पृथ्वी से टकराने वाले एस्टेरॉयड को NASA अंतरिक्ष में ही ख़त्म कर देगा, भेजा गया रॉकेट
NASA Mission To Destroy Asteroid: धरती की ओर अंतरिक्ष से एक विशालकाय एस्टेरॉइड (Asteroid) तेज़ी से बढ़ रहा है, सुनने में ये मजाक और किसी हॉलीवुड की फिल्म की तरह लगता है लेकिन लोगों को यह समझना चाहिए कि एक छोटे से उल्कापिंड के कारण की इस धरती से डायनासौर विलुप्त हो गए थे।
ब्रम्हांड में कब क्या किस्से टकरा जाए कोई ठिकाना नहीं है, खुशकिस्मती से विज्ञान का इतना आगे बढ़ चुका है कि वैज्ञानिक यह पहले ही पता लगा लेते हैं कि अपने सौर्यमंडल में क्या चल रहा है और कौन सा एस्टेरॉइड कहां जा रहा है।
NASA ने उस एस्टेरॉइड को खत्म करने एक रॉकेट भेजा है
अपनी पृथ्वी की तरफ एक बड़ा एस्टेरॉयड (Asteroid) बढ़ रहा है, जो अभी पृथ्वी (Earth) से करीब 1 करोड़ 77 लाख 2 हजार 784 किलोमीटर दूर है. इस एस्टेरॉयड को नष्ट करने के लिए NASA ने एक स्पेसक्राफ्ट (Spacecraft) को लॉन्च किया था, जिसने उस एस्टेरॉयड की पहली तस्वीर भेजी है. सुनने में यह दूरी बहुत ज़्यादा लगती है लेकिन ब्रम्हांड के लिए यह बहुत कम मानी जाती है
The Sun में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, नासा का स्पेसक्राफ्ट अभी धरती से 32 लाख 18 हजार 688 किलोमीटर की दूरी पर पहुंचा है. स्पेसक्राफ्ट ने DRACO टेलीस्कोप कैमरा (Telescope Camera) की मदद से एस्टेरॉयड की फोटो खींचकर भेजी है. अगर एस्टेरॉयड को नष्ट करने में नासा का स्पेसक्राफ्ट सफल रहता है तो स्पेस डिफेंस के क्षेत्र में इसे बड़ी उपलब्धि माना जाएगा. ये स्पेसक्राफ्ट किसी हीरो की तरह धरती को एस्टेरॉयड से बचाएगा. नासा डबल एस्टेरॉयड रिडायरेक्शन टेस्ट (DART) के तहत इस मिशन को कर रहा है.
तो कब होगी टक्कर और मिशन फेल हुआ तो
बता दें कि स्पेसक्राफ्ट ने लॉन्चिंग के दो हफ्ते बाद पृथ्वी की तरफ बढ़ते एस्टेरॉयड की तस्वीर भेजी है. कैलीफोर्निया के बेस से इस स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया गया था. DART का ये मिशन सितंबर, 2022 में पूरा होगा. स्पेसक्राफ्ट इस यात्रा के दौरान एस्टेरॉयड की और तस्वीरें भेजेगा. और अंत में उससे जा टकराएगा, अनुमान यही है कि राकेट के टकराने से एस्टेरॉइड में धमाका होगा और वह वहीं नष्ट हो जाएगा।
DART का ये स्पेसक्राफ्ट 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से एस्टेरॉयड से टकराएगा. जब ये स्पेसक्राफ्ट एस्टेरॉयड से टकराएगा तब अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिक टेलीस्कोप की मदद से इसकी जांच करेंगे कि DART मिशन सफल हुआ या नहीं. इस मिशन के बारे में जानकारी इकट्ठा करने के लिए स्पेसक्राफ्ट के साथ एक छोटा क्यूबसेट भी अंतरिक्ष में भेजा गया जो डेटा पृथ्वी पर भेज रहा है. अगर ये एस्टेरॉइड धरती से टकरा जाता है तो बाढ़, भूकंप और महा विनाश हो सकता।