
- Home
- /
- टेक और गैजेट्स
- /
- Bulb Ki Khoj Kisne Ki:...
Bulb Ki Khoj Kisne Ki: हजार बार फेल हुए फिर भी नहीं मानी हार, जानिए बल्ब की खोज किसने की?

Bulb Ki Khoj Kisne Ki Aur Kab Ki, Bulb Ki Khoj Kisne Ki, Bulb Ki Khoj Kisne Ki Thi, Bulb Ki Khoj Kab Hui: विज्ञान ने हमे अपने अविष्कार और अविश्वासनीय निर्माणों के द्वारा अनगिनत सुख – सुविधाओं के साधन प्राप्त करवाएं हैं। आज मानव ने तरक्की के नए-नए आयामों को छुआ है इन्हीं सब आविष्कारों में से बल्ब का आविष्कार बहुत ही महत्वपूर्ण था।
क्योकि बल्ब की बदौलत ही आज हम रात में भी दिन की तरह देख सकते हैं। प्राचीन समय में हमारे पूर्वज उजाले के लिए आग का उपयोग किया करते थे परंतु आज बल्ब ने इस दिक्कत को दूर कर दिया है जिससे हम रात में भी वह काम बड़ी ही आसानी से कर लेते हैं।
आखिरकार दुनिया को बिजली के बल्ब के आविष्कार का तोहफा दिया था। कहा जाता है कि एडिसन ने बल्ब का फिलामेंट बनाने के लिए दो हजार अलग-अलग सामानों को आजमाया था। एडिसन ने आज ही के दिन 142 साल पहले यानी 27 जनवरी 1880 को बिजली के बल्ब को पेटेंट कराया
थॉमस का जन्म 11 फरवरी 1847 में अमेरिका के मिलान में हुआ था। पढ़ाई में कमजोर एडिसन ने 10 साल की उम्र में अपने घर में एक लैब बना ली थी। उनकी मां ने रसायन शास्त्र की एक किताब उन्हें सौंपी थी। इसमें केमिकल फॉर्मूले लिखे थे। प्रयोगों पर होने वाला खर्च निकालने के लिए उन्होंने काम तक शुरू कर दिया था। बल्ब बनाने में 40 हजार डॉलर खर्च किए थे। हाई रेजिस्टेंस वाली कार्बन थ्रेड फिलामेंट का भी आविष्कार किया था। ये 40 घंटे से ज्यादा समय तक काम कर सकती थी। एडिसन का निधन 18 अक्टूबर 1931 को हुआ था।




