टेक और गैजेट्स

अगर WhatsApp पर आया ये टिक तो तुरंत लेगी CM SHIVRAJ सरकार एक्शन

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:19 AM GMT
अगर WhatsApp पर आया ये टिक तो तुरंत लेगी CM SHIVRAJ सरकार एक्शन
x
अगर WhatsApp पर आया ये टिक तो तुरंत लेगी CM SHIVRAJ सरकार एक्शन जैसे-जैसे COVID-19 कोरोनावायरस का कहर बढ़ता जा रहा। वैसे-वैसे

अगर WhatsApp पर आया ये टिक तो तुरंत लेगी CM SHIVRAJ सरकार एक्शन

जैसे-जैसे COVID-19 कोरोनावायरस का कहर बढ़ता जा रहा। वैसे-वैसे फेक और भ्रामक खबरें Fake News भी तेजी से वायरल हो रही हैं। जिसका कोई प्रमाण नहीं है। हमें FACK NEWS से सावधान रहना है और ऐसी खबरों को वायरल नहीं करना है। इस बीच एक मैसेज वायरल किया जा रहा, जिसमें कहा जा रहा है कि WhatsApp पर दो ब्लू और एक रेड टिक है तो मैसेज सरकार द्वारा पढ़ लिया गया है।

CM SHIVRAJ का MP के सभी कलेक्टरों को निर्देश, सभी को मुफ्त राशन दिया जाए

सरकार आपके खिलाफ एक्शन ले सकती है। लोग इस भ्रामक पोस्ट को तेजी से सोशल मीडिया ग्रुप पर भ्रम फैला रहे हैं। वायरल खबर की पड़ताल की, तो इसका सच ऐसा कुछ नहीं था। पीआईबी (प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो) फैक्ट चेक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे WhatsApp टिक मार्क whatsapp red tick को लेकर मेसेज फेक हैं।

fake_news_whatsapp_red_tick.png

FACK NEWS से सतर्क रहें

वायरल मैसेज में कहा गया है कि WhatsApp मैसेज पर अगर एक टिक है, तो इसका मतलब मैसेज भेज दिया गया है, दो टिक हैं, तो इसका मतलब है कि मैसेज पढ़ लिया गया है, अगर तीन टिक हैं तो मैसेज सरकार द्वारा पढ़ लिया गया है। वहीं अगर तीन टिक में से दो ब्लू और एक रेड टिक है तो सरकार आपके खिलाफ एक्शन ले सकती है। वहीं अगर एक ब्लू और दो रेड टिक हैं, तो सरकार ने आपके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।

अगर तीनों टिक रेड हैं, तो इसका मतलब सरकार आपके खिलाफ एक्शन ले चुकी है और जल्द ही कोर्ट का समन आपके पास पहुंच जाएगा। भारत सरकार के पीआईबी ने भी वायरल दावे को झूठा बताया है और पड़ताल में भी इस तरह की कोई आदेश WhatsApp द्वारा जारी नहीं है।

FACK NEWS वायरल ना करें

कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग घरों में बंद हैं। ऐसे में खबरों की जानकारी के लिए लोग सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। कोरोना वायरस को लेकर जैसे ही कोई खबर सामने आती है लोग वॉट्सएप के जरिए अपने दोस्तों को फॉरवर्ड करने लगते हैं। बिना ये सोचे कि क्या वायरल हो रही खबर तथ्यों के हिसाब से सही है या गलत। कभी-कभी तो इन खबरों को वायरल करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO, सरकार, पीएम मोदी के नाम का भी सहारा ले लिया जाता है। कभी डॉक्टरों की बात लिखी जा रही है। ऐसे मैसेज से सवाधान रहें।

Aaryan Dwivedi

Aaryan Dwivedi

    Next Story