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Gaganyaan Mission 2023: पहली बार स्वदेशी अंतरिक्षयान से स्पेस की सैर करेंगे भारतीय, कब लॉन्च होगा गगनयान मिशन?

Gaganyaan Mission 2023: पहली बार स्वदेशी अंतरिक्षयान से स्पेस की सैर करेंगे भारतीय, कब लॉन्च होगा गगनयान मिशन?
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Gaganyaan Mission 2023 Launch Date: साल 2023 ISRO और प्रत्येक भारतीय के लिए बड़ा और ऐतिहासिक साल होने वाला है, क्योंकि भारत में बने स्पेसयान से पहली बार कोई भारतीय स्पेस की सैर करने वाला है.

इसरो का गगनयान मिशन 2022: साल 2023 में इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइज़ेशन इतिहास रचने वाला है, आने वाला साल ना सिर्फ ISRO बल्कि प्रत्येक भारतीय के लिए ऐतिहासिक वर्ष होगा, क्योंकि साल 2023 में Indian Space Research Organization (इसरो) अपना पहला मानव अंतरिक्ष मिशन 'गगनयान मिशन' (Gaganyaan Mission 2023) लॉन्च करेगा। पहली बार कोई भारतीय स्वदेशी स्पेसक्राफ्ट में बैठकर अंतरिक्ष की सैर करेगा।

India's first manned space mission: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भारत के पहले अंतरिक्ष मानव मिशन गगनयान के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि सब कुछ ठीक रहा तो Gaganyaan Mission के दो ट्रायल साल 2022 में ही पूरे हो जाएंगे और अगले साल 2023 में गगनयान को लॉन्च किया जाएगा जिसमे एक या फिर दो अंतरिक्ष यात्री को स्पेस के सफर के लिए भेजा जाएगा।

गगनयान मिशन का पहला ट्रायल कब होगा

When will the first trial of Gaganyaan mission take place: डॉ सिंह ने कहा है कि 2022 में कुछ ही महीने बाद गगनयान मिशन का पहला ट्रायल लॉन्च किया जाएगा, जो मानव रहित होगा, इसके बाद दूसरे ट्रायल में व्योममित्रा नाम की एक महिला रोबोट को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। दोनों मिशन कामियाब होने के बाद ही किसी इंसान को फ़ाइनल मिशन में अंतिरक्ष के 7 दिन के सफर में भेजा जाएगा।

व्योममित्रा रोबोट


Vyommitra Robot: ISRO ने गगनयान मिशन के दूसरे ट्रायल के लिए Vyommitra नाम की एक फीमेल रोबोट तैयार किया है, जो स्पेस में जाने के बाद ISRO को जानकारी भेजेगी, अंतरिक्ष में मानव जैसा दिखने वाला रोबोट भेजने का यह मिशन अपने आप में पूरी दुनिया का पहला मिशन होगा।

गगनयान मिशन में कौन जाएगा

गगनयान मिशन 2023 के लिए वायुसेना के 4 पॉयलट को चुना गया है, जिन्हे स्पेस ट्रेनिंग के लिए रूस भेजा गया था. इनमे से 2 या एक पाइलट को गगनयान ऑपरेट करने का मौका मिलेगा और 7 दिन तक वह अंतरिक्ष में ही रहेगें। गगनयान में जाने वाले एस्ट्रनॉट्स को ''गगनॉट्स" ('Gaganauts') से सम्बोधित किया जाएगा।

गगनयान मिशन की लागत कितनी है

Gaganyaan Mission Cost: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2018 के दिन लालकिले से गगनयान मिशन की घोषणा की थी. 2018 में ही कैबिनेट ने इसके लिए 10 हज़ार करोड़ के बजट की स्वीकृति दे दी थी. 'Gaganauts' 7 के दिन के लिए अंतरिक्ष में रहकर पृथ्वी के चक्कर लगाएंगे। ISRO ने इस मिशन के लिए रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के साथ समझौता किया है.


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