उत्तरप्रदेश

डाॅक्टर की लापरवाही हुई उजागर, आपरेशन के दौरान मरीज के पेट में तौलिया छोड़ लगा दिया टांका

Manoj Shukla
4 March 2021 12:46 AM GMT
डाॅक्टर की लापरवाही हुई उजागर, आपरेशन के दौरान मरीज के पेट में तौलिया छोड़ लगा दिया टांका
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उत्तर प्रदेश। आपरेशन के दौरान एक डाॅक्टर ने मरीज के पेट में तौलिया छोड़कर टांका लगा दिया। डाॅक्टर की इस लापरवाही से महिला की हालत गंभीर होने लगी। लिहाजा जब पीड़िता डाॅक्टर से मिली तो वह उसे दवाईयां देती रही।
  • हालत बिगड़ने पर करती रही इलाज
  • तकलीफ नहीं हुई कम तो पीड़िता ने गोरखपुर अस्पताल में दिखाया
  • डाॅक्टरों ने दोबारा आपरेशन कर निकाला तौलिया

उत्तर प्रदेश। आपरेशन के दौरान एक डाॅक्टर ने मरीज के पेट में तौलिया छोड़कर टांका लगा दिया। डाॅक्टर की इस लापरवाही से महिला की हालत गंभीर होने लगी। लिहाजा जब पीड़िता डाॅक्टर से मिली तो वह उसे दवाईयां देती रही। जब तकलीफ कम नहीं हुई तो पीड़ित मरीज ने गोरखपुर स्थित अस्पताल में दिखाया गया। जहां आॅपरेशन करके डाॅक्टरों ने उसके पेट से तौलिया निकाला।

दरअसल यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले का हैं। जहां एक पीड़ित महिला प्रसव पीड़ा होने पर एक प्राईवेट अस्पताल में भर्ती हुई। सीजेरियन आॅपरेशन के दौरान लेडी डाॅक्टर पेट में तौलिया छोड़ दिया और टांका लगा दिया। जब महिला की हालत बिगड़ने लगी तो वह लेडी डाॅक्टर उसका इलाज भी करती रही। जब महिला की तकलीफ कम नहीं हुई तो उसने गोरखपुर स्थित हाॅस्पिटल में दिखाया। जहां डाॅक्टरों ने पाया कि उसके पेट में तौलिया हैं। लिहाजा उस महिला का दोबारा से आॅपरेशन किया गया। इस दौरान महिला का पेट काफी संक्रमित हो गया था। जिससे कई अंग काटने भी पड़े।

एनीमिया एवं गैस का करती रही इलाज

सूत्रों की माने तो महुआडीह थाना अंतर्गत हेतिमपुर गोसाई टोला निवासी हरिहर गिरी की पत्नी रेखा को प्रसव पीड़ा हुआ। लिहाजा साल 2020 के अगस्त माह में उसे गौरी बाजार चैराहे स्थित दिनेशा हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां लेडी डाॅक्टर संगीता सिंह ने आॅपरेशन किया। रेखा की माने तो थोड़े दिन बाद उसे उल्टी एवं पेट में तकलीक होना शुरू हो गया। जब वह उस डाॅक्टर से मिली तो डाॅक्टर ने उसे एनीमिया वं गैस की बीमारी बताई और उसका इलाज करती रही। यह सिलसिला एक-दो महीनों तक चला रहा।

जब नवम्बर महीने में रेखा दोबारा से डाॅक्टर से मिली तो उसे हार्निया की बीमारी बताकर कहीं दूसरे जगह दिखाने की बात कही गई है। लिहाजा रेखा गोरखपुर स्थित मेडिकल काॅलेज पहुंची। जहां 28 नवम्बर को अपना इलाज कराया। लेकिन तकलीफ जस की तस बनी हुई थी। रेखा के पति हरिहर का कहना है कि लखनउ में इसका इलाज कराया गया। लेकिन 29 जनवरी को हालत फिर से बिगड़ने पर उसे गोरखपुर स्थित एक प्राईवेट हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां डाॅक्टरों द्वारा 2 फरवरी को दोबारा से आॅपरेशन किया गया और पेट से तौलिया निकाला।

फैला संक्रमण, काटना पड़ा पेट

पीड़िता के पति हरिहर की माने तो डाॅक्टर की लापरवाही के कारण रेखा के पेट में संक्रमण फैल गया था। जिसके कारण रेखा के पेट के कई अंग काटने पड़े हैं। अभी भी रेखा हालत गंभीर बनी हुई है। मामले की शिकायत लेकर जब हरिहर दिनेशा हाॅस्पिटल पहुंचा तो उसे न सिर्फ धमकाया बल्कि चुप रहने को कहा गया। लिहाजा हरिहर ने मामले की शिकायत डीएम से की। डीएम ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए एक जाॅच टीम गठित की हैं। हरिहर का कहना है कि डाॅक्टर की लापरवाही के चलते उसका न सिर्फ खेत बिक गया बल्कि वह कर्जे तले दब गया हैं। साथ ही उसकी बीवी की भी जिंदगी दांव पर लग गई है।

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