीमों की मदद से उसकी तलाश शुरू की।
5. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या सामने आया?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि संजय के शरीर पर 33 और बबीता के शरीर पर 23 चाकू के वार किए गए।
6. घटना के कारण क्या थे?
घटना का मुख्य कारण परिवारिक विवाद और कारखाने व जमीन को लेकर मतभेद थे। बबलू की नजरें संपत्ति पर थीं।