छत्तीसगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस की शानदार फतह, 15 में से 14 में कब्जा, BJP के खाते में केवल एक सीट

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में हुए नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस (Congress) ने जीत दर्ज की है

Update: 2021-12-24 09:50 GMT

Chhattisgarh Nagari Nikay Chunav Result: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के 15 नगरीय निकाय चुनाव के रिजल्ट सामने आ गए हैं। परिणामों के तहत 14 नगर-निगमों में कांग्रेस का महापौर होगा है जबकि एक सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। यह चुनाव परिणाम भाजपा के लिए खतरे की घंटी साबित हो रहा है।

कांग्रेस की एक तरफ जीत

कांग्रेस ने इस चुनाव में एकतरफा जीत हासिल की है। उसे सभी 6 नगर पंचायत, 5 में से 4 नगर पालिका और 4 में से 2 नगर निगम में पूर्ण बहुमत हासिल हुआ है। 2 बचे नगर निगम में भी वह मात्र 2-2- सीट से ही बहुमत से दूर रही, लेकिन वहां जो निर्दलीय जीते हैं उनसे निश्चित रूप से कांग्रेस को समर्थन मिलेगा और सभी महापौर कांग्रेस के रहेंगे। इस 15 नगरीय निकाय में महज 1 नगर पालिका में भाजपा को पूर्ण बहुमत है।

अप्रत्याशित जीत

जिस तरह से छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय के रिजल्ट सामने आए है उसकी उम्मीद नही थी। यह तो तय था कि इस बार कांग्रेस प्रत्याशी जीत दर्ज करेगे, लेकिन 15 में 14 सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा हो जाएगा इसकी उम्मीद नही थी और यह जीत एक बार फिर वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत को याद दिला दिया है।

ज्ञात हो कि विधानसभा में कांग्रेस ने 90 में से 68 सीटें जीती थीं। यदि उस रिजल्ट और आज के रिजल्ट के प्रतिशत की बात की जाए तो उस समय कांग्रेस की जीत का प्रतिशत 75 था। नगरीय निकाय में में जीत का प्रतिशत 80 है।

भाजपा के लिए चितंन का परिणाम

जीत का बढ़ता प्रतिशत निश्चित रूप से भाजपा को विचलित करेगा क्योंकि 2023 के विधानसभा चुनाव बहुत दूर नहीं है। इन नतीजों का क्षेत्रवार विश्लेषण बताता है कि गांवों के साथ-साथ शहरों में भी कांग्रेस का प्रभाव बढ़ रहा है। साथ ही पिछले तीन साल के कार्यकाल का एंटी इन्कंबेंसी फैक्टर का ना होना भी प्रमुख विपक्षी दल को परेशान करेगा।

सत्ता के दुरूपयोग का आरोप

परिणाम आने के बाद भाजपा के नेताओं का कहना हैं कि नगरीय निकाय चुनाव में सत्ता का दुरुपयोग हुआ है। बैलेट पेपर से चुनाव इसीलिए कराए गए थे कि प्रशासन के स्तर पर गड़बड़ियां की जाएं और कांग्रेस प्रत्याशी को जिताया जाए। ये बयान हार को छिपाने के लिए हो सकते हैं, लेकिन हालात को छिपाने के लिए काफी नहीं है।

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