उत्तरप्रदेश

बरेली ट्रिपल मर्डर केस: 2 महिलाओं समेत 8 को फांसी, 1 को उम्रकैद की सजा; इंस्पेक्टर के मां, भाई-भाभी को मौत के घाट उतारा था

Bareilly Triple Murder Case
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आयकर विभाग के इंस्पेक्टर रविकांत मिश्रा के घर डकैती के दौरान उनकी मां, भाई और भाभी की हत्या कर दी गई थी।

Bareilly Triple Murder Case: आयकर विभाग के इंस्पेक्टर रविकांत मिश्रा के घर डकैती के दौरान उनकी मां, भाई और भाभी की हत्या कर दी गई थी।

उत्तरप्रदेश के बरेली की फास्ट ट्रैक कोर्ट के स्पेशल जज रवि कुमार दिवाकर ने 10 साल पुराने ट्रिपल मर्डर केस में 8 आरोपियों को फांसी और 1 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। यह घटना 23 अप्रैल 2014 को हुई थी, जब आयकर विभाग के इंस्पेक्टर रविकांत मिश्रा के घर डकैती के दौरान उनकी मां, भाई और भाभी की हत्या कर दी गई थी। दोषियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं, जिनमें से एक का 8 महीने का बच्चा भी है। 7 मार्च 2024 को सुनाए गए इस फैसले के बाद सभी दोषी रो पड़े।

ट्रिपल मर्डर केस के सभी दोषी कोर्ट के फैसले के बाद कोर्टरूम के बाहर चेहरा ढंककर रोते रहें। इनमें से एक दोषी नाजमा की गोदी में आठ माह का बच्चा था। उन्होने बस इतना कहा कि उम्रक़ैद हो जाती, फांसी का अंदाजा भी नहीं था। अब हमारे छोटे-छोटे बच्चों का क्या होगा।

डकैती के दौरान की थी मां, भाई और भाभी की हत्या

एडीजीसी दिगंबर पटेल ने बताया कि रवीकान्त मिश्रा ने थाना बारादरी में तहरीर दी थी। उन्होने बताया था कि वे सुरेश शर्मा नगर (25A पार्ट-3) के रहने वाले हैं और आकार विभाग पीलीभीत में निरीक्षक के पद पर पदस्थ हैं। 21 अप्रैल 2014 को वे सुबह 9 बजे अपने घर से ड्यूटी के लिए पीलीभीत चले गए। 23 अप्रैल 2014 को सुबह सूचना मिली कि परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसके बाद वे घर गए तो मुख्य द्वार अंदर से लोक था। गैलरी कि खिड़की खुली थी। ग्रिल निकली हुई थी। छत का दरवाजा खुला था। उन्होने पास के निर्माणाधीन मकान के छत से अंदर जाकर देखा तो मां पुष्पा मिश्रा का शव सीढ़ियों के पास पड़ा हुआ था। बेडरूम में भाई योगेश और उनकी पत्नी का शव था और घर का सारा सामान बिखरा हुआ था।

पुलिस ने मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और हत्या का मामला दर्ज किया। केस की विवेचना में पुलिस ने पाया था कि आरोपी पड़ोस के निर्माणाधीन मकान के जरिए रात के समय घर में घुसे थे। खिड़की की ग्रिल निकालकर कमरे में दाखिल हुए थे। वादी की बुजुर्ग मां के उठने पर सिर पर ईंट मारकर हत्या कर दी। फिर भाई-भाभी को भी सब्बल और ईंट मारकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था।

ऐसे लगा सुराग

घटना के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई। 2 मई 2014 को पुलिस को मुखबिर से कुछ सूचना मिली। मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस ने बिथरी के उमरिया गांव में नदी के किनारे डेरों पर दबिश दी। एक आदमी और दो औरतें मिलीं। तलाशी में चार चांदी के सिक्के मिले। पेंट की जेब में एक पर्स मिला। जिसमें गुप्ता पॉलीक्लीनिक का पर्चा था। उस पर्चे में पुष्पा देवी का नाम ऊपर लिखा था। दूसरा कागज भी मिला जिसमें योगेश मिश्रा आयकर विभाग लिखा था।

पकड़ी गई महिलाओं ने अपना नाम नाज़िमा उर्फ कल्लो और हाशिमा बताया। जबकि आदमी ने अपना नाम वाजिद बताया था। पर्स देखने के बाद विजय देव मिश्रा ने रोते हुए पर्स को भाई योगेश का बताया। पुलिस ने वाजिद से कड़ाई से पूछताछ की, जिससे वाजिद ने जुर्म कबूलना शुरू किया और सभी आरोपियों के नाम और घटनाक्रम की पूरी जानकारी पुलिस के सामने बयान की।

8 को फांसी, एक को उम्रक़ैद की सजा सुनाई गई

इस केस में पुलिस ने 9 लोगों के खिलाफ चार्जशीट लगाई थी। उसमें शेरगढ़ कुड़ला नगरिया के रहने वाले वाजिद, बिथरी चैनपुर डेरा उमरिया के रहने वाले हसीन, यासीन उर्फ जीशान, नाजिमा, हाशिमा, माल खरीदने वाले शाहजहांपुर सदर कैंट के रहने वाले राजू वर्मा, सम्भल के रहने वाले समीर उर्फ साहिब उर्फ नफीस, बिथरी चैनपुर डेरा उमरिया के रहने वाले जुल्फाम और फहीम समेत 9 को आरोपी बनाया था। 10 साल बाद मामले में बरेली के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने घटना में शामिल 8 लोगों को फांसी की सजा सुनाई, जबकि ज्वेलरी खरीदने वाले एक सराफ़ को उम्र कैद हुई है।

Neelam Dwivedi | रीवा रियासत

Neelam Dwivedi | रीवा रियासत

नीलम द्विवेदी जर्नलिज़्म से स्नात्कोत्तर हैं। 2016 से रीवा रियासत डॉट कॉम में बतौर कंटेंट राइटर कार्यरत हैं। इन्हें देश-दुनिया, राजनीति के अलावा स्पोर्ट्स, हेल्थ, होम डेकोर, रिलेशनशिप, लाइफस्टाइल और एंटर्टेंमेंट जैसे टॉपिक्स पर लिखने का अनुभव है। इसके अलावा खाली समय में नेचर को एक्सप्लोर करना पसंद करती हैं। साथ ही म्यूजिक, थिएटर और किताबों में भी इनकी बहुत रुचि है।

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