उत्तरप्रदेश

झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही, युवती को लगाया 15 बोतल ग्लूकोज, हुई मौत

झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही, युवती को लगाया 15 बोतल ग्लूकोज, हुई मौत
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ग्रेटर नोएडा / Greater Noida News: कोरोना के हर से न तो शहर अछूते हैं और न ही गांव। शहरों में डाक्टरों की सुविधा है। लेकिन गांव आज भी झोलाछाप डॉक्अरों के भरोसे हैं।

झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही, युवती को लगाया 15 बोतल ग्लूकोज, हुई मौत

ग्रेटर नोएडा / Greater Noida News: कोरोना के हर से न तो शहर अछूते हैं और न ही गांव। शहरों में डाक्टरों की सुविधा है। लेकिन गांव आज भी झोलाछाप डॉक्अरों के भरोसे हैं। इसी का परिणाम है कि ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र से एक ताजा मामला सामने आया है। जिसमें झोलाछाप डॉक्टर ने एक 32 साल की युवती को बुखार की शिकायत होने पर 15 बोतल ग्लूकोस चढ़ा दिया जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और बाद में उसकी मौत हो गई।

आ रहा था तेज बुखार

जानकारी के अनुसार गौतमबुद्ध नगर के देवर इलाके की रहने वाली अलका पिता रतनीलाल को कई दिनों से बुखार आ रहा था। ऐसे में परिजनों ने अलका को पास के ही एक डॉक्टर को दिखाया।

रोगी को लगा दिया ग्लूकोज बाटल

परजनों ने बताया कि रोगी अलका को डाक्टर ने 15 ग्लूकोज की बाटल चढ़वा दी। उसका कहना था कि सब ठीक हो जायेगा। उस झोलाछाप डॉक्टर ने रोगी की न तो कोरोना जांच के लिए कहा और न ही अन्य जांच करवाया। वह केवल ग्लूकोज का बाटल चढ़ाकर पैसा बनाता रहा।

बिगडी तबियत, हो गई मौत

ग्लूकोज की बोतल चढ़ाने से अलका की तबियत बिगड़ती गई। लेकिन डाक्टर ने ध्यान नहीं दिया। बताया जाता है कि ज्यादा खराब होने डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए और परिजन उसे जेवर के प्राथमिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। जांच के बाद पता चला कि अलका की अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई थी।

जांच के आदेश

मामले की जानकारी होते ही जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को जांच के आदेश दिये हैं वही स्थानीय पुलिस को भी जांच के लिए कहा गया है। परिजनों के भी बयान लिये गये हैं। आगे जांच में क्या मामला सामने आता है यह तो बाद में ही पता चलेगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल इस महामारी में गांवों में स्वास्थ्य सेवा की है।

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