उमरिया

उमरिया : मालिक को बचाने बाघिन से भिड़ा भैंसों का झुंड, बच गई युवक की जान

उमरिया (Umaria News in Hindi) : कहा जाता है कि आदमी आदमी का साथ छोड़ सकता है लेकिन जानवर अगर वफादार हो गया तो वह कभी भी साथ नही छोड़ता। तभी तो एक अनबोलता जानवर जब अपने मालिक के जीवन पर संकट दिखा तो भैंसांे ने जान की परवाह किये बगैर ही बाघिन से जा भिड़ी। बाघिन से संघंर्ष कर अपने मालिक को बचा लाई। ऐसे में कहा जा सकता है कि भैंसों ने आपने मालिक को मौत के मुह से बचा कर नया जीवन दान दे दिया। है वहीं भैंसों के मालिक का कहना है कि अब उसे नया जीवन मिला है। वह अब इन भैसों को कभी नही भुलाएगा। 

उमरिया (Umaria News in Hindi) : कहा जाता है कि आदमी आदमी का साथ छोड़ सकता है लेकिन जानवर अगर वफादार हो गया तो वह कभी भी साथ नही छोड़ता। तभी तो एक अनबोलता जानवर जब अपने मालिक के जीवन पर संकट दिखा तो भैंसांे ने जान की परवाह किये बगैर ही बाघिन से जा भिड़ी। बाघिन से संघंर्ष कर अपने मालिक को बचा लाई। ऐसे में कहा जा सकता है कि भैंसों ने आपने मालिक को मौत के मुह से बचा कर नया जीवन दान दे दिया। है वहीं भैंसों के मालिक का कहना है कि अब उसे नया जीवन मिला है। वह अब इन भैसों को कभी नही भुलाएगा।

बांधवगढ़ टाइगर रिर्जव क्षेत्र की घटना

उक्त घटना मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पार्क में पनपथा रेंज की बताई जा रही है। बताया जाता है कि कोठिया गांव का रहने वाला लल्लू यादव रह दिन अपनी भैंसो को लेकर जंगल जाता है। लेकिन सेामवार केा मवेशी चराने गये युवक पर बाघिन ने हमला कर दिया।

Umaria went to drink water buffalo

पीछे से बाघिन ने किया हमला

पीडित लल्लू ने बताया कि वो 3 बजे के आसपास भैंसों को पानी पिलाकर घर लौट रहा था। उसी समय घात लगाकर झाड़ियों में छिपी बाघिन ने उस पर हमला कर दिया। बाघिन हमला कर गला पकडना चाह रही थी। उसने पंजे से पीठ पर वार कर गला पकडने जमीन पर गिरा दिया। चरवाहे की चीखने की आवाज सुनकार भैंस दौड पडी।

भैंसों ने बचाई जान

यूवक लल्लू का कहना है कि भैंसों ने मेरी और बाघ की आवाज सुनने के बाद फौरन हमारे पास आ गई। भैंसों को पास आया देख बाघ भी कुछ घबरा गया। उसकी पकड़ ढीली पडी। बताया जाता है कि भैंसों ने करीब 10 मिनट तक बाघिन के सामने भैंस डटी रहीं। इसके बाद बाघिन लल्लू को छोड़कर भाग गई।

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