
महिलाओं के प्रति मौलाना की घटिया सोच, कहा मांस की बढ़ती कीमत के लिए औरतों की जाँघे हैं जिम्मेदार

Kyrgyzstan Imam On Women Thighs Meat: मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान में एक अवॉर्ड विजेता मौलाना सदयबकास डूलोव का महिलाओं के लिए बहुत ही बेहूदा बयान दिया है. मौलाना ने कहा है कि मांस की बढ़ती कीमतों के लिए महिलाओं का कम कपड़े पहनना जिम्मेदार है. मौलाना ने कहा कि औरतों का मांस तब सस्ता हो जाता, जब वे अपनी जांघों को प्रदर्शन अपने अंगूठे की तरह करती हैं, बता दें की मौलाना इस्लामिक यूनिवर्सिटी के प्रमुख रह चुका है, उसने बुजुर्गों से अपील कि वे महिलाओं को बदन ढँक कर रखने के लिए कहें, ताकि मांस की कीमतों को कम किया जा सके.
रेडियो फ्री रिपोर्ट के मुताबिक मौलाना का दावा है कि मांस की कीमतें इसलिए बढ़ रही हैं कि महिलाओं ने अपने शरीर का बहुत ज्यादा प्रदर्शन करके खुद को सस्ता बना लिया है. उन्होंने कहा, 'जानते हैं, आपके यहां मांस कब महंगा हो जाता है? इसकी कीमत तब बढ़ती है जब महिलाओं का मांस सस्ता हो जाता है. एक महिला का मांस तब सस्ता हो जाता है, जब वह अंग प्रदर्शन करती है और, अंगूठे की तरह जांघें भी दिखाने लगती है.'
किर्गिस्तान में मांस 600 रूपए किलो
किर्गिस्तान में मांस की कीमते इन दिनों आसमान छू रहीं है, यहाँ पर मीट की कीमत 600 रूपए प्रति किलो तक पहुँच गई हैं। डोलोव के अनुसार ये और भी महंगी हो सकती है, क्योंकि महिलाएं अपने शरीर का मांस दिखा रही हैं।
इमाम के खिलाफ आपराधिक जांच मांग
मौलाना का दिए विवादित बयान व महिलाओं के प्रति घटिया सोच का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर शेयर किया जा रहा है. जिसमें वह स्त्रियों के बदन की तुलना मांस की कीमत से कर रहा है. जिसके बाद से वहां की महिलाओं में काफी रोष है, कई महिलाओं ने सरकार से मांग की है कि वे इमाम के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करें. वर्तमान समय में मौलाना राजधानी के स्वेरडलोव जिले की एक मस्जिद में इमाम के पद पर तैनात हैं. और कई अवार्ड भी जीत चुका है।
While economists R trying to understand reasons behind rise in meat prices on Kyrgyz market, mullah Sadybakas Doolov says meat prices rise in direct proportion to decline in women's morality. The freer the woman= the higher the price of meat. pic.twitter.com/kYf9gMFfHY
— Leila Nazgul Seiitbek💙💛🇰🇬🌻 (@l_seiitbek) July 6, 2022
सरकारी धार्मिक प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने डूलोव के बयान की जांच की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने किसी के सम्मान और प्रतिष्ठा का उल्लंघन तो नहीं किया है. साथ ही अधिकारीयों के मुताबिक मौलाना ने अपनी बातों में किसी भी प्रकार के इस्लामिक कानून का उल्लंघन नहीं किया है।




