विश्व

Monster Fish: ये डरावनी सी दिखने वाली शैतानी मछली बहुतई कलाकार टाइप की है भाई

Monster Fish: ये डरावनी सी दिखने वाली शैतानी मछली बहुतई कलाकार टाइप की है भाई
x
Japanese Monster Fish: ये मछली चंद सेकेंड्स में अपना रंग बदल लेती है, इसको पकड़ने की कोशिश मत करना इसका ज़हर आपको मार सकता है

Monster Fish: दुनिया में कितने प्रकार के जानवर है ये कोई आज तक समझ नहीं पाया इंसान समंदर के सिर्फ 5% हिस्से को ही जान पाया है और इसी 5% समुद्री हिस्से में इतने भयंकर टाइप के जीव जंतु हैं तो बाकी 95% पानी में रहने वाले कैसे होंगे ये सोच के डर लगता है। अच्छा इस समय जापान की एक शैतानी मछली की फोटो इंटरनेट में खूब वारयल हो रही है, ये मछली कुछ ही सेकेंड्स में अपना रंग बदल लेती है, लाल रंग के एक दम गोल्डन कलर की हो जाती है, इतना ही नहीं दिखने में ये तो किसी मॉन्स्टर जैसी लगती है और हो भी क्यों ना ये मछली काफी ज़हरीली है।


इस मछली का नाम यह एक डेमॉन स्टिंगर (Demon Stinger) मछली है जो सोने जैसे एक दम पीले रंग की हो गई है जबकि इसका कलर पहले मटमैला और लाल हुआ करता था। इस मछली का डंक इतना ज़हरीला होता है कि किसी इंसान को लग जाए तो वह बेहोश हो जाता है, मछली अपने डंक का इस्तेमाल अपने सुरक्षा करने और शिकार करने के लिए करती है। बहुतई कलाकार टाइप की मछली है इसने अपना रंग कैसे बदल लिया आइये जानते हैं इसके वैज्ञानिक कारण।

जापान के एक अक्वेरियम में इस मछली को रखा गया है


जापान देश के कानागावा (Kanagawa) परफेक्चर के फुजीसावा शहर में स्थित एनोशिमा एक्वेरियम में इस मछली को पाला गया है। ये मछली एनोशिमा एक्वेरियम की शान बन गई है लोग इसे दूर-दूर से देखने के लिए पहुंच रहे हैं। मछली का साइज़ तो 25 सेंटीमीटर है लेकिन ये दिखती बड़ी शैतानी है। इस मछली को Rare Golden Demon Stinger कहा जाता है।

पहली बार दिखी है गोल्डन रंग की मछली

गोल्डेन डेमॉन स्टिंगर (Rare Golden Demon Stinger) को सी-गॉबलिन (Sea Goblin) और डेविल स्टिंगर (Devil Stinger) भी कहते हैं. यहाँ काम करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि इस मछली का रंग वैसे तो रेतीला, मटमैला और लाल रंग का होता है , जिसमे ग्रे कलर की धारियां होती है। लेकिन इस प्रजाति की मछली सुनहरे रंग में पहली देखी गई है। ये मछली अपने आसपास के वातावरण के हिसाब से अपना रंग बदल लेती है।

वैज्ञानिक लोग भी माथा पकड़ लिए हैं

अब मछली ने अपना रंग बदल दिया है तो वैज्ञानिक लोग इसके पीछे का कारण भी खोज निकाले हैं। उनका कहना है कि हो सकता है रंग बदलने के पीछे का कारण म्यूटेशन हो लेकिनइसको भी दावे के साथ नहीं कहा जा सकता। मछली आखिर गोल्डन रंग की होने के बाद अपना कलर दोबरा क्यों नहीं बदल पा रही है यर जाँच का विषय है। इस मछली को वैज्ञानिक भाषा में वैज्ञानिक भाषा में इनिमिकस डिडैक्टाइलस (Inimicus Didactylus) कहते हैं।

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

Abhijeet Mishra | रीवा रियासत

    Next Story