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Mobile Number Leak: सिर्फ नंबर से खाली हो सकता है बैंक अकाउंट, ऐसे रहें सावधान

मोबाइल नंबर लीक से बचने के लिए सुरक्षा उपाय अपनाएं
मोबाइल नंबर लीक से बचें और साइबर फ्रॉड से सुरक्षा
पिछले कुछ समय से साइबर अपराधों में इजाफा हुआ है और हर साल लोगों को करोड़ों की चपत लगती है। अक्सर हैकर्स किसी अकाउंट की एक्सेस या आइडेंटिटी चुराने के लिए अधिक जानकारी मांगते हैं, लेकिन सिर्फ मोबाइल नंबर से भी वे बड़े कांड कर सकते हैं। अगर किसी हैकर के पास आपका नंबर पहुंच जाता है तो वह आपके जानकारों को चूना लगाने समेत कई गंभीर अपराध कर सकता है।
सिर्फ मोबाइल नंबर पता होने से हो सकते हैं ये कांड
मोबाइल नंबर चोरी होने पर सबसे ज्यादा खतरे Rerouting, पर्सनल जानकारी की चोरी, स्पूफिंग और ब्लैकमेलिंग से हैं। इन सभी गतिविधियों से आपके डेटा और डिजिटल पहचान पर बड़ा असर पड़ सकता है।
Rerouting: नंबर फॉरवर्डिंग के जरिए हैकिंग
कोई हैकर आपका नंबर चुराकर उसे अपने नंबर की तरह यूज़ कर सकता है। वह आपके नंबर पर आने वाली कॉल्स और मैसेज को अपने मोबाइल नंबर पर फॉरवर्ड कर सकता है। इस तरह उन्हें आपके कॉल्स, मैसेज और ऑनलाइन अकाउंट की एक्सेस मिल सकती है।
पर्सनल जानकारी की चोरी
हैकर्स सिर्फ मोबाइल नंबर की मदद से आपकी पर्सनल जानकारी चुरा सकते हैं। नंबर रीरूट करने के बाद आपके मोबाइल पर आने वाले सारे मैसेज और कॉल्स उनके पास जाएंगे। इनकी मदद से वे आपके किसी भी अकाउंट तक पहुँच सकते हैं।
स्पूफिंग: दोस्तों और परिजनों को ठग सकते हैं | Spoofing Fraud
हैकर्स आपके नंबर का इस्तेमाल कर आपके दोस्तों, परिवार और अन्य जानकारों को ठग सकते हैं। हाल के समय में कई मामले सामने आए हैं, जहाँ हैकर्स किसी दूसरे व्यक्ति के नंबर से मैसेज या कॉल कर लोगों को ठग रहे हैं।
ब्लैकमेलिंग
अगर आपके नंबर की एक्सेस हैकर्स के हाथों में पहुंच जाती है, तो वे इसका इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग के लिए भी कर सकते हैं। मोबाइल नंबर से आपकी पर्सनल जानकारी उनके हाथ लग सकती है और इसके बदले ब्लैकमेलिंग की जा सकती है।
मोबाइल नंबर लीक होने पर करें ये कदम
मोबाइल नंबर लीक होने पर सबसे पहले अपने सर्विस प्रोवाइडर को फोन करें। वे आपके नंबर पर फ्रॉड अलर्ट लगा देंगे और असामान्य गतिविधियों पर नजर रखेंगे। इसके अलावा, अपने दोस्तों, परिवार और जानकारों को सतर्क कर दें ताकि वे स्कैमर्स के झांसे में न आएं।
FAQs:
Q1: मोबाइल नंबर लीक होने पर क्या करें?
A1: सबसे पहले सर्विस प्रोवाइडर को सूचना दें, फ्रॉड अलर्ट लगवाएं, और दोस्तों व परिवार को सचेत करें।
Q2: Rerouting से कैसे बचें?
A2: अपने नंबर की कॉल और मैसेज एक्टिविटी पर निगरानी रखें, और असामान्य फॉरवर्डिंग नोटिस पर तुरंत प्रोवाइडर को सूचित करें।
Q3: मोबाइल नंबर से पर्सनल जानकारी चोरी होने से कैसे बचें?
A3: दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (2FA) और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें। संवेदनशील डेटा शेयर करने से बचें।
Q4: स्पूफिंग से कैसे बचें?
A4: दोस्तों और परिवार को सचेत रखें कि वे केवल आपके ऑफिशियल नंबर से ही संवाद करें। अनजान कॉल्स और मैसेज की पुष्टि करें।
Q5: ब्लैकमेलिंग से बचने के उपाय क्या हैं?
A5: यदि ब्लैकमेलिंग का प्रयास हो तो किसी भी दबाव में जानकारी न दें और तुरंत कानूनी या साइबर सेल से संपर्क करें।
Q6: मोबाइल नंबर सुरक्षा कैसे बढ़ाएं?
A6: नंबर को ऑनलाइन पब्लिक प्लेटफॉर्म पर साझा न करें, 2FA सेट करें, और प्राइवेसी सेटिंग्स नियमित अपडेट करें।
Q7: मोबाइल नंबर चोरी होने पर किसे रिपोर्ट करें?
A7: अपने मोबाइल नेटवर्क प्रोवाइडर, साइबर पुलिस/सीएसटी सेल और किसी विश्वसनीय साइबर हेल्पलाइन को रिपोर्ट करें।
Q8: मोबाइल नंबर रिस्क मैनेजमेंट कैसे करें?
A8: सभी अकाउंट्स की एक्टिविटी मॉनिटर करें, पासवर्ड बदलें, और संभावित खतरे पर अलर्ट सिस्टम बनाएं।
Q9: मोबाइल नंबर स्पूफिंग और फॉरवर्डिंग को कैसे रोकें?
A9: प्रोवाइडर से सीधा संपर्क करें और डिवाइस सिक्योरिटी टूल्स का उपयोग करें।
Q10: मोबाइल नंबर लीक होने पर दोस्तों और परिवार को कैसे अलर्ट करें?
A10: उन्हें कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया के माध्यम से सूचित करें और किसी भी संदिग्ध अनुरोध को नजरअंदाज करने को कहें।
निष्कर्ष
मोबाइल नंबर लीक होना साइबर अपराधियों के लिए बड़ा अवसर है। Rerouting, स्पूफिंग, ब्लैकमेलिंग और पर्सनल डेटा चोरी जैसी घटनाओं से बचने के लिए सावधानी और समय पर कदम उठाना बहुत जरूरी है। अपने सर्विस प्रोवाइडर, दोस्तों और परिवार को अलर्ट करना, और साइबर सुरक्षा उपाय अपनाना सबसे महत्वपूर्ण हैं।




