रंगारेड्डी देश का सबसे अमीर जिला: गुरुग्राम, बेंगलुरु, मुंबई और नोएडा जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़ा, प्रति व्यक्ति 11.46 लाख जीडीपी; जानिए भोपाल-इंदौर कहां?

हैदराबाद के पास स्थित रंगारेड्डी जिला प्रति व्यक्ति आय में गुरुग्राम और मुंबई जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़कर देश का सबसे अमीर जिला बन गया है। जानिए कैसे छोटे शहर विकास की नई मिसाल बन रहे हैं।;

Update: 2025-08-25 05:50 GMT

देश के आर्थिक भूगोल में अब एक नया चेहरा सामने आया है। तेलंगाना का रंगारेड्डी जिला, जो हैदराबाद के पास है, प्रति व्यक्ति 11.46 लाख रुपये की जीडीपी के साथ देश का सबसे अमीर जिला बन गया है। इस जिले ने विकास की दौड़ में गुरुग्राम, बेंगलुरु, मुंबई और नोएडा जैसे बड़े और स्थापित शहरों को भी पीछे छोड़ दिया है। यह सरकारी रिपोर्ट बताती है कि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, उद्योग-हितैषी नीतियां, पर्याप्त जमीन और पानी जैसे कारणों से छोटे शहर अब निवेश और रोजगार का नया केंद्र बन रहे हैं।

क्या भोपाल, इंदौर, जयपुर और रायपुर सबक ले सकते हैं?

यह सवाल उठ रहा है कि अगर रंगारेड्डी जैसा छोटा जिला इतनी बड़ी सफलता हासिल कर सकता है, तो मध्य प्रदेश के भोपाल-इंदौर, राजस्थान के जयपुर-जोधपुर और छत्तीसगढ़ के रायपुर जैसे शहर इस दौड़ में पीछे क्यों हैं? विशेषज्ञों का मानना है कि इन शहरों में भी पर्याप्त संसाधन और संभावनाएं मौजूद हैं। अगर भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सही नीतियां बनाई जाएं और उन पर अमल किया जाए, तो ये शहर भी विकास के मामले में कमाल कर सकते हैं।

रंगारेड्डी की सफलता के पीछे की वजह

लोकेशन और कनेक्टिविटी: यहाँ एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और तीन नेशनल हाईवे इसे जोड़ते हैं।

टेक पार्क्स: कई आईटी पार्क और कॉर्पोरेट टॉवर होने के कारण यह कंपनियों की पहली पसंद बना।

फार्मा क्लस्टर: यहाँ दुनिया की बड़ी फार्मा कंपनियों का एक बड़ा हब बन गया है।

कारोबारी समर्थन: राज्य सरकार की ओर से व्यापार के लिए उदार नीतियां, सिंगल-विंडो सिस्टम और टैक्स में छूट दी गई।

टैलेंट पूल: तकनीकी और मैनेजमेंट संस्थानों की वजह से यहाँ योग्य और प्रशिक्षित युवा आसानी से उपलब्ध हैं।

इन शहरों को क्या करना चाहिए?

अगर भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरे नंबर पर पहुंचने की दिशा में बढ़ रही है, तो भोपाल, इंदौर और जयपुर जैसे शहरों को भी अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करनी होगी। इसके लिए कुछ खास कदम उठाए जा सकते हैं:

भोपाल (प्रति व्यक्ति जीडीपी - 1.9 लाख): आईटी पार्क के काम में तेजी लाना, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर और ग्रीन एनर्जी पार्क की संभावनाओं को तलाशना, और बुनियादी सुविधाओं के साथ मेट्रो रेल का विस्तार करना।

इंदौर (प्रति व्यक्ति जीडीपी - 2.5 लाख): यहाँ पहले से ही अच्छा औद्योगिक विकास, बेहतर कनेक्टिविटी और योग्य युवा हैं। इसे आईटी पार्क, फार्मा, हेल्थकेयर हब और फूड व रेडीमेड गारमेंट क्लस्टर बनाने पर और जोर देना चाहिए।

जयपुर-रायपुर: इन शहरों को भी अपने यहां आईटी पार्क, उद्योग-विशेष हब और स्टार्टअप को बढ़ावा देना चाहिए।

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