उज्जैन

एमपी उज्जैन महाकाल मंदिर को दान में मिली 5 लाख रुपए की इलेक्ट्रॉनिक सामग्री

Sanjay Patel
14 Oct 2023 8:49 AM GMT
एमपी उज्जैन महाकाल मंदिर को दान में मिली 5 लाख रुपए की इलेक्ट्रॉनिक सामग्री
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MP News: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में भक्त अपनी श्रद्धा एवं आस्था अनुसार चढ़ावा चढ़ाते हैं। शनिवार को मंदिर में तकरीबन 5 लाख रुपए मूल्य की इलेक्ट्रॉनिक सामग्री दान की गई। जिसे रतलाम निवासी दानदाता ने दी है।

मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में भक्त अपनी श्रद्धा एवं आस्था अनुसार चढ़ावा चढ़ाते हैं। शनिवार को मंदिर में तकरीबन 5 लाख रुपए मूल्य की इलेक्ट्रॉनिक सामग्री दान की गई। जिसे रतलाम निवासी दानदाता ने दी है। मंदिर समिति आवश्यक सामग्री का उपयोग आईटी शाखा के माध्यम से मंदिर की व्यवस्था में करेगी।

दानदाता को किया सम्मानित

विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में रतलाम निवासी दानदाता बलवीर सिंह राठौड़ द्वारा 5 लाख रुपए की सामग्री दान की गई। शनिवार को उन्होंने यह इलेक्ट्रॉनिक सामग्री महाकालेश्वर मंदिर के आईटी शाखा प्रभारी अधिकारी राजकुमार सिंह को भेंट की। इसका उपयोग आईटी शाखा के माध्यम से मंदिर की व्यवस्था में किया जाएगा। सामग्री प्राप्त करने के बाद मंदिर समिति द्वारा दानदाता को भगवान महाकाल का प्रसाद भेंट कर सम्मानित किया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर का विस्तारीकरण के बाद यहां का क्षेत्र बढ़ बया है। वहीं देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी इजाफा हुआ है। ऐसे में व्यवस्था के लिहाज से मंदिर समिति के पास मौजूद सामग्री की भी कमी होने लगी है।

यह सामग्री की भेंट

मध्यप्रदेश के रतलाम निवासी दानदाता ने श्री महाकालेश्वर मंदिर को इलेक्ट्रॉनिक सामग्रियां भेंट कीं। बलवीर सिंह राठौड़ द्वारा शनिवार को प्रदान की गई सामग्रियों में 2 लेपटॉप, 4 कम्प्यूटर डेस्कटॉप, 2 पीटीजेड कैमरे और एक 42 यू रैक है। उन्होंने मंदिर के आईटी शाखा प्रभारी को यह सामग्रियां भेंट कीं। इस संबंध में मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल का कहना है कि दानदाता से प्रापत सामग्री का उपयोग आईटी शाखा के माध्यम से मंदिर की व्यवस्था में किया जाएगा। इस अवसर पर मंदिर समिति द्वारा दानदाता राठौर को भगवान महाकाल का दुपट्टा, प्रसाद व तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया गया। मंदिर के विस्तारीकरण के बाद से मंदिर समिति के पास मौजूद सामग्री की भी कमी होने लगी है। ऐसी स्थिति में अब मंदिर के अधिकारी दानदाताओं से मंदिर की व्यवस्था में कार्य आने वाली सामग्री दान में देने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।

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