एक विशाल एस्टेरॉइड 11 फरवरी को धरती के बेहद करीब से गुजरेगा, NASA ने खुद बताया है

Asteroid Attack: जिनको लगता है कि ये सब बातें फ़र्ज़ी हैं उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि कई बार पृथ्वी में जीवन का अंत एस्टेरॉइड गिरने से ही हुआ है

Update: 2022-01-30 08:31 GMT

Asteroid Attack: वैसे तो पृथ्वी में हर रोज़ कहीं न नहीं छोटे-मोटे एस्टेरॉइड कहीं न कहीं गिरते रहते हैं, जिन्हे हम टूटता हुआ तारा कहते हैं, पिछले महीने ही राजस्थान में एक साथ कई उल्कापिंडों की बरसात हुई थी. ज़्यादातर एस्टेरोइड समुद्र में गिर जाते हैं. लेकिन एक विशालकाय उल्कापिंड पृथ्वी की और तेज़ी से बढ़ रहा है, जो 11 फरवरी को पृथ्वी की कक्षा से बेहद नजदीक से गुजरेगा। इस खगोलीय घटना को लेकर अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने चेतावनी भी जारी की है। 

अच्छा जिन लोगों को ऐसी रिपोर्ट्स मजाक लगती है उनको यह मालूम होना चाहिए कि अंतरिक्ष में कब क्या हो जाए कोई ठिकाना नहीं रहता है. करोडो साल पहले सिर्फ 4 से 5 किलोमीटर बड़ा एक उल्कापिंड पृथ्वी से टकराया था जिसके कारण पृथ्वी से डायनासॉर विलुप्त हो गए थे। और ऐसा कई बार हुआ है। 

11 फरवरी को यह नज़ारा देखने को मिलेगा 

11 फरवरी को एक बड़ा एस्टेरॉइड पृथ्वी के बेहद करीब से गुजर जाएगा, हालांकि यह इतनी दूरी पर होगा कि पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल से इस ओर नहीं आएगा। लेकिन अगर ऐसा हो गया तो समझिये एक साथ सैंकड़ों परमाणु बम फटने जैसे हालात निर्मित हो जाएंगे। शुकर है ऐसा नहीं होगा। 

कितना बड़ा है 

वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी की कक्षा से गुजर रहे इस एस्टेरॉइड का नाम 138971 (2001 CB21) है और यह एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से भी कई गुना बड़ा है। लगभग इसकी चौड़ाई 4 हज़ार 200 फ़ीट है जो पृथ्वी से जीवन का नामोनिशान मिटा देने के काफी है। NASA ने 138971 (2001 CB21) को पृथ्वी के सबसे नजदीक गुजरने वाले उल्कापिंडों ली लिस्ट में शामिल किया है। यह पृथ्वी से लगभग 3 मिलियन मील की दूरी से निकलेगा। 

यह उल्कापिंड सबसे पहले 21 फरवरी 1990 में देखा गया था, यह हर साल अपने सौर्यमंडल से गुजरता है और करीब आता जा रहा है। आखिरी बार इसे 18 फरवरी 2021 में देखा गया था और उससे पहले 2011 और 2019 में भी इसे देखा गया था। NASA का कहना है कि यह एस्टेरॉइड 11 फरवरी और 24 अप्रेल को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। इसके बाद यह सीधा जनवरी या फिर जून 2024 में ही दिखाई देगा। NASA की केल्क्युलेशन के मुताबिक यह छुद्रग्रह 11 अक्टूबर 2194 के दिन पृथ्वी के बहुत पास से गुजरेगा और अगर यह गुरुत्वाकर्षण बल के कारण अपने रास्ते से भटक गया तो फिर जीवन समाप्त हो जाएगा। 


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