
UN ने म्यांमार को लेकर भारत में क्या आरोप लगा दिए?

UN India Myanmar: यूनाइटेड नेशंस ने म्यांमार को लेकर भारत पर आरोप लगाए हैं (United Nations has accused India regarding Myanmar). UN की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत म्यांमार की सेना की ताकत बढ़ाने के लिए मदद कर रहा है ताकि सेना म्यांमार के लोगों को मार सके!
UN की रिपोर्ट में कहा गया है कि म्यांमार में फ़िलहाल कोई जंग नहीं है मगर वहां बड़े स्तर में हथियारों का प्रोडक्शन हो रहा है. ताकि म्यांमार अपने लोकतंत्र समर्थक लोगों को मार सके और इसके लिए भारत, चीन, जापान और अमेरिका जैसे 13 देश म्यांमार सेना को हथियार बनाने के लिए मटेरियल दे रहे हैं
यूनाइटेड नेशन ने म्यांमार को लेकर क्या कहा
UN Report On Myanmar: रिपोर्ट में कहा गया है कि 13 देशों की कंपनियां म्यांमार को हथियार बनाने के लिए इस्तेमाल में आने वाली चीज़ों की सप्लाई कर रहे हैं. 16 जनवरी को UN में पेश हुई रिपोर्ट में कहा गया कि यह सभी देश म्यांमार सेना की मदद कर रहे हैं ताकि वह अपने उन नागरिकों का कत्लेआम कर सके जो म्यांमार में सेना का राज खत्म करके डेमोक्रेसी लाना चाहते हैं.
इस रिपोर्ट का खंडन करते हुए UN के पूर्व अधिकारी येंघी ली ने कहा कि म्यांमार पर कभी दूसरे देश ने हमला नहीं किया और न ही म्यांमार ने किसी दूसरे देश से कभी हथियार लिए. देश अपने लिए 1950 से खुद हथियार बना रहा है.
BBC का कहना है कि ऑस्ट्रेलिया की कंपनी GFM भी म्यांमार को इस काम में मदद पहुंचा रही है. हथियारों को मेंटेनेंस की जरूरत पड़ती है तो उन्हें ताइवान भेजा जाता है। जहां ऑस्ट्रियन कंपनी उन्हें ठीक करती है।
- चीन और सिंगापोर जैसे देश म्यांमार की सेना से कच्चा माल खरीदती है. जिसमे कॉपर और आयरन ज्यादा होता है
- रूस और भारत की कंपनियां म्यांमार को फ्यूज और इलेक्ट्रॉनिक डिटोनेटर बेचते हैं
- हथियार में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी, जर्मनी, यूक्रेन, जापान और अमेरिका भेजता है
- UN का कहना है कि सिंगापोर म्यांमार के हथियारों के लिए ट्रांजिट हब के तौर पर काम करता है.




