अगर रूस और यूक्रेन के बीच युद्द हुआ तो दुनिया पर इसका क्या असर पड़ेगा, भारत को क्या दिक्क्त होगी
Ukraine Russia Conflict: रूस ने यूक्रेन के 2 प्रांतों को आज़ाद मुल्क बनाने का एलान कर दिया है और रूसी सेना को वहां भेज दिया है
Ukraine Russia Conflict: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे विवाद के बाद रूस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन के 2 प्रांतों को आज़ाद मुल्क घोषित कर दिया है और इसी के साथ वहां हथियारधारी रूसी सेना को हालातों में काबू पाने के लिए भेज दिया है। इसके बाद यूक्रेन सहित उसके समर्थन में खड़े देश और रूस जंग के लिए तैयार हो गए हैं. फिर भी सभी देश यही चाहते हैं की युद्द की नौबत ही ना आये, लेकिन अगर दोनों देशों के बीच युद्द हुआ तो NATO देश यूक्रेन के पक्ष में खड़े हो कर रूस पर हमला बोल देंगे और फिर आधी दुनिया में कई सामर्ग्रीयों की क्राइसिस शुरू हो जाएगी।
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध हुआ तो दुनिया में क्या असर पड़ेगा
- रूस दुनिया में गेंहू का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है वहीं यूक्रेन भी इस मामले में पांचवे नंबर पर है
- रूस, यूक्रेन से 18% ज़्यादा गेंहू एक्सपोर्ट करता है '
- यह दोनों देश पूरी दुनिया का 25.4% गेंहू एक्सपोर्ट करते हैं.
- मिस्र, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, नाइजीरिया, तुर्की, यमन, अज़रबैजान, ट्यूनीशिया, थाईलैंड सहित कई दर्जनभर देश इन दोनों देशों से गेंहूं आयात करते हैं.
जंग हुई तो गेंहू का एक्सपोर्ट बंद हो जाएगा?
दोनों देशों के बीच युद्द हुआ तो NATO में शामिल 31 देश भी रूस के खिलाफ खड़े हो जाएंगे। अब लड़ाई होगी तो व्यापार बंद हो जाएगा, इससे महंगाई बढ़ेगी। दुनिया का 25% गेंहूं का एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट प्रभावित हो जाएगा। इसके बाद प्रभावित देश अमेरिका, कनाडा और फ्रांस जैसे देशों के आगे मदद मांगेगे। वहीं गेहूं के लोए कई देश ऑस्ट्रेलिया, कजाकिस्तान और जर्मनी जैसे देशों से मदद मांगने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
और किन चीज़ों की सप्लाई में दिक्क्त आएगी
रूस सिर्फ गेहूं सप्लाई नहीं करता, एक दर्जन से अधिक यूरोपीय देश रूस द्वारा एक्सपोर्ट की जाने वाली गैस पर भी निर्भर हैं. रूस क्रूड पेट्रोलियम, रिफाइंड पेट्रोलियम, पेट्रोलियम गैस, कोयला, सोना और सैन्य हथियार का बहुत बड़ा एक्सपोर्टर है. इनमे सबसे ज़्यादा क्रूड ऑयल एक्सपोर्ट किया जाता है जिसकी जरूरत हर देश को होती है। इसके ज़रिये रूस हर साल 30.32 लाख करोड़ रुपए की कमाई करता है।
यूरोपीय देश रूस पर निर्भर हैं
रूस से एक्सपोर्ट किए जाने वाले पेट्रोलियम और पेट्रोलियम गैस की सबसे ज़्यादा सप्लाई यूरोपीय देशों में होती है। ऐसे में अगर जंग होती है तो यूरोप को इन चीज़ों की कमी झेलनी पड़ेगी। रूस अपनी 5 प्रमुख उत्पाद जैसे क्रूड पेट्रोलिम, गैस, रिफाइंड पेट्रोलियम, कोयला और गेंहू सबसे ज़्यादा चीन, नीदरलैंड्स, बेलारूस, जर्मनी और इटली को बेचता है.
यूक्रेन पर कौन से देश निर्भर है
यूक्रेन भी गेहूं के मामले में 5 वें नंबर तक है इसके अलावा उसके प्रमुख उत्पाद जैसे मक्का, लोह अयस्क, वनस्पति तेल, कच्चा लोहा, सबसे ज़्यादा रूस, चीन, जर्मनी, पोलैंड और इटली को बेचता है।
रूस यूक्रेन के युद्द से भारत पर क्या असर पड़ेगा
#दुनिया में 13% कच्चा तेल रूस बेचता है, भारत रूस भी से क्रूड ऑयल खरीदता है ऐसे में यहां ईंधन महंगा हो जाएगा
#गेहूं के मामले में भारत को कोई दिक्क्त नहीं होगी बल्कि इस परिस्थिति में भारत बाकि देशों की मदद कर सकता है
#नेचुरल गैस की सप्लाई में रूस का हिस्सा 40% है, यूरोपीय देशों में एक तिहाई गैस की निर्भरता रूस से ही है, जिसकी पाइपलाइन यूक्रेन से जाती है, अगर युद्द हुआ तो यूक्रेन इसकी सप्लाई चैन बंद कर सकता है। ऐसा होनेपर भारत में भी गैस महंगी हो जाएगी
#भारत रूस से अपने 49% हथियार रूस से खरीदता है ऐसे में जंग होती है तो भारत को रूस से हथियार खरीदने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।