भोपाल: ₹1266 करोड़ के बैंक लोन घोटाले में ED का बड़ा एक्शन, ₹300 करोड़ की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ₹1266 करोड़ के बैंक लोन घोटाले में एडवांटेज ओवरसीज के ठिकानों पर छापा मारा. सर्चिंग में ₹300 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी और काला धन का पता चला है.;
भोपाल में ₹1266 करोड़ के बैंक लोन घोटाले का पर्दाफाश: भोपाल: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ₹1266 करोड़ के बैंक लोन घोटाले के संबंध में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत एक बड़ी कार्रवाई की है. यह कार्रवाई मेसर्स एडवांटेज ओवरसीज (Advantage Overseas) नाम की कंपनी के ठिकानों पर की गई, जिसने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से यह भारी-भरकम लोन लिया था और बाद में खुद को एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) घोषित कर दिया था. ईडी की भोपाल जोनल टीम ने जब इस मामले में सर्चिंग शुरू की, तो ₹300 करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी और नकदी के दस्तावेज मिले हैं. यह घोटाला भारत में बढ़ते वित्तीय अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है.
एडवांटेज ओवरसीज ने 100 गुना ज्यादा टर्नओवर दिखाया
ईडी की शुरुआती जांच में पता चला है कि एडवांटेज ओवरसीज ने कई फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक को चूना लगाया. कंपनी ने 100 गुना से भी ज्यादा फर्जी टर्नओवर दिखाकर बैंक को गुमराह किया और कर्ज हासिल कर लिया. इसके बाद, कंपनी ने अपने कर्मचारियों समेत फर्जी लोगों के नाम पर 73 अलग-अलग शेल कंपनियां (shell companies) खोलीं. इन शेल कंपनियों को असुरक्षित ऋण (non-secure loan) देकर बैंक के करोड़ों रुपये का दुरुपयोग किया गया. इतने बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा करने के बाद, कंपनी ने खुद को एनपीए घोषित कर दिया, जिससे बैंक का पैसा फंस गया.
देश-विदेश में 300 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज जब्त
ईडी को इस सर्चिंग ऑपरेशन में फर्म के फर्जीवाड़े से जुड़े कई संदिग्ध दस्तावेज हाथ लगे हैं. इन दस्तावेजों की प्राथमिक जांच से यह भी पता चला है कि फर्म के डायरेक्टरों और उनके सहयोगियों ने भारत के साथ-साथ विदेशों में भी काला धन लगाया. ईडी को अब तक ₹300 करोड़ से ज्यादा की चल और अचल संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं, जिससे इस घोटाले की व्यापकता का पता चलता है.
सीबीआई की FIR के बाद ED ने शुरू की कार्रवाई
इस मामले में ईडी ने सीबीआइ (CBI) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की है. सीबीआई ने यह केस बैंक को गुमराह करने और धोखाधड़ी के आरोप में दर्ज किया था. इसके साथ ही, एसबीआई ने भी कंपनी के खिलाफ नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में मुकदमा दायर किया है, ताकि फंसे हुए पैसे की वसूली की जा सके. ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से हो रही है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि बैंक से लिए गए पैसों को कहां और कैसे छिपाया गया.