
स्वीडन में कुरान क्यों जलाई जा रही है? यहां रहने वाले तुर्की मुस्लिमों ने उत्पात मचा दिया

Why is the Quran being burnt in Sweden: दुनिया के सबसे खुशहाल देशों में से एक स्वीडेन (Sweden) इस वक़्त बाहरी देश के लोगों द्वारा अपना ही राष्ट्रीय ध्वज जलते हुए देख रहा है. स्वीडन में रहने वाले तुर्की मुसलमान स्वीडेन के राष्ट्रीय ध्वज में आग लगाने का वीडियो शेयर कर रहे हैं. गली-चौराहों में तुर्किश नागरिक उपद्रव कर रहे हैं.
दरअसल यह विवाद तब उठा जब स्वीडिश दक्षिणपंथी संगठन ने कुरान जलाने के टूर पर निकला। स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में एक दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट ने शनिवार को तुर्किये के दूतावास के सामने कुरान जला दी. इस घटना के बाद यहां रहने वाले मुसलमानों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया।
Quran Burning Video
"Aşağılık o. çocuğu!..."
— İbrahim Karagül (@ibrahimkaragul) January 21, 2023
Cevap videoda. İzleyin...
STOP SWEDEN pic.twitter.com/VszISx2SfH
A bastard burned the Quran today in Sweden, why are you silent as Muslims? If I catch this rascal who burned the Quran, I will burn him alive. pic.twitter.com/CRkpeHTjQa
— Ramazan İzol (@ramazanizoltr) January 21, 2023
स्वीडन में कुरान किसने जलाई
Who burned the quran in sweden: स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में जिस दक्षिणपंथी एक्टिविस्ट ने तुर्की दूतावास के सामने कुरान जलाई है उसका नाम रासमस पलूदान (Rasmus Paludan) है. Rasmus Paludan पूरी दुनिया में इसी लिए फेमस है क्योंकि वह बिना डरे इस्लाम विरोधी बयान देता है और जगह-जगह जाकर कुरान को आग के हवाले कर देता है.
Rasmus Paludan को पुलिस प्रोटेक्शन मिला
स्वीडन में रहने वाले तुर्की मुसलमान तब और आग बबूला हो गए जब स्वीडन की पुलिस ने कुरान जलाने वाले एक्टिविस्ट Rasmus Paludan को पकड़ा नहीं बल्कि प्रोटेक्शन दे दिया। जिस वक़्त वह तुर्की दूतवास के सामने कुरान को जला रहा था तब उसका समर्थन करने वाले 100 से ज़्यादा लोग एकजुट हो गए थे.
Rasmus Paludan को पुलिस प्रोटेक्शन क्यों मिला
Why did Rasmus Paludan get police protection: कुरान जलाने के बाद भी Rasmus Paludan को पुलिस प्रोटेक्शन मिला। ऐसा इसी लिए क्योंकि उसने ऐसा करने से पहले स्टॉकहोम पुलिस से अनुमति मांगी थी जो उसे दे दी गई थी. स्वीडन के कानून की नज़रों में उसने कोई गलत काम नहीं किया है.
Sweden doesn't really seem to care about joining NATO or deserve it
— Yunus Paksoy (@yunuspaksoy) January 21, 2023
Swedish gov't provided police protection for an extremist to burn the Islamic holy book in front of the Turkish embassy in Stockholm
I can't see any NATO alliance spirit herepic.twitter.com/c69Pi0aHpo
स्वीडन में क्या चल रहा
What Is Happening In Sweden: अब यहां वही हो रहा जिसकी आशंका थी. स्वीडन की राजधानी में तुर्की मुसलमान प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने स्वीडन देश के नेशनल फ्लैग को जलाना शुरू कर दिया है. मामला इतना गंभीर हो गया है कि कुरान जलाने की घटना के बाद तुर्किये के रक्षा मंत्री ने स्वीडन का दौरा तक रद्द कर दिया। यह दौरा स्वीडन के नाटो सदस्य बनने के लिए काफी अहम था।
The Turks retaliate against the Swedes by burning their flag. Will Erdogan allow Sweden to join NATO after this?#Turkish #Turk #Sweden #Quran #burning #Flag pic.twitter.com/J3CLfzPFGY
— dealeroftruth (@Dealeroftruth12) January 21, 2023
'बस वहां गुस्ताख़ ए नबी की एक सज़ा, सिर तन से जुदा वाला नारा नहीं लगाया जा रहा, ना कोई किसी कन्हैयालाल का गला काट रहा'
कुरान जलाने के टूर में निकला है रासमस पलूदान
जिस व्यक्ति ने 21 जनवरी के दिन तुर्की दूतावास के सामने कुरान जलाई है वह अभी रुकने नहीं वाला है. वह कुरान जलाने के टूर में निकला है. रासमस पलूदान का प्लान है कि वह जगह-जगह जाकर कुरान जलाए। पलूदान ने कहा कि अगर तुम्हें लगता है कि अभिव्यक्ति की आजादी नहीं होनी चाहिए तो तुम स्वीडन में नहीं कहीं और जाकर रहो।




