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उज्जैन महाकाल का भर गया खजाना, दोगुने से ज्यादा पहुंचा दान

Sanjay Patel
6 Feb 2023 9:27 AM GMT
उज्जैन महाकाल का भर गया खजाना, दोगुने से ज्यादा पहुंचा दान
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MP News: उज्जैन महाकाल लोक लोकार्पित होने के बाद यहां काफी संख्या में श्रद्धालुजन पहुंच रहे हैं। पिछले वर्ष भर में मंदिर में जितना दान नहीं आया उससे ज्यादा तीन महीने में पहुंच चुका है।

उज्जैन महाकाल लोक लोकार्पित होने के बाद यहां काफी संख्या में श्रद्धालुजन पहुंच रहे हैं। पिछले वर्ष भर में मंदिर में जितना दान नहीं आया उससे ज्यादा तीन महीने में पहुंच चुका है। महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद भक्तों की संख्या यहां बढ़ी है। वीकेंड में तो यह संख्या तीन गुना पहुंच गई। वर्ष 2021 की तुलना में यहां 2022 में दोगुना से ज्यादा दान दिया गया है।

तीन माह में 22 करोड़ से अधिक मिला दान

महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को किया था। जिसके बाद से यहां देश सहित विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ। बताया गया है कि पहले शनिवार, रविवार और सोमवार के साथ पर्व के दिन छोड़कर रोजाना तकरीबन 15 से 20 हजार भक्त पहुंचते थे। जबकि वर्तमान में मंदिर पहुंचने वालों की संख्या में तीन गुना वृद्धि दर्ज की गई है। अब तकरीबन 60 हजार श्रद्धालु रोजाना यहां पहुंच रहे हैं। महाकाल मंदिर में दान की बात की जाए तो यहां वर्ष 2021 में 22 करोड़ 13 लाख रुपए दान मिला था। जो वर्ष 2022 में बढ़कर 46 करोड़ 51 लाख रुपए तक पहुंच गया। महाकाल मंदिर समिति की मानें तो सबसे ज्यादा 22 करोड़ 50 लाख रुपए का दान वर्ष 2022 के आखिरी तीन महीनों में मिला है।

हर सप्ताह औसतन पहुंचन रहे डेढ़ लाख श्रद्धालु

उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर में प्रति सप्ताह औसतन डेढ़ लाख श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। जबकि वीकेंड में शनिवार, रविवार और सोमवार को आने वाले भक्तों की संख्या में तीन गुना तक वृद्धि हुई है। जिमें तकरीबन डेढ़ लाख से लेकर ढाई लाख तक भक्त पहुंचते हैं। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालु किसी न किसी रूप में मंदिर में दान करके जाते हैं। वर्ष 2022 के अंतिम तीन महीनों में महाकाल मंदिर में सर्वाधिक दान किया गया। मंदिर को दान, लड्डू प्रसादी समेत शीघ्र दर्शन से प्रति व्यक्ति 250 रुपए, भस्म आरती दर्शन में 200 रुपए प्रति व्यक्ति और गर्भगृह दर्शन में 1500 रुपए प्रति दो श्रद्धालुओं के माध्यम से दान मिलता है। यहां रोजाना भक्तों का तांता लगा रहता है किंतु शनिवार से सोमवार तक ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। दिसंबर 2022 में शनिवार-रविवार को सबसे ज्यादा दान मिला।

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