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Sky Cruise Flying Hotel: हवा में 5000 गेस्ट को लेकर उड़ने वाला होटल तैयार, लोग इसे Flytanic कह रहे
हवा में उड़ने वाला होटल: एक इंजीनियर ने ऐसा उड़ने वाले होटल का कांसेप्ट बनाया है जो किसी प्लेन की तरह हवा में उड़ता है. आप इसे उड़ने वाला होटल (Flying Hotel) कह सकते हैं लेकिन इसका नाम Sky Cruise है. यह इतना बड़ा है कि इसमें एकसाथ 5000 मेहमान सवार होकर शानदार ट्रिप के लिए निकल सकते हैं. Sky Cruise विशाल उड़ने वाला होटल है जो ऐरोप्लेन और पानी में चलने वाले विशाल जहाज की तरह दिखाई देता है.
इतिहास में जिस भविष्य की इंसानों ने कल्पना की थी वो अब वर्तमान बन चुका है. हमारे पूर्वजों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि इंसान कभी हवा में उड़ेगा, और आज हवाई सफर कॉमन हो गया है. किसी ने 100 साल पहले सोचा नहीं होगा कि इंसान चांद पर कदम रखेगा और आज मंगल गृह में इंसानी बस्ती बसाई जा रही है. इतिहास में जिन चीज़ों की कल्पना भी नहीं हुईं उस आधुनिक तकनीक के हम आज प्रत्यक्षदर्शी हैं.
हवा में उड़ने वाला होटल
दरअसल हवा में उड़ने वाले इस होटल का नांम Sky Cruise है और यह अभी एक कांसेप्ट है. जिसे इंजीनियर हाशेम अल-घैली ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया है. हवाई होटल को लोग Flytanic कह रहे हैं. क्योंकि दिखने में यह किसी समुद्री जहाज जैसा लगता है. यह सिर्फ एक कांसेप्ट है मतलब ऐसा होटल अभी असली में नहीं है इसे ग्राफिक्स और एनीमेशन की मदद से डेवलप किया गया है. लेकिन किसी भी चीज़ के बनने से पहले उसका कांसेप्ट ही तैयार होता है.
5000 मेहमानों को लेकर उड़ेगा होटल
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाला यह Sky Cruise Flying Hotel 20 इंजन वाला होगा। यह एक बार उड़ान भरने के बाद कभी दोबारा जमीन में लैंड नहीं करेगा। महीनों तक यह हवा में ही उड़ता रहेगा। जहां 5 हज़ार मेहमान अपने हवाई सफर का मजा लेते रहेंगे। दूसरी एयरलाइन कंपनी मेहमानों को अपने छोटे विमान से Sky Cruise तक लेकर आएगी और उड़ते हुए ही मेहमान इस होटल में रुकेंगे।।
Sky Cruise में और क्या होगा
Sky Cruise में कोई पाइलट नहीं होगा, यह AI की मदद से खुद चलेगा, यहां मॉल, थिएटर, पार्क, स्विमिंग पूल, स्पोर्ट्स क्लब, गार्डन, बेंक्वेट हॉल, जिम, साईकिल ट्रैक जैसी सुविधा होंगी। ताकी मेहमानों को बोरियत न हो. इस होटल में डॉक्टर्स और अस्पताल भी होगा। ये विमान पेट्रोल या किसी फॉसिल ईंधन से नहीं चलेगा बल्कि इसे ऊर्जा देने के लिए न्यूक्लियर रिएक्टर का इस्तेमाल किया जाएगा।