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BIG NEWS : डॉगी से भी फ़ैल सकता है कोरोना, जरूर करे अपना बचाव

Aaryan Dwivedi
16 Feb 2021 6:18 AM GMT
BIG NEWS : डॉगी से भी फ़ैल सकता है कोरोना, जरूर करे अपना बचाव
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सतना. कोरोना वायरस (कोविड19) से बचाव के लिए सतनावासी मास्क और सैनेटाइजर का यूज कर रहे हैं, लेकिन अपने पेट्स

सतना. कोरोना वायरस (कोविड19) से बचाव के लिए सतनावासी मास्क और सैनेटाइजर का यूज कर रहे हैं, लेकिन अपने पेट्स को लेकर वे अवेयर नहीं है। हांगकांग में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से एक डॉगी की मौत हो गई। इधर, शहर के अधिकांश पेट लवर्स को इस बात की भी जानकारी नहीं है कि डॉगी कोरोना केनिस नाम के वायरस से संक्रमित होते हैं। हालांकि अभी तक इस तरह का कोई केस सामने नहीं आया। लेकिन कोरोना का संक्रमण फैलने के बाद पशु चिकित्सक अब पेट्स को वैक्सीनेशन की सलाह दे रहे हैं।

डॉगी को लगते हैं तीन डोज डॉगी को कोरोना केसिन से बचाने के लिए तीन स्टेज पर वैक्सीनेशन होती है। दो माह पर प्राइमरी डोज और तीन माह में बुस्टर डोज लगाया जाता है। इसके बाद हर साल वैक्सीलेशन होती है। अभी अधिकांश पेट लवर्स वैक्सीनेशन से बचते हैं। कोरोना वायरस फैलने के बाद लोग डॉक्टर्स से कंसल्ट कर वैक्सीन करवा रहे हैं।

इस तरह करें बचाव डॉ. ब्रहस्पति भारती ने बताया कि पेट्स को टहलाने से पहले चैन को सैनेटाइज करें। पेट्स से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। यदि घर में कोई संभावित संक्रमित भी हो तो पेट्स को उसके पास न जाने दें। पेट्स के कमरे में नियमित फ्यूमिगेशन करते रहे। साथ ही मास्क का यूज भी करें।

कैसे फैलता है वायर सपशु चिकित्सकों ने बताया कि कुत्तों में ये वायरस गंदा खाना खाने से, मलमूत्र खाने से, संक्रमित कुत्ते के पास आने से ये रोग फैलता है। ऐसे में श्वान के लिए टीका पशु अस्पतालों में उपलब्ध है। ये इंजेक्शन कैनाइन कोरोना बैक्सीन नाम से बाजार में उपलब्ध है। पेट लवर को इन दिनों खाए तौर पर सावधान रहने की जरूरत है।

परवो वायरस का पहले से अटैक बताया गया कि कुत्तों में पहले से ही परवो वायरस का अटैक है। इसका इजेक्शन लगवाने के लिए रोजाना 12 से 15 केस रोजाना आ रहे है। ओवर हाल अब तक 500 से ज्यादा केस आ चुके है। पशु चिकित्सकों का कहना है कि इस समय कुत्तों में तेजी से फैला हुआ है। ऐसे में दो से टीके जरूर लगवाएं।

कैनाइन कोरोना वायरस सीसीओवी टाईप टू फैलने का खतरा है। जो कि कुत्तो के लिए विषाणु जनित रोग है। सामन्यत: यह आतों में इनफेक्शन करता है। जैसे आमाशय, छोटी आंत, बड़ी आंत ज्यादातर कुत्तों के बच्चों में पप बहुत खतरनाक है। इसका लक्षण होने पर कुत्तों को भूख नहीं लगेगी, उल्टी, दस्त, खूनी दस्त, खूनी उल्टी होने पर खतरा हो सकता है। डॉ. ब्रहस्पति भारती, प्रभारी जिला पशु चिकित्सालय

इंसान कोविड.19 की चपेट में आता है। ये डॉग्स में पाए जाने वाले वायरस से अलग है। संक्रमित के संपर्क में आने पर पेट्स भी इसकी चपेट में आ सकते है। इससे घर और आसपास के लोगों में भी वायरस फैलेने का खतरा रहेगा। डॉग्स को कोरोना वायरस से बचाने के लिए मार्केट में वैक्सीन उपलब्ध है। पहले हम खुद पेट लवर्स को वैक्सीनेशन की सलाह देते थेए लेकिन अब लोग जागरूक हुए हैं। प्रवीण सिंह, पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी

डॉक्टर से भी कंसल्ट किया हमने डॉगी को कोरोना वैक्सीन लगावाया है। उसे घूमाने ले जाते समय भी अन्य व्यक्ति व डॉग्स के संपर्क से दूर ही रख रहे है। घर में भी हम कोशिश करते है कि वो घर की ऐसी वस्तुओं से दूर रहे, जहां उसे खतरा हो सकता है। डॉग में संक्रमण की खबर के बाद डॉक्टर से भी कंसल्ट किया है। मोना सेठी, पेट लवर, बांधवगढ़ कालोनी<

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