उत्तरप्रदेश

Twin Tower Video: चंद सेकेंड्स में जमीदोज हुआ 900 फ्लैट्स वाला ट्विन टॉवर, देखें Twin Tower Demolishing Video

Twin Tower Video: चंद सेकेंड्स में जमीदोज हुआ 900 फ्लैट्स वाला ट्विन टॉवर, देखें Twin Tower Demolishing Video
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Twin Tower Demolishing Video: बिल्डर्स की एक गलती ने करोड़ों रुपए के बहुमंजिला इमारत को ढहा दिया

Twin Tower Blast Video: उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) सेक्टर 93 A की सबसे ऊंची इमारत ट्विन टॉवर (Twin Tower) को गिरा दिया गया. लोग टीवी और मोबाइल में ट्विन टॉवर के गिरने का वीडियो देखने में लगे हुए थे. मात्र 10 सेकेंड्स में 900 फ्लैट्स वाले 32 और 29 मंजिल की दो गगनचुम्बी इमारत को जमीदोज कर दिया गया.


सुप्रीम कोर्ट ने Twin Tower को गिराने का आदेश जारी किया था, 102 मीटर ऊँचे टॉवर को प्रशासन ने 11 मीटर के मलबे में तब्दील कर दिया। ट्विन टॉवर को गिराने के लिए 3700 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था. Twin Tower Demolishing से पहले ही आसपास रहने वाले करीब 5 हज़ार परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया था. पास में मौजूद इमारतों में रहने वाले लोगों के फ्लैट्स और करा दिए गए थे. सभी बिल्डिंग को पॉलीथिन से कवर कर दिया गया था.

ट्विन टॉवर गिरने का वीडियो

Twin Tower Demolishing Video: जिस इमारत को बनाने में कई साल लग गए वह Twin Tower सिर्फ एक बटन दबाते ही ध्वस्त हो गया. हर तरफ धुल का गुब्बार बन गया. धरती से आसमान हर कहीं सिर्फ धुल ही धुल नज़र आ रही थी. करीब 1 घंटे तक ऐसा ही माहौल छाया रहा. अगर इस दौरान बारिश होती है तो पूरे इलाके की सड़कें और घरों की छतें कीचड़ से लबालब हो जाएंगीं

ट्विन टॉवर में विस्फोट वाला वीडियो

Twin Tower Falling Video: ट्विन टॉवर के करीब किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. जो लोग शिफ्ट किए गए हैं वो या तो शाम को अपने घर लौटेंगे या अगले दिन. लोगों ट्विन टॉवर से दूर रहने वाले लोगों को अपने घरों के बालकनी में भी आकर वीडियो बनाने की अनुमति नहीं दी गई थी.

ट्विन टॉवर गिराने का वीडियो यहां देखें

Twin Tower Demolish Video:



ट्विन टॉवर को क्यों गिराया गया

Why Twin Tower Demolished: ट्विन टॉवर बनाने वाले बिल्डर्स ने नेशनल बिल्डिंग कोड का उल्लंघन किया है. सुपरटेक बिल्डर्स ने ट्विन टॉवर के स्थान पर पहले खरीदारों को हरियाला स्थान बताया था. लोगों ने एमरॉल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट में फ़्लैट बुक कराए थे लेकिन नॉएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारीयों के साथ हेरफेर करके बिल्डर्स ने यहां टॉवर बनवा दिए. दोनों टॉवर के बीच की दूरी 16 मीटर रखनी थी लेकिन बिल्डर्स ने सिर्फ 9 मीटर की जगह छोड़ी। मामला कोर्ट गया तो सुप्रीम कोर्ट ने इसे गिरा देने का आदेश जारी कर दिया।

ट्विन टॉवर का इस्तेमाल दूसरे काम में हो सकता था

लोग यही सोचते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ट्विन टॉवर को गिराने के जगह नॉएडा प्रशासन को इसका कब्जा दे देती और इसे किसी दूसरे काम में इस्तेमाल कर लिया जाता। इससे सरकार को भी काफी फायदा होता। क्योंकि ट्विन टॉवर गिराने से कोई लाभ तो होगा नहीं। ऐसी ही सोच रखने वाला एक शख्स ऐसी ही याचिका लेकर सुप्रीम कोर्ट गया था. जहां उसने ट्विन टॉवर को हॉस्पिटल में बदल देने की याचिका लगाई थी. सुप्रीम कोर्ट ने उसपर कोर्ट का वक़्त बर्बाद करने के लिए 5 लाख का जुर्माना ठोंक दिया था.


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